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ट्रंप के टैरिफ दबाव के आगे नहीं झुकेगा भारत – पीयूष गोयल

ट्रंप के टैरिफ दबाव के आगे नहीं झुकेगा भारत – पीयूष गोयल

ट्रंप टैरिफ विवाद: भारत नहीं झुकेगा दबाव में, पीयूष गोयल का सख्त संदेश

अमेरिका के साथ चल रहे भारत अमेरिका व्यापार तनाव के बीच केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने साफ कर दिया है कि भारत किसी दबाव में आकर कोई सौदा नहीं करेगा। बर्लिन ग्लोबल डायलॉग में बोलते हुए उन्होंने कहा, “हम डील जल्दबाज़ी में नहीं करते, और न ही बंदूक की नोक पर कोई सौदा करते हैं।” उनका यह बयान तब आया जब ट्रंप टैरिफ विवाद एक बार फिर सुर्खियों में है और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप लगातार भारत पर टैरिफ और रूसी तेल आयात को लेकर दबाव बना रहे हैं। गोयल ने कहा कि भारत की नीति अल्पकालिक नहीं बल्कि दीर्घकालिक सोच पर आधारित है। भारत किसी भी व्यापार समझौते में अपनी शर्तों और राष्ट्रीय हितों से समझौता नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि अगर अमेरिका हमारे उत्पादों पर शुल्क लगाता है, तो भारत उसके अनुसार नई रणनीति बनाकर आगे बढ़ेगा। हम नए बाजारों की तलाश कर रहे हैं और देश की आंतरिक मांग को मजबूत बना रहे हैं। यही हमारी आर्थिक ताकत है जो हमें वैश्विक दबावों से बचाती है। भारत अमेरिकी संबंध पर बोलते हुए गोयल ने यह भी कहा कि संवाद जारी है, लेकिन कोई भी समझौता जल्दबाज़ी में नहीं होगा।

 

भारत अमेरिकी संबंधों में नई दिशा, ट्रंप के दावों पर भारत का जवाब

ट्रंप टैरिफ विवाद के बीच अमेरिका और भारत के बीच व्यापारिक बातचीत जारी है। अमेरिका की ओर से लगाए गए 50% तक के आयात शुल्क और अतिरिक्त 25% टैरिफ ने भारत अमेरिका व्यापार तनाव को और बढ़ा दिया है। इसके बावजूद भारत ने अपने हितों की रक्षा का रास्ता चुना है। जब ट्रंप ने दावा किया कि भारत ने रूसी तेल की खरीद घटा दी है, तो भारत ने इस पर तुरंत प्रतिक्रिया दी और कहा कि ऐसा कोई समझौता या बातचीत नहीं हुई है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रंधीर जायसवाल ने साफ कहा, “दोनों नेताओं के बीच हाल में कोई बातचीत नहीं हुई है।” यह बयान स्पष्ट करता है कि भारत अपने निर्णय केवल राष्ट्रीय ऊर्जा सुरक्षा और आर्थिक हितों के आधार पर लेता है। अमेरिका, यूरोपीय संघ और ब्रिटेन भारत पर रूसी तेल की खरीद घटाने का दबाव बना रहे हैं, लेकिन भारत ने स्पष्ट किया है कि वह अपने नागरिकों के हित में फैसले करेगा। इसी बीच अमेरिकी प्रतिनिधि सर्जियो गोर ने दिल्ली में वाणिज्य सचिव राजेश अग्रवाल से मुलाकात कर निवेश और व्यापारिक सहयोग पर चर्चा की। दोनों देशों का लक्ष्य 2030 तक द्विपक्षीय व्यापार को 500 अरब डॉलर तक पहुंचाना है। ऐसे समय में जब भारत अमेरिकी संबंध नई दिशा ले रहे हैं, पीयूष गोयल का यह बयान भारत की आत्मनिर्भर और दृढ़ आर्थिक नीति का प्रतीक बन गया है। भारत ने एक बार फिर साबित किया है कि वह किसी भी ट्रंप टैरिफ विवाद या भारत अमेरिका व्यापार तनाव के बीच झुकने वाला नहीं है, बल्कि अपनी शर्तों पर विश्व के साथ खड़ा है।

 

 

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