 
                        
        Banke Bihariji 31 October Darshan : वृंदावन में आज ठाकुर जी की मधुर मुस्कान के दर्शन
- 
                       Renuka Renuka
- October 31, 2025
बांके बिहारी जी के आज के दर्शन में भक्ति और प्रेम
Banke Bihari Ji 31 October Darshan: बांके बिहारी जी (Banke Bihari Ji) के आज के दर्शन (Today Darshan) । हिंदू पंचांग (Hindu Calendar) के अनुसार आज कार्तिक महीने के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि है। आज नवमी तिथि का प्रात 10 बजकर 04 मिनट तक रहेगी उसके बाद दशमी तिथि का आरंभ होगी । इसी के साथ आज आंवला नवमी है। वहीं आज के पंचांग के अनुसार 31 अक्टूबर का दिन धार्मिक दृष्टि से बेहद खास है आज शुक्रवार और धनिष्ठा नक्षत्र का योग है। शुक्रवार का दिन मां लक्ष्मी को समर्पित माना जाता है।
आज का पंचांग – 31 अक्टूबर 2025
पक्ष – शुक्ल
तिथि –दशमी 
वार –शुक्रवार
नक्षत्र – धनिष्ठा 
सूर्योदय – 06:36 AM
सूर्यास्त – 05:45 PM
ये भी पढ़े- घर के मुख्य द्वार सही मूर्ति लगाने से मिलेगी सुख, समृद्धि और तरक्की
आज आंवला नवमी
हिंदू पंचांग (Hindu Calendar) के अनुसार- आज के दिन यानी कार्तिक महीने की आंवला नवमी का पर्व है, जिसे अक्षय नवमी भी कहा जाता है। कहा जाता है कि इस नवमी को भगवान शिव के पुत्र कार्तिकेय को समर्पित बताया गया है कि आंवले के वृक्ष में जगत के पालनहार श्री हरि का वास है। आज के दिन विधि-विधान से पूजन करने से गोदान के समान पुण्य प्राप्त होता है।
ऐसी ही जानकारी के लिए विजिट करें - The India Moves
महत्वपूर्ण खबर
Categories
- देश (2376)
- अपराध (160)
- मनोरंजन (423)
- शहर और राज्य (339)
- दुनिया (1009)
- खेल (439)
- धर्म - कर्म (750)
- व्यवसाय (191)
- राजनीति (592)
- हेल्थ (204)
- महिला जगत (57)
- राजस्थान (559)
- हरियाणा (77)
- मध्य प्रदेश (72)
- उत्तर प्रदेश (284)
- दिल्ली (328)
- महाराष्ट्र (206)
- बिहार (323)
- टेक्नोलॉजी (217)
- न्यूज़ (82)
- मौसम (130)
- शिक्षा (123)
- नुस्खे (92)
- राशिफल (427)
- वीडियो (1054)
- पंजाब (40)
- ट्रैवल (23)
- अन्य (58)
- जम्मू कश्मीर (100)
- उत्तराखंड (28)
- तेलंगाना (2)
- छत्तीसगढ (8)
- गुजरात (22)
- हिमाचल प्रदेश (4)
- पश्चिम बंगाल (14)
- असम (2)
- केरल (1)
- झारखंड (3)
- ओडिशा (4)
- त्योहार (65)
- लाइफ स्टाइल (47)
Vote / Poll
क्या राजस्थान मे बेरोजगारी का मुद्दा खत्म हो चुका है ..
 
                                                                    
                                                                 
                                                                    
                                                                 
                                                                    
                                                                 
                                                                    
                                                                 
                                                                    
                                                                 
                                                                    
                                                                 
                                                                    
                                                                 
                                                                    
                                                                 
                     
                     
                    