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US Election 2024 : अमेरिका में चुनाव कोई भी जीते, भारत से बने रहेंगे मजबूत रिश्ते, वैश्विक स्तर पर दिख सकता है बड़ा असर

US Election 2024 : अमेरिका में चुनाव कोई भी जीते, भारत से बने रहेंगे मजबूत रिश्ते, वैश्विक स्तर पर दिख सकता है बड़ा असर

US Election 2024 : अमेरिका में आज राष्ट्रपति चुनाव के लिए वोटिंग का आखिरी दिन है। इसके बाद कल बुधवार को चुनाव के पहले रुझान सामने आ जाएंगे। इसमें काफी हद तक यह स्पष्ट हो जाएगा कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) होंगे या फिर अमेरिका कमला हैरिस (Kamla Haris) को राष्ट्रपति चुनकर अपने इतिहास में एक स्वर्णिम अध्याय जोड़ देगा।

 

कमला हैरिस को कड़ी टक्कर दे रहे डोनाल्ड ट्रंप

दरअसल अमेरिका में हर बार की तरह इस बार भी सीधा मुकाबला रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप और डेमोक्रेटिक प्रत्याशी कमला हैरिस के बीच है। शुरुआती दौर में जहां भारतीय मूल की कमला हैरिस की जीत लगभग तय मानी जा रही थी, वहीं अमेरिका में प्रवासी कामगारों के मुद्दे को छेड़कर डोनाल्ड ट्रंप एक बार फिर रेस में लौट आए हैं और अब कमला हैरिस को कड़ी टक्कर देते नजर आ रहे हैं। दरअसल अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव (US Presidential Election) इसलिए भी मायने रखते हैं क्योंकि ये चुनाव ऐसे समय में हो रहे हैं जब दुनिया कई चुनौतियों का सामना कर रही है। मध्य-पूर्व एशिया में जहां बीते लंबे समय से युद्ध के हालात बने हुए हैं, दूसरी तरफ रूस और यूक्रेन के बीच की जंग (Russia-Ukraine War) खत्म होने का नाम ही नहीं ले रही है। वहीं हाल के कुछ महीनों में भारत और कनाडा (India-Canada Tension) के आपसी रिश्तों में भी टकराव बढ़ता हुआ देखा जा रहा है और हाल ही में हिंदू मंदिर पर हुए हमलों से यह टकराव और ज्यादा बढ़ने की आशंका लगातार बनी हुई है।

 

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अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में चाहे कोई भी जीते, भारत से रिश्तों पर नहीं पड़ेगा असर

वहीं जानकारों का मानना है कि 4 साल में होने वाले अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव (Presidential Election) सिर्फ अमेरिका के लिए ही नहीं, बल्कि इसके नतीजे पूरी दुनिया पर असर डालते हैं। अमेरिकी चुनाव में जीत किसकी होगी, उससे अंतर्राष्ट्रीय संबंध, आर्थिक नीति और स्थिरता तय होगी। वहीं माना जा रहा है कि अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में चाहे कमला हैरिस जीतें या डोनाल्ड ट्रंप, इससे भारत और अमेरिका के आपसी रिश्तों पर कोई नकारात्मक असर नहीं पड़ेगा। क्योंकि पीएम मोदी (PM Modi) 2020 के राष्ट्रपति चुनाव के दौरान जहां खुद डोनाल्ड ट्रंप के लिए चुनाव प्रचार कर चुके हैं, वहीं अगर कमला हैरिस चुनाव जीतती हैं, तो भारतीय मूल की होने के नाते अमेरिका में बसने वाले भारतीय समुदाय और भारत के साथ अमेरिकी संबंधों को मजबूत करना उनकी प्राथमिकता में रहने की संभावना है। इसके अलावा जब जो बाइडेन (Joe Biden) अमेरिका के राष्ट्रपति चुने गए थे तो उन्हें सबसे पहले पीएम मोदी ने ही बधाई दी थी। वहीं वैश्विक स्तर पर देखें तो अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के नतीजों का दूरगामी असर पड़ने की उम्मीद है। विशेषज्ञों का मानना है कि गाजा की लड़ाई (Gaza War) से लेकर यूक्रेन जंग तक, अमेरिकी चुनाव के नतीजे काफी चीजों को सीधे तौर पर प्रभावित करेंगे।

 

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रूस-यूक्रेन युद्ध पर भी पड़ेगा राष्ट्रपति चुनाव नतीजों का असर

दरअसल अगर राष्ट्रपति चुनाव में ट्रंप की जीत होती है, तो रूस और यूक्रेन की लड़ाई का रुख बदल सकता है। ऐसा इसलिए क्योंकि ट्रंप शुरू से ही रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) के साथ खड़े रहे हैं। वे कई बार कह चुके हैं कि अगर वे राष्ट्रपति बनते हैं, तो यूक्रेन को दी जाने वाली लाखों डॉलर की आर्थिक और सैन्य मदद बंद कर देंगे। ऐसी स्थिति में वे पुतिन और रूस पर लगे प्रतिबंधों को भी हटा सकते हैं, जबकि अगर कमला हैरिस जीतती हैं तो बाइडेन की नीतियां ही जारी रहेंगी।

 

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नाटो सदस्य देश चाहते हैं कमला हैरिस की जीत

इसके अलावा वैश्विक स्तर पर ही देखें तो 31 देशों के सैन्य संगठन NATO का 2/3 बजट अमेरिका से आता है। ट्रंप कई बार NATO से बाहर निकलने की धमकी दे चुके हैं। NATO के पूर्व महासचिव रोस गोटेमोलर ने एक इंटरव्यू में कहा था कि डोनाल्ड ट्रंप यूरोप के लिए बुरे सपने की तरह हैं। ट्रंप कई बार कह चुके हैं कि बाकी देशों को भी NATO का बजट बढ़ाना चाहिए। ट्रंप नाटो के हर सदस्य देश को अपनी जीडीपी का 2 फीसदी NATO को देने की पैरवी करते हैं। अभी 31 में से 23 देश ही ऐसा करते हैं। ऐसे में अगर ट्रंप ये चुनाव जीत जाते हैं, तो वे नाटो के बाकी सदस्य देशों पर भी अपना योगदान बढ़ाने के लिए दबाव डाल सकते हैं। जबकि कमला हैरिस इस तरह के विचार से इत्तेफाक नहीं रखती हैं।

 

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