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                       Anjali Anjali
- October 31, 2025
देवउठनी एकादशी 2025 पर करें ये खास भोग अर्पित,भगवान विष्णु देंगे सुख-समृद्धि
Dev Uthani Ekadashi 2025 का पर्व हर साल कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को मनाया जाता है। इस साल 1 नवंबर 2025 को देवउठनी एकादशी मनाई जाएगी। इस दिन भगवान विष्णु चार महीने की योगनिद्रा से जागते हैं और सृष्टि की कमान फिर से संभालते हैं। इस दिन घरों में विधिवत देवउठनी एकादशी पूजा विधि से पूजा होती है और भगवान विष्णु का भोग अर्पित किया जाता है। धार्मिक मान्यता है कि Dev Uthani Ekadashi Bhog 2025 में कुछ विशेष चीजें चढ़ाने से जीवन में सुख, समृद्धि और शांति आती है।
देवउठनी एकादशी 2025 का महत्व
Dev Uthani Ekadashi 2025 हिंदू धर्म में अत्यंत पवित्र तिथि मानी जाती है। इस दिन भगवान विष्णु के जागरण के साथ शुभ कार्यों की शुरुआत होती है। मान्यता है कि देवउठनी एकादशी पर क्या चढ़ाएं इसका विशेष ध्यान रखना चाहिए, क्योंकि सही भोग भगवान विष्णु को अर्पित करने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। इस दिन तुलसी विवाह का आयोजन भी किया जाता है, जो लक्ष्मी-विष्णु के दिव्य मिलन का प्रतीक है।
भगवान विष्णु का प्रिय भोग
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, Dev Uthani Ekadashi Bhog 2025 में भगवान विष्णु का भोग गुड़ और चने की दाल से बनाया जाता है। यह प्रसाद उन्हें अत्यंत प्रिय है। इसके साथ ही दूध, दही, शहद, चीनी और घी से बना पंचामृत भी भगवान को अर्पित करना शुभ माना जाता है। यह भोग सुख-सौभाग्य और समृद्धि का प्रतीक है।
पंजीरी और सूखे मेवे का भोग
Dev Uthani Ekadashi 2025 पर देवउठनी एकादशी पर क्या चढ़ाएं में पंजीरी का भोग विशेष माना गया है। ज्योतिषाचार्य बताते हैं कि भगवान विष्णु को धनिया और मेवे से बनी पंजीरी अत्यंत प्रिय है। इसे तुलसी पत्र के साथ अर्पित करने से ग्रह-दोषों से मुक्ति मिलती है और रुके हुए कार्य पूर्ण होते हैं। Dev Uthani Ekadashi Bhog 2025 में यह सबसे शुभ प्रसादों में से एक है।
 
	        
खीर और तुलसी दल का महत्व
Dev Uthani Ekadashi Bhog 2025 में खीर को सर्वोत्तम प्रसाद माना गया है। दूध और चावल से बनी साधारण खीर में तुलसी दल डालकर भगवान विष्णु का भोग लगाने से भक्त को असीम पुण्य मिलता है। Dev Uthani Ekadashi 2025 के दिन यह भोग चढ़ाने से घर में सुख, शांति और समृद्धि बनी रहती है।
 
	        
माखन-मिश्री और गन्ने का भोग
देवउठनी एकादशी पर क्या चढ़ाएं में माखन-मिश्री का विशेष स्थान है। यह श्रीकृष्ण का प्रिय भोग भी माना जाता है, इसलिए विष्णु जी को अर्पित करना सौभाग्यदायक होता है। इसके अलावा गन्ना और मौसमी फल भी Dev Uthani Ekadashi Bhog 2025 का भाग हैं, जो समृद्धि और संतोष का प्रतीक हैं।
 
	        
नारियल और गुड़ का भोग
Dev Uthani Ekadashi 2025 में नारियल और गुड़ का भोग चढ़ाना अत्यंत शुभ माना गया है। नारियल शुद्धता का और गुड़ मधुरता का प्रतीक है। भगवान विष्णु का भोग के रूप में इसे अर्पित करने से जीवन में मिठास और सकारात्मकता आती है।
 
	        
देवउठनी एकादशी 2025 की तिथि और पूजा विधि
पंचांग के अनुसार, Dev Uthani Ekadashi 2025 शनिवार, 1 नवंबर को मनाई जाएगी। कार्तिक शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि प्रातः से प्रारंभ होकर द्वादशी तक रहेगी। इस दिन व्रत रखकर और विधिवत पूजा कर भगवान विष्णु का भोग अर्पित करने से जीवन की सभी परेशानियां समाप्त होती हैं।
देवउठनी एकादशी पर तुलसी का महत्व
Dev Uthani Ekadashi Bhog 2025 में तुलसी पत्र का विशेष स्थान है। माना जाता है कि तुलसी के बिना देवउठनी एकादशी पर क्या चढ़ाएं अधूरा माना जाता है। तुलसी भगवान विष्णु की प्रिय है, और इसके बिना वे कोई भी भोग स्वीकार नहीं करते। तुलसी विवाह भी इसी दिन संपन्न होता है, जो सौभाग्य और समृद्धि का प्रतीक है।
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