
बिहार विधानसभा चुनाव से पहले RJD में पारिवारिक बवाल, रोहिणी आचार्य भी हुई पार्टी से अलग ?
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Renuka
- September 20, 2025
बिहार की राजनीति (Bihar Politics) में एक बार फिर से हलचल तेज हो गई है। आगामी बिहार विधानसभा चुनाव 2025 (Bihar Assembly Elections 2025) जैसे-जैसे करीब आ रहे हैं, राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के अंदर चल रही खींचतान खुलकर सामने आने लगी है। लालू प्रसाद यादव (Lalu Yadav) के परिवार में जो अंदरूनी मतभेद लंबे समय से दबी आवाज में सुनाई दे रही । वहीं अब वे सार्वजनिक मंचों पर दिखने लगे हैं, पहले तेजप्रताप यादव (Tej Pratap Yadav) और अब रोहिणी आचार्य (Rohini Acharya) के तेवरों ने यह संकेत दे दिया है कि पार्टी और परिवार दोनों में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है।
रोहिणी आचार्य का सोशल मीडिया पोस्ट
बता दें कि हाल ही में लालू यादव (Lalu Yadav) की बेटी रोहिणी आचार्य (Rohini Acharya) ने सोशल मीडिया के एक्स अकाउंट पर एक पोस्ट किया, जिससे यह स्पष्ट हो गया कि- वह खुद को पार्टी से धीरे-धीरे अलग करती जा रही हैं। उन्होंने लिखा- मैंने एक बेटी व बहन के तौर पर अपना कर्तव्य एवं धर्म निभाया है और आगे भी निभाती रहूंगी। मुझे किसी पद की लालसा नहीं है, न मेरी कोई राजनीतिक महत्वाकांक्षा है। मेरे लिए मेरा आत्म-सम्मान सर्वोपरि है। इसके अलावा शनिवार को अचानक रोहिणी आचार्य का एक्स अकाउंट प्राइवेट हो गया है। इससे ये अनुमान लगाया जा रहा है कि आगामी बिहार विधानसभा चुनाव 2025 (Bihar Assembly Elections 2025) से पहले राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के भीतर कुछ बड़ा उलटफेर हो सकता है।

बिहार अधिकार यात्रा से उठा विवाद
इस पूरे विवाद की शुरुआत बिहार अधिकार यात्रा (Bihar Adhikar Yatra) के दौरान हुई, जब तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) के राजनीतिक सलाहकार संजय यादव (Sanjay Yadav) को यात्रा बस की अगली सीट पर बैठे देखा गया। वहीं आमतौर पर यह सीट पार्टी के शीर्ष नेतृत्व के लिए सुरक्षित मानी जाती है। सोशल मीडिया पर यह तस्वीर वायरल हुई और कई यूजर्स ने लिखा कि यदि कोई खुद को नेतृत्व से ऊपर समझने लगे तो यह खतरनाक संकेत है। इस पोस्ट को रोहिणी आचार्य (Rohini Acharya) ने बिना कोई टिप्पणी किए एक्स पर शेयर कर दिया, जिससे यह साफ हो गया कि वे भी इस घटनाक्रम से आहत हैं।
तेजप्रताप यादव पहले ही परिवार से दूर
बता दें कि तेजप्रताप यादव (Tej Pratap Yadav) जो पहले से ही संजय यादव (Sanjay Yadav) को लेकर नाराज थे, कई बार 'जयचंद' जैसे शब्दों का इस्तेमाल कर चुके है। यह माना जाता है कि उनका इशारा सीधे-सीधे संजय यादव की ओर होता है। इसी के साथ पारिवारिक और राजनीतिक मतभेदों के चलते तेजप्रताप (Tej Pratap Yadav) पहले ही राष्ट्रीय जनता दल (RJD) और अपने परिवार से दूरी बना चुके हैं। अब जब रोहिणी आचार्य (Rohini Acharya) भी लगभग उसी राह पर चलती दिख रही हैं, तो ये संकेत और मजबूत हो जाते हैं कि लालू यादव (Lalu Yadav) के परिवार में दरारें गहराती जा रही हैं।
बिहार विधानसभा चुनाव 2025
जानकारों का कहना है कि इन घटनाओं का सीधा असर अब बिहार विधानसभा चुनाव 2025 (Bihar Assembly Elections 2025) पर पड़ सकता है। जब पार्टी का शीर्ष परिवार ही एकमत नहीं है, तो कार्यकर्ताओं और आम मतदाताओं में भ्रम की स्थिति पैदा होना स्वाभाविक है। तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav), जो इस समय विपक्ष के नेता हैं और पार्टी का चेहरा भी माने जा रहे हैं, उनके लिए यह समय बेहद चुनौतीपूर्ण है।
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