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फराह खान शामिल हुईं सीनियर सिटीजन की कैटेगरी में, फिल्म इंडस्ट्री में चलता है सिक्का

फराह खान शामिल हुईं सीनियर सिटीजन की कैटेगरी में, फिल्म इंडस्ट्री में चलता है सिक्का


फिल्म इंडस्ट्री में ऐसे कई सेलेब्स हैं, जिनके बारे में लोग बेहद कम जानते हैं। आज हम आपको इंडस्ट्री की एक ऐसी ही मशहूर हस्ती के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनको आज बच्चा-बच्चा जानता हैं, लेकिन यहां तक का सफर तय करने में उनको कितने पापड़ बेलने पड़े और कितना संघर्ष करना पड़ा इसके बारे में कोई नहीं जानता। दरअसल आज हम आपको जिस हस्ती के बारे में बताने जा रहे हैं, जो एक शानदार कोरियोग्राफर, निर्देशक और एक्टर भी हैं। उन्होंने अपने करियर में 80 से ज्यादा फिल्में बनाई, जिनमें ज्यादातर फिल्म बॉक्स ऑफिस पर जबरदस्त हिट रहीं। इसके अलावा इन्होंने 100 से ज्यागा गानों को कोरियोग्राफर किया, जिनको आज बच्चा-बच्चा सुनना पसंद करता है। अगर आप फोटो में उनको पहचान पा रहे हैं कि ये कोई और नहीं बल्कि फराह खान हैं, जो आज अपना 60वां जन्मदिन मना रही हैं।

फराह खान शामिल हुईं सीनियर सिटीजन की कैटेगरी में, फिल्म इंडस्ट्री में चलता है सिक्का

37 साल से फिल्म इंडस्ट्री पर कर रही राज फराह खान का जन्म 9 जनवरी, 1965 को मुंबई में हुआ था। उनके पिता का नाम कामरान खान था, जो एक स्टंटमैन और फिल्म निर्माता थे। फराह की मां मेनका ईरानी एक्ट्रेस हनी और डेजी ईरानी की बहन थीं। फराह ने अपने करियर की शुरुआत 80 के दशक में की थी। उन्होंने 1992 में फिल्म “जो जीता वही सिकंदर” से कोरियोग्राफर के रूप में अपना करियर शुरू किया। फिर “दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे,” “कुछ कुछ होता है” और “दिल तो पागल है” समेत कई कामयाब फिल्मों में उनका हुनर देखने को मिला। उनकी कोरियोग्राफी पारंपरिक भारतीय नृत्य शैलियों और आधुनिक शैलियों का मिश्रण होती है। इस अनूठी शैली की काफी तारीफ हुई और लोगों ने उसे दिल से अपनाया।

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नेशनल अवॉर्ड विनर रहीं फराह
उनको नेशनल अवॉर्ड भी मिला है. अपने एक इंटरव्यू में फराह ने बताया था कि उन्होंने अपनी ज्यादातर कमाई टीवी से की है। उन्होंने कई फिल्मों का निर्देशन किया है, जिनमें ‘मैं हूं ना’ (2004), ‘ओम शांति ओम’ (2007), ‘तीस मार खां’ (2010) और ‘हैप्पी न्यू ईयर’ (2014) जैसे कई नाम शामिल हैं। इनमें से ‘मैं हूं ना’ और ‘ओम शांति ओम’ सुपरहिट रहीं। टीवी में भी फराह का बड़ा योगदान रहा है। वो ‘इंडियन आइडल’, ‘नच बलिए’ और ‘द खतरा शो’ जैसे कई शोज में जज रह चुकी हैं।

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8 साल छोटे शिरीष कुंदर पर आया दिल
अगर फराह की पर्सनल लाइफ की बात करें तो उन्होंने 2004 में 8 साल छोटे पेशे से फिल्ममेकर और एडिटर शिरीष कुंदर से शादी की थी। दोनों की पहली मुलाकात फिल्म 'मैं हूं ना' के सेट पर हुई थी। दोनों ने लगभग सात महीने तक एक-दूसरे को डेट किया और फिर गोवा में सगाई की और कुछ दिनों बाद शादी कर ली। दोनों ने तीन बार शादी की रस्में निभाईं। पहले रजिस्टर्ड मैरिज, फिर दक्षिण भारतीय रीति-रिवाज से और आखिर में निकाह। दोनों के तीन बच्चे हैं बेटा हैं जार और दो बेटिया दिवा और आन्या।

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शाहरुख खान की इस फिल्म ने पलटी किस्मत
शाहरुख खान से फराह खान की दोस्ती थी। फिर 'कभी हां कभी ना' के सेट पर दोनों मिले। ये दोस्ती और मजबूत हुई तो दोनों ने साथ में कई प्रोजेक्ट्स किए। बतौर निर्देशक 'मैं हूं ना' से शुरुआत की। इसमें शाहरुख खान लीड रोल में नजर आए। फिल्म ब्लॉकबस्टर रही। साथ ही फराह खान भी टॉप निर्देशकों में शामिल हो गईं। इसके बाद उन्होंने मुड़कर नहीं देखा। निजी जिंदगी की बात करें तो फराह खान ने शिरीष कुंदर से शादी रचाई है। कपल के तीन बच्चे हैं।

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