
विष्णु सहस्रनाम का महत्व क्या है ? क्या फल देता है ये पाठ
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Geetika
- March 15, 2025
भगवान श्री हरी सृष्टि के पालनकर्ता हैं, इनकी कृपा से जीवन का निर्वाह सहज हो जाता है। वहीं अगर कोई व्यक्ति विष्णु भगवान की कृपा प्राप्ति के लिए विष्णु सहस्रनाम का पाठ करता है, तो उसके जीवन की परेशानियां खत्म हो जाती हैं। विष्णु सहस्रनाम में अद्भुत श्लोकों का वर्णन है, जो मनुष्य के ग्रह नक्षत्र की पीड़ा को खत्म करते हैंं। जब कुंडली में बृहस्पति ग्रह नीच राशि में विद्यमान हो अथवा कमजोर हो अथवा कुंडली में बृहस्पति 6, 8, 12वें घर में हो, जब कुंडली में बृहस्पति की वजह से पेट या लिवर से जुडी समस्या हो, कुंडली में बृहस्पति के कमजोर होने से विवाह होने में विलम्ब हो या संतान प्राप्ति में देरी हो रही हो, अगर जीवन में आर्थिक समस्या हो और किसी भी प्रकार की शिक्षा प्राप्ति में कठिनाई आ रही हो, तो ऐसी दशा में भी विष्णु सहस्रनाम का पाठ फलदायी माना जाता है। विष्णु भगवान को ग्यारस तिथि सर्वाधिक प्रिय है। अगर कोई व्यक्ति ग्यारस तिथि को विष्णु सस्त्रनाम का पाठ करता है और भगवान विष्णु को तुलसीदल अर्पित करता है, तो उस पर भगवान विष्णु की असीम कृपा होती है।

पाठ करते समय किन-किन सावधानियों का ध्यान रखें
विष्णु सहस्रनाम का पाठ नित्य प्रातः काल करें, पाठ करते समय पीले वस्र धारण करें, कभी भी काले या नीले वस्त्र धारण कर के पाठ न करें। पाठ करने से पहले विष्णु भगवान का सुमिरन करें, पाठ के बाद गुड़, चना या कोई पीली मिठाई का विष्णु भगवान को भोग लगाएं, जितने भी दिन इस पाठ को करें, सात्विकता का पालन करें। कोशिश करें कि बृहस्पति वार को नमक का सेवन न करें। विष्णु सहस्रनाम का पाठ सभी ग्रहों को शुभ फल देने में मदद करता है। अगर संस्कृत में सम्भव न हो, तो आप इसे हिंदी में भी कर सकते हैं। पाठ करते समय किसी भी प्रकार की त्रुटि न हो, इस बात का विशेष ध्यान रखें। श्लोक का उच्चारण सावधानीपूर्वक करें क्योंकि गलत उच्चारण से पाठ का फल नहीं मिलता।
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कब करना शुभ माना जाता है विष्णु सहस्रनाम का पाठ
विष्णु सहस्रनाम का पाठ अगर प्रातः काल सूर्योदय के समय किया जाए, तो इसके चमत्कारिक परिणाम देखने को मिलते हैं। इसके विपरीत अगर कोई व्यक्ति दोपहर के समय इसका पाठ करता है, तो इसके अनुकूल परिणाम नहीं मिलते क्योंकि माना जाता है कि दोपहर के समय श्री विष्णु भगवान विश्राम करते हैं।
विष्णु सहस्रत्नाम करने से अन्य लाभ
- विष्णु सस्त्रनाम का पाठ करने से श्री विष्णु की कृपा प्राप्त होती है।
- जीवन में सकारात्मकता आती है, तरक्की के मार्ग प्रशस्त होते हैं।
- इस पाठ को करने से सुखों का अनुभव होता है और मनुष्य को कष्टों से मुक्ति मिलती है।
- मनुष्य को मानसिक तनाव से मुक्ति मिलती है और आध्यात्मिक रूप से मजबूती आती है।
- जन्म-मरण के बंधन से मनुष्य मुक्त हो जाता है, मोक्ष की प्राप्ति होती है।
- घर में सुख-शान्ति का माहौल रहता है।
- इस तरह से नियमित रूप से विष्णु सस्त्रनाम का पाठ करने से जीवन की सभी दुविधाओं से मुक्ति मिलती है।
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