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उत्तर प्रदेश कैबिनेट बैठक में 22 बड़े फैसले, यूपी में रोजगार, शिक्षा और बुनियादी ढांचे को बढ़ावा

उत्तर प्रदेश कैबिनेट बैठक में 22 बड़े फैसले, यूपी में रोजगार, शिक्षा और बुनियादी ढांचे को बढ़ावा

उत्तर प्रदेश सरकार (Uttar Pradesh Government) ने सीएम योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) की अध्यक्षता में शुक्रवार को हुई यूपी कैबिनेट की बैठक (UP Cabinet Meeting) में राज्य के समग्र विकास के लिए महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए है । बता दें कि इस योगी कैबिनेट बैठक (Yogi Cabinet Meeting) में कुल 22 प्रस्तावों को मंजूरी दी गई, जो राज्य के आर्थिक, शैक्षिक, कृषि, स्वास्थ्य और बुनियादी ढांचे के क्षेत्रों में नए युग की शुरुआत माने जा रहे हैं। इस रिपोर्ट में हम आपको इन निर्णयों का व्यापक विश्लेषण प्रदान कर रहे हैं।

धान क्रय नीति 2025-26 की घोषणा

बता दें कि धान क्रय नीति 2025-26 (Paddy Procurement Policy 2025-26) को मंजूरी देकर उत्तर प्रदेश सरकार (Uttar Pradesh Government) ने किसानों के हित में एक और ठोस कदम उठाया है। इस बार कॉमन धान के लिए एमएसपी (MSP 2025) 2369 रुपये प्रति क्विंटल और ग्रेड ए धान के लिए 2389 रुपये तय किया गया है। वहीं सीएम योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) के निर्देश पर क्रय केंद्रों की संख्या को 3100 से बढ़ाकर 3800 किया जाएगा। यह नीति सीधे तौर पर किसानों की आय में वृद्धि करेगी। यह फैसला यूपी कैबिनेट की बैठक में सर्वसम्मति से लिया गया जो कि योगी कैबिनेट बैठक (Yogi Cabinet Meeting) कृषि सुधार को प्राथमिकता दे रही है।

निजी विश्वविद्यालयों को मिली अनुमति

उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में शिक्षा के क्षेत्र में निवेश को बढ़ावा देने के लिए तीन निजी विश्वविद्यालयों को अनुमति दी गई है । जानकारी के अनुसार ठाकुर युवराज सिंह विश्वविद्यालय (फतेहपुर), गांधी विश्वविद्यालय (झांसी) और राधा गोविंद विश्वविद्यालय (चंदौसी) आदि शामिल है । अब प्रदेश में निजी विश्वविद्यालयों की संख्या 50 के करीब पहुंच गई है। निजी विश्वविद्यालयों को अनुमति देना न केवल शैक्षणिक अधोसंरचना को बढ़ाएगा बल्कि स्थानीय युवाओं को रोजगार और उच्च शिक्षा के अवसर भी प्रदान करेगा। यह निर्णय भी सीएम योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) की सोच के अनुरूप है जो शिक्षा को विकास का मूल स्तंभ माना जाता हैं।

खनन प्रभावित क्षेत्र का विकास


बता दें कि योगी कैबिनेट बैठक (Yogi Cabinet Meeting) में खनन प्रभावित क्षेत्र विकास के तहत डीएमएफ फंड की तृतीय संशोधन नीति को मंजूरी दी गई है। इसमें 70% फंड को सीधे पीड़ित क्षेत्रों में पेयजल, शिक्षा, स्वास्थ्य और पर्यावरण के क्षेत्र में खर्च किया जाएगा। यह निर्णय यूपी कैबिनेट की बैठक में लिया गया और यह स्पष्ट करता है कि- उत्तर प्रदेश सरकार (Uttar Pradesh Government) केवल इंफ्रास्ट्रक्चर ही नहीं, सामाजिक न्याय को भी प्राथमिकता दे रही है। योगी कैबिनेट बैठक (Yogi Cabinet Meeting) के ये निर्णय जनता के बीच यूपी राजनीति (UP Politics) की सामाजिक प्रतिबद्धता को रेखांकित करते हैं।


यूपी राजनीति में सीएम योगी की भूमिका


बताया जा रहा है कि उत्तर प्रदेश सरकार (Uttar Pradesh Government) ने इस यूपी कैबिनेट की बैठक में जो फैसले लिए है, वे न केवल राज्य की प्रशासनिक कार्यक्षमता को दर्शाते है, बल्कि भविष्य की यूपी राजनीति (UP Politics) में सीएम योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) की निर्णायक भूमिका को भी स्थापित करते हैं। चाहे वह धान क्रय नीति 2025-26 हो, मुख्यमंत्री शहरी विस्तारीकरण योजना, या खनन प्रभावित क्षेत्र विकास, ये सभी निर्णय योगी कैबिनेट बैठक (Yogi Cabinet Meeting) की दूरदर्शिता और जनकल्याणकारी दृष्टिकोण को उजागर करते हैं।



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