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बंगाल की खाड़ी में तूफान ‘मोंथा’ हुआ प्रचंड, आज रात करेगा लैंडफॉल

बंगाल की खाड़ी में तूफान ‘मोंथा’ हुआ प्रचंड, आज रात करेगा लैंडफॉल

बंगाल की खाड़ी में उठे चक्रवात मोंथा (Cyclone Montha) ने अब बेहद खतरनाक रूप ले लिया है। मौसम विभाग के मुताबिक, यह तूफान सोमवार रात आंध्र प्रदेश के काकीनाडा तट से टकराने वाला है। बंगाल की खाड़ी तूफान मोंथा के असर से 110 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलेंगी और भारी बारिश की आशंका जताई गई है। तटीय जिलों में प्रशासन ने आंध्र प्रदेश हाई अलर्ट घोषित कर दिया है और लोगों को सुरक्षित स्थलों पर भेजा जा रहा है।

 

रिपोर्ट्स के मुताबिक, चक्रवात मोंथा (Cyclone Montha) इस समय मछलीपट्टनम से करीब 190 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिणपूर्व और विशाखापट्टनम से 340 किलोमीटर दक्षिण में केंद्रित है। यह प्रणाली आज शाम या रात तक मछलीपट्टनम और कलिंगपट्टनम के बीच तट को पार करेगी। बंगाल की खाड़ी तूफान मोंथा की रफ्तार लगातार बढ़ रही है और इसकी गति अब 110 किमी प्रति घंटे तक पहुंच सकती है।

 

इस बीच आंध्र प्रदेश हाई अलर्ट पर है। सरकार ने तटीय जिलों में एनडीआरएफ की 128 टीमों को तैनात कर दिया है। ओडिशा के आठ जिलों में रेड अलर्ट जारी किया गया है, जबकि कई इलाकों में तेज हवाएं और भारी बारिश शुरू हो चुकी हैं। तिरुपति, चित्तूर और काकीनाडा में सामान्य जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। Cyclone Montha की बढ़ती रफ्तार को देखते हुए आंध्र और ओडिशा प्रशासन पूरी तरह अलर्ट पर हैं।

 

बंगाल की खाड़ी तूफान मोंथा ने समुद्र में ऊंची-ऊंची लहरें पैदा कर दी हैं। आंध्र प्रदेश के उप्पदा, सुब्बमपेट और सुराडापेट जैसे तटीय इलाकों में समुद्र का पानी जमीन की ओर बढ़ने लगा है। तटीय कटाव बढ़ गया है और मछुआरों को समुद्र में जाने से रोक दिया गया है। स्थानीय पुलिस और एनडीआरएफ टीमों ने दर्जनों परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है। आंध्र प्रदेश हाई अलर्ट के तहत राहत शिविर बनाए गए हैं और स्कूल-कॉलेज बंद कर दिए गए हैं।

 

मौसम विभाग ने बताया कि Cyclone Montha के बाहरी हिस्सों ने पहले ही कई जिलों में तबाही मचाई है। चित्तूर और तिरुपति में तेज हवाएं चल रही हैं और बिजली आपूर्ति प्रभावित हुई है। बंगाल की खाड़ी तूफान मोंथा के कारण मंगलवार तक भारी बारिश जारी रह सकती है। आंध्र प्रदेश, ओडिशा, तमिलनाडु और पुडुचेरी में भारी बारिश के लिए अलर्ट जारी कर दिया गया है।

 

ओडिशा सरकार ने भी Cyclone Montha के खतरे को देखते हुए बड़ी तैयारी की है। मलकानगिरी, कोरापुट, नबरंगपुर, रायगड़ा, गजपति, गंजाम, कालाहांडी और कंधमाल जिलों में रेड अलर्ट जारी किया गया है। राज्य सरकार ने तटीय गांवों से लोगों को निकालकर सुरक्षित शेल्टरों में पहुंचाया है। राजस्व और आपदा प्रबंधन मंत्री सुरेश पुजारी ने कहा, “हमारा लक्ष्य ज़ीरो कैज़ुअल्टी है।”

 

बंगाल की खाड़ी तूफान मोंथा ने अब ‘गंभीर चक्रवाती तूफान’ का रूप ले लिया है। मौसम विभाग ने बताया कि पिछले छह घंटों में यह तूफान लगभग 13 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से उत्तर-पश्चिम दिशा में बढ़ा है। विशेषज्ञों का कहना है कि यह तूफान 28 अक्टूबर की रात में काकीनाडा के पास लैंडफॉल करेगा। इस दौरान 110 किमी प्रति घंटे की हवाएं और मूसलाधार बारिश से तटीय इलाकों में जनजीवन प्रभावित हो सकता है।

 

आंध्र प्रदेश हाई अलर्ट के तहत प्रशासन ने कई ट्रेनें और फ्लाइट्स रद्द कर दी हैं। तटीय इलाकों में मछली पकड़ने पर रोक लगा दी गई है और बंदरगाहों को सुरक्षा की दृष्टि से बंद कर दिया गया है। Cyclone Montha से प्रभावित इलाकों में बिजली विभाग, आपदा राहत दल और स्वास्थ्य सेवाओं को सक्रिय कर दिया गया है।

 

राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) ने बताया कि बंगाल की खाड़ी तूफान मोंथा के खतरे को देखते हुए आंध्र प्रदेश, ओडिशा, तमिलनाडु, पुडुचेरी और छत्तीसगढ़ में 25 टीमें तैनात की गई हैं। इसके अलावा 20 अतिरिक्त टीमों को स्टैंडबाय पर रखा गया है ताकि जरूरत पड़ने पर तुरंत भेजा जा सके। प्रत्येक टीम नावों, संचार उपकरणों और रेस्क्यू किट्स से लैस है।

 

मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि Cyclone Montha अगले 24 घंटों में कमजोर पड़ सकता है, लेकिन इससे पहले यह तटीय इलाकों में भारी नुकसान पहुंचा सकता है। बंगाल की खाड़ी तूफान मोंथा के कारण अगले दो दिनों तक भारी बारिश और तेज हवाओं की संभावना है। फिलहाल, आंध्र और ओडिशा दोनों राज्यों में प्रशासन और नागरिकों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है, क्योंकि आंध्र प्रदेश हाई अलर्ट पर अब भी जारी है।

 

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