Dark Mode
  • day 00 month 0000
हरियाणा में विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग जारी, दिग्गजों की वजह से सबसे हॉट बनी हुई हैं ये सीटें

हरियाणा में विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग जारी, दिग्गजों की वजह से सबसे हॉट बनी हुई हैं ये सीटें

हरियाणा की सभी 90 विधानसभा सीटों के लिए सुबह 7 बजे से मतदान (Haryana Elections) जारी है। हालांकि शुरुआती 2 घंटों में मतदाताओं का थोड़ा कम रुझान देखने को मिला। चुनाव आयोग की ओर से जारी ताजा आंकड़ों के मुताबिक सुबह 9 बजे तक हरियाणा में 9.53 प्रतिशत मतदान रिकॉर्ड किया गया। बाद में सुबह 11 बजे तक यह आंकड़ा बढ़कर 26.49 प्रतिशत तक पहुंच गया। हालांकि दिन बढ़ने के साथ-साथ मतदान प्रतिशत और बढ़ेगा। यहां विभिन्न राजनीतिक दल और निर्दलीय प्रत्याशियों को मिलाकर कुल 1031 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं। प्रदेश के कुल 2.03 करोड़ मतदाता आज इन उम्मीदवारों का भाग्य ईवीएम में लॉक कर रहे हैं। वहीं चुनाव में किसके सिर पर जीत का ताज सजता है, इसका पता 8 अक्टूबर को होने वाली मतगणना के बाद ही पता चल पाएगा।

 

हरियाणा में कई दिग्गजों की किस्मत दांव पर, दिलचस्प बना मुकाबला
वहीं हर बार की तरह इस बार भी कई दिग्गजों की सियासी किस्मत चुनाव में दांव पर है। इसमें राज्य के मुख्यमंत्री (कार्यवाहक) नायब सैनी (CM Nayab Singh Saini), पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा, इनेलो के वरिष्ठ नेता अभय सिंह चौटाला और पूर्व उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला, सावित्री जिंदल, विनेश फोगाट, रणदीप सिंह सुरजेवाला के बेटे आदित्य सुरजेवाला जैसे कई चेहरे शामिल हैं। ऐसे में इस बार का चुनावी मुकाबला काफी दिलचस्प हो गया है।

 

नायब सिंह सैनी की हार-जीत पर टिकी हैं सभी की नजरें
सबसे चर्चित सीट कुरुक्षेत्र की लाडवा है। यहां से हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी भाजपा की तरफ से उम्मीदवार हैं। हालांकि मनोहर लाल खट्टर के सीएम पद से इस्तीफा देने के बाद नायब सिंह सैनी ने हरियाणा की कमान संभाली थी। इसके बावजूद इस चुनाव में सभी की नजरें सीएम नायब सिंह सैनी पर टिकी हुई हैं क्योंकि नायब सिंह सैनी की जीत को भले ही भाजपा की जीत माना जाए, लेकिन अगर वे हार गए, तो इसे भाजपा सरकार की नीतियों की विफलता के रूप में गिना जाएगा। वहीं कांग्रेस की बात करें तो पार्टी ने यहां अपने मौजूदा चेहरे मेवा सिंह पर ही फिर से भरोसा जताया है। ऐसे में मेवा सिंह इस चुनाव में मौजूदा सीएम को हराकर अपनी जीत के स्वाद को डबल करना चाहेंगे।

 

भूपेंद्र सिंह हुड्डा के लिए चुनाव जीतना साख का सवाल
गढ़ी-सांपला-किलोई विधानसभा सीट हरियाणा की सबसे हॉट सीटों में से एक है। ऐसा इसलिए क्योंकि इस सीट से कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा (Bhupender Singh Hooda) अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। क्योंकि वे पूर्व में 3 बार प्रदेश के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। ऐसे में यह चुनाव जीतना उनके लिए भी साख का सवाल है। वहीं इस क्षेत्र पर पूरी तरह हुड्डा परिवार का वर्चस्व माना जाता है। लंबे समय से हुड्डा परिवार चुनावी जीत दर्ज करता आया है। भूपेंद्र के पिता रणवीर सिंह हुड्डा भी 1968 में किलोई सीट से कांग्रेस के टिकट पर जीते थे।

 

फिर किंग मेकर की भूमिका में हो सकते हैं दुष्यंत चौटाला
पिछले विधानसभा चुनाव में किंगमेकर बने दुष्यंत चौटाला (Dushyant Choutala) उचाना कलां सीट से चुनाव मैदान में हैं। बांगर बेल्ट में जींद जिले की उचाना कलां सीट की गिनती प्रदेश की सबसे हॉट सीटों में की जा रही है। हालांकि आखिर में भाजपा ने जेजेपी के साथ अपना गठबंधन तोड़ दिया था। ऐसे में चर्चाएं हैं कि इस बार भी दुष्यंत चौटाला किंग मेकर की भूमिका में रह सकते हैं।

 

