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नेपाल में सुशीला कार्की बनीं अंतरिम सरकार की पहली महिला प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति भवन में ली शपथ

नेपाल में सुशीला कार्की बनीं अंतरिम सरकार की पहली महिला प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति भवन में ली शपथ

नेपाल में शुक्रवार रात इतिहास रचते हुए नेपाल की पहली महिला प्रधानमंत्री सुशीला कार्की ने प्रधानमंत्री पद की शपथ ली। राष्ट्रपति भवन शपथ ग्रहण समारोह में राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल ने उन्हें पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। इस मौके पर कार्की को देश की नेपाल अंतरिम सरकार प्रधानमंत्री के तौर पर कार्यभार सौंपा गया।

 

राजनीतिक संकट का अंत

 

पिछले कई दिनों से नेपाल में जारी राजनीतिक अनिश्चितता का अंत नेपाल की पहली महिला प्रधानमंत्री सुशीला कार्की के शपथ लेने के साथ हो गया। तीन दिनों के राजनीतिक संकट और हिंसक प्रदर्शनों के बाद आखिरकार नेपाल नई अंतरिम सरकार का गठन हुआ। राष्ट्रपति पौडेल ने सुशीला कार्की को प्रधानमंत्री नियुक्त करते हुए संसद को भंग करने की घोषणा की, जो प्रदर्शनकारियों की प्रमुख मांग थी।

 

शपथ ग्रहण और समारोह

 

सुशीला कार्की शपथ ग्रहण समारोह राजधानी काठमांडू के शीतल निवास में हुआ, जहां मुख्य न्यायाधीश, वरिष्ठ अधिकारी और राजनयिक मौजूद थे। इस मौके पर कार्की को नेपाल की पहली महिला अंतरिम प्रधानमंत्री बनने का गौरव मिला। राष्ट्रपति भवन शपथ ग्रहण समारोह में सिर्फ पूर्व प्रधानमंत्री बाबूराम भट्टराई मौजूद रहे। कार्की के प्रधानमंत्री बनने के बाद नेपाल की सियासत में नया अध्याय शुरू हो गया।

 

भारत ने दी बधाई

 

भारत ने भी आधिकारिक बयान जारी कर भारत ने सुशीला कार्की को बधाई दी। विदेश मंत्रालय ने कहा कि नेपाल अंतरिम सरकार प्रधानमंत्री के रूप में कार्की की नियुक्ति से शांति और स्थिरता को बढ़ावा मिलेगा। मंत्रालय ने यह भी कहा कि भारत दोनों देशों और लोगों की भलाई और समृद्धि के लिए मिलकर काम करता रहेगा।

 

संसद भंग और नई चुनाव तिथि

 

सुशीला कार्की के कार्यभार संभालते ही नेपाल नई अंतरिम सरकार के तहत संसद को भंग कर दिया गया। राष्ट्रपति ने नोटिस जारी कर बताया कि निचला सदन 12 सितम्बर की रात 11 बजे से भंग हो गया है। साथ ही अगले चुनाव की तारीख 5 मार्च 2026 घोषित कर दी गई। यह फैसला सुशीला कार्की शपथ ग्रहण समारोह के बाद तुरंत लागू हुआ।

 

हिंसा और नुकसान

 

नेपाल में हाल ही में हुए जेन-जी प्रदर्शनों में भारी हिंसा हुई, जिसमें 51 लोगों की मौत हो गई। इसमें एक भारतीय महिला और तीन पुलिसकर्मी भी शामिल थे। प्रदर्शनों के दौरान कई होटल और सरकारी भवनों को नुकसान पहुंचा, जिससे लगभग