
UP News: ठंड के मौसम में क्यों आते हैं विदेशी पक्षी बनारस, 4 महीने तक डालेंगे गंगा में डेरा
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Anjali
- November 21, 2024
UP News: गुलाबी ठंड के बीच बनारस के घाटों की खूबसूरती और भी बढ़ जाती है। खासतौर पर ठंड के दिनों में गंगा के तटवर्ती क्षेत्रों में पर्यटकों की चहलकदमी काफी बढ़ जाती है। लेकिन इन्हीं दिनों बनारस के गंगा घाट की तरफ कुछ ऐसे मेहमानों का भी आगमन होता है जो घाट की खूबसूरती और आकर्षक को और बढ़ा देते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि हर साल नवम्बर से फरवरी महीने के बीच हजारों किलोमीटर का सफर तय कर विदेशी परिंदे (साइबेरियन) चार महीने के लिए काशी आते हैं। खास बात ये है कि चार महीनों तक काशी इन विदेशी परिंदों का हनीमून डेस्टिनेशन होता है।
साबेरिया से आते हैं पक्षी
काशी हिंदू विश्वविद्यालय के पक्षियों के जानकार का यह मानना है कि पक्षी 4 महीने तक यहां पर रहते हैं। इसी समय एक तरह से यह इनका हनीमून का समय रहता है। पक्षियों का झुंड वापस साइबेरिया की तरफ जाता है, तो इनकी संख्या डबल से ज्यादा होती है। कहीं न कहीं हम यह भी मान सकते हैं कि यह पक्षी हनीमून मनाने के लिए सैकड़ों हजार किलोमीटर की यात्रा तय करके बनारस और आसपास के जिलों में आते हैं।
साइबेरियन पक्षी को देखने के लिए दूर दराज से आते हैं पर्यटक
इन दिनों ठंड के शुरुआती दिनों में वाराणसी के गंगा नदी में बड़ी संख्या में साइबेरियन पक्षी का आगमन हुआ है। इनके आने से बनारस के घाटों की खूबसूरती और बढ़ गई है। काशीवालों के साथ-साथ विदेशी पर्यटकों को इनका आना खूब रास आता है। इन्हें देखने के लिए यूरोपियन, उत्तरी अमेरिका देश से बड़ी संख्या में पर्यटक आते हैं। ठंडी के मौसम में ही यह साइबेरियन पक्षी यहां रहना पसंद करते हैं। सफेद रंग में बेहद खूबसूरत दिखने वाले इन परिंदों को नौका विहार करते हुए लोग अपने हाथों से दाना खिलाते हैं। हाथों में दाना देखकर यह पक्षी उड़ते हुए उनके पास आते हैं।
चार महीनो तक रहता है बनारस में इनका डेरा
साइबेरियन पक्षी के बारे में एक्सपर्ट बताते हैं कि उत्तरी यूरोपीय वरसिया से यह पक्षी बड़ी संख्या में बनारस गंगा घाट की तरफ आते हैं। ठंड के शुरुआती दिनों में यह बनारस पहुंच जाते हैं, जबकि यहाँ इनका डेरा तकरीबन तीन से चार महीने तब तक रहता है, जब तक पूर्वांचल में गर्मी की दस्तक नहीं हो जाती। यह देखने में इतने खूबसूरत होते हैं की लोगों को इनका उड़ाना और अपनी तरफ आना काफी प्रभावित करता है। बीते वर्षों की तरह इस बार भी साइबेरियन पक्षी बनारस पहुंचे हैं और ऐसे में बड़ी संख्या में देश और विदेश से पर्यटक इसे देखने के लिए काशी के गंगा घाट की तरफ पहुंचेंगे।
गंगा पार रेत पर देते हैं अंडे
साइबेरियन पक्षी हजारों किलोमीटर से यहां पर आती हैं। गंगा की छोटी मछलियों से अपनी भूख मिटाती आती है। गंगा पार रेत पर अपने अंडे देती हैं और उसको रक्षित करती है। यही वजह है कि जितने की भी संख्या में आती है उसके डबल की संख्या में वापस जाती हैं। यह डबल की संख्या में वहां पर पहुंचते हैं।
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