ऐलनाबाद सीट पर अभय सिंह चौटाला चुनावी मैदान में
देश के पूर्व उपप्रधानमंत्री देवी लाल के पोते अभय सिंह चौटाला ऐलनाबाद सीट से एक बार फिर ताल ठोक रहे हैं। यह विधासभा क्षेत्र सिरसा जिले में पड़ता है। इंडियन नेशनल लोक दल के वरिष्ठ नेता अभय सिंह चौटाला के सामने भाजपा से अमीर चंद तलवारा और कांग्रेस से भरत सिंह बेनीवाल हैं। यहां के पुराने समीकरण देखें तो ज्यादातर मुकाबले इंडियन नेशनल लोकदल के पक्ष में रहे हैं। 2019 में ऐलनाबाद में मुख्य मुकाबला इनेलो के अभय सिंह चौटाला और भाजपा के पवन बेनीवाल में देखने को मिला था। वहीं इस बार क्या अभय सिंह अपनी जीत दोहरा पाएंगे, यह देखना दिलचस्प होगा।

 

अंबाला कैंट सीट पर है त्रिकोणीय मुकाबला
हरियाणा की मनोहर लाल खट्टर सरकार में मंत्री रहे अनिल विज (Former Mister Anil Vij) अंबाला कैंट सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। जानकारों की मानें तो यहां पर भाजपा और कांग्रेस के अलावा कांग्रेस की बागी निर्दलीय प्रत्याशी के बीच त्रिकोणीय मुकाबला माना जा रहा है। यहां एक तरफ 6 बार के विधायक अनिल विज हैं, तो दूसरी ओर कांग्रेस से पूर्व पार्षद परविंद्र सिंह परी मैदान में हैं। इसके साथ ही कांग्रेस से बगावत कर निर्दलीय नामांकन भरने वाली चित्रा सरवारा भी इसी अंबाला कैंट सीट से मैदान में हैं।

 

हिसार सीट पर देश की सबसे अमीर महिला सावित्री जिंदल लड़ रहीं चुनाव
चुनाव से ऐन पहले अपने बेटे नवीन जिंदल के साथ कांग्रेस में शामिल हुईं सावित्री जिंदल (Sawitri Jindel) ने हिसार से टिकट नहीं मिलने पर भाजपा से बगावत कर निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव में उतरकर सियासी हलचल को तेज कर दिया है। इस सीट पर जिंदल परिवार का लंबे समय से प्रभाव रहा है। 1991 से 2009 तक यहां से जिंदल परिवार 5 बार मैदान में आया और पांचों बार ही जीता। 3 बार जहां नवीन जिंदल के पिता और सावित्री जिंदल के पति ओपी जिंदल खुद जीते, तो 2 बार सावित्री जिंदल जीतीं। अब इस चुनाव में सावित्री के सामने 2 बार के विधायक डॉ. कमल गुप्ता भाजपा के प्रत्याशी हैं, तो 2019 में यहां से हारे रामनिवास राड़ा कांग्रेस का चेहरा हैं। 2019 के चुनाव में डॉ. कमल गुप्ता भाजपा के टिकट पर उतरे थे। कमल ने कांग्रेस उम्मीदवार राम निवास राड़ा को 15,832 वोट से हराया था।

 

ओलंपिक पदक से चूकीं विनेश का टारगेट विधानसभा सीट
ज्यादा वजन के चलते ओलंपिक पदक से चूकीं विनेश फोगाट ने पेरिस ओलंपिक (Paris Olympic) से लौटने के कुछ समय बाद ही कांग्रेस पार्टी जॉइन कर ली। इसके बाद से ही उनके चुनाव लड़ने की चर्चाएं तेज हो गई थीं। कांग्रेस ने उन्हें जुलाना सीट से टिकट दिया है। अगर विनेश चुनाव जीतती हैं, तो उनके लिए एक नई पारी की शुरुआत होगी, वहीं अगर चुनाव हार जाती हैं, तो क्या वापस से कुश्ती की मैट पर वापसी करेंगी, यह देखना होगा। वहीं इस सीट पर अन्य प्रत्याशियों की बात करें तो विनेश के सामने भाजपा ने कैप्टन योगेश बैरागी को उतारा है। पेशे से पायलट रहे योगेश बैरागी भारतीय जनता युवा मोर्चा के उपाध्यक्ष और भाजपा खेल प्रकोष्ठ (हरियाणा) के सह-संयोजक हैं। वहीं आम आदमी पार्टी ने इस सीट पर WWE पहलवान कविता दलाल को उतारा है। कविता भारत की ओर से सबसे पहले WWE में जाने वाली महिला रेसलर थीं। लोग उन्हें ‘लेडी खली’ के नाम से भी जानते हैं।

 

कैथल सीट पर रणदीप सिंह सुरजेवाला के बेटे आदित्य चुनावी मैदान में
कैथल विधानसभा सीट की चुनावी जंग भी खास मानी जा रही है। यहां सुरजेवाला परिवार की तीसरी पीढ़ी मैदान में है। कांग्रेस के राज्यसभा सांसद रणदीप सिंह सुरजेवाला के बेटे आदित्य ये चुनाव जीतकर अपने सियासी करियर की शुरुआत करना चाहेंगे। वहीं भाजपा ने यहां मौजूदा विधायक लीलाराम गुर्जर को उतारा है। इसके अलावा आम आदमी पार्टी से सतबीर सिंह गोयत और जननायक जनता पार्टी से संदीप गढ़ी मैदान में हैं। 2019 में कांग्रेस प्रत्याशी रणदीप सुरजेवाला भाजपा के लीलाराम गुर्जर से महज 1246 वोटों से हार गए थे।

Comment / Reply From

Vote / Poll

क्या राजस्थान मे बेरोजगारी का मुद्दा खत्म हो चुका है ..

View Results
Yes
5%
No
95%

Talk to us?