Dark Mode
  • day 00 month 0000
बीमा सखी योजना को जल्द हरी झंडी दिखाएंगे पीएम मोदी, महिलाएं होंगी आत्मनिर्भर

बीमा सखी योजना को जल्द हरी झंडी दिखाएंगे पीएम मोदी, महिलाएं होंगी आत्मनिर्भर

Bima Sakhi Yojna Details : 22 जनवरी 2015 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हरियाणा के पानीपत में ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ योजना का शुभारंभ किया था। इस योजना को जल्द ही 9 साल पूरे होने वाले हैं। वहीं केंद्रीय योजनाओं की शुरुआत के लिए हरियाणा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पहली पसंद है। इस बार प्रधानमंत्री नौ दिसंबर को हरियाणा के पानीपत से बीमा सखी योजना की शुरुआत करने जा रहे हैं। करीब नौ साल पहले प्रधानमंत्री ने 22 जनवरी 2015 को पानीपत से ही बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ योजना की शुरुआत की थी। इन सालों के दौरान आधा दर्जन केंद्रीय योजनाओं की शुरुआत राज्य के अलग-अलग जिलों से केंद्र सरकार कर चुकी है। खबरों की मानें तो 9 दिसंबर को पानीपत दौरे के दौरान पीएम मोदी हरियाणा को फिर एक बड़ी सौगात देने वाले हैं। पानीपत में पीएम मोदी बीमा सखी योजना को हरी झंडी दिखाएंगे।

 

महिलाओं को मिलेगा रोजगार
देश में जब बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ योजना की शुरुआत पानीपत से हुई थी, उस समय राज्य का लिंग अनुपात 837 था, जो अब बढ़कर 923 तक पहुंच चुका है। प्रदेश सरकार राज्य के लिंग अनुपात को एक हजार लड़कों पर 950 लड़कियों के जन्म तक पहुंचाना चाहती है। इसके लिए हरियाणा की सीमाओं से सटे राज्यों में छापेमारी अभियान में तेजी लाई जाने वाली है। नौ दिसंबर को ही प्रधानमंत्री 65 एकड़ में बने 400 करोड़ की लागत वाले करनाल के महाराणा प्रताप बागवानी विश्वविद्यालय के मुख्य कैंपस का शिलान्यास करेंगे। इसके साथ ही पीएम मोदी पानीपत में बीमा सखी योजना का ऐलान करेंगे। इस योजना के तहत महिलाओं को रोजगार दिया जाएगा। बीमा सखी योजना का उद्देश्य महिलाओं को आत्मनिर्भर और आर्थिक रूप से सक्षम बनाना है। करनाल के सांसद के रूप में केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल और मुख्यमंत्री नायब सैनी ने दो दिन पहले ही प्रधानमंत्री के पानीपत दौरे की व्यवस्थाओं का जायजा लिया।

 

बीमा सखी योजना का वेतन
बीमा सखी योजना का हिस्सा बनी महिलाएं बीमा एजेंट के रूप में काम करेंगी। इसके लिए उन्हें घर-घर जाकर बीमा करना होगा। योजना से जुड़ने वाली महिलाओं को पहले एक साल तक 7,000 रुपए का मासिक वेतन मिलेगा। दूसरे साल में 6,000 रुपए और तीसरे साल में 5,000 रुपए का मासिक वेतन दिया जाएगा। इसके अलावा टारगेट पूरा करने पर महिलाओं को कमीशन भी मिलेगा। साथ ही सभी महिलाओं को प्रोत्साहन देने के लिए 2,100 रुपए की अतिरिक्त राशि दी जा सकती है। योजना के शुरुआती फेज में 35 हजार महिलाओं को इससे जोड़ा जाएगा।

महिलाओं को बीमा सखी के रूप में किया जाएगा नियुक्त

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी नौ दिसंबर को जिस बीमा सखी योजना की शुरुआत पानीपत से करने जा रहे हैं, उसका उद्देश्य ग्रामीम क्षेत्रों में रहने वाली महिलाओं को स्वरोजगार देकर आत्मनिर्भर बनाने की है। बीमा सखी योजना भारतीय जीवन बीमा निगम के सहयोग से चलाई जाएगी। इस योजना के तहत महिलाओं को बीमा से संबंधित प्रशिक्षण दिया जाएगा और उन्हें “बीमा सखी” के रूप में नियुक्त किया जाएगा। यह योजना खासतौर पर ग्रामीण इलाकों में बीमा जागरूकता बढ़ाने और महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से चलाई जा रही है। बीमा सखी योजना इसलिए ज्यादा महत्वपूर्ण है, क्योंकि घर से बाहर निकलकर महिलाओं को बीमा एजेंट के रूप में काम करने का मौका मिलेगा, जिससे वे अपनी आय अर्जित कर सकेंगी। महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने और वित्तीय सशक्तीकरण के लिए यह योजना मददगार होगी। योजना में जुड़ने वाली महिलाओं को पहले साल सात हजार रुपये मासिक, दूसरे साल छह हजार और तीसरे साल पांच हजार रुपये मासिक वेतन मिलेगा। साथ ही जितने भी बीमा करेंगी, उनका कमीशन अलग से दिया जाएगा। महिलाओं को हर महीने 2,100 रुपये की राशि अतिरिक्त प्रोत्साहन के रूप में मिलेगी। शुरूआती चरण में लगभग 35 हजार महिलाओं को इस योजना का हिस्सा बनाने का प्रयास है।

बीमा सखी बनने की योग्यता

बीमार सखी योजना का हिस्सा बनने के लिए महिलाओं की उम्र 18-50 साल के बीच होनी चाहिए। महिलाएं 10वीं पास हों और ग्रामीण क्षेत्रों से ताल्लुक रखती हों। बीमा सेवाओं में दिलचस्पी रखने वाली महिलाएं इसमें आवेदन कर सकती हैं।

बीमा सखी योजना में आवेदन कैसे करें?

बीमा सखी योजना के लिए महिलाएं ऑनलाइन और ऑफलाइन आवेदन कर सकती हैं। ऑफलाइन आवेदन करने के लिए महिलाओं को नजदीकी LIC ऑफिस जाना होगा। वहीं ऑनलाइन आवेदन करने के लिए सरकार की औपचारिक वेबसाइट पर जाएं। बीमा सखी योजना पर क्लिक करें। फॉर्म भरकर जरूरी दस्तावेज अपलोड करें और सबमिट बटन पर क्लिक कर दें।

Comment / Reply From

Vote / Poll

क्या राजस्थान मे बेरोजगारी का मुद्दा खत्म हो चुका है ..

View Results
Yes
11%
No
89%

Talk to us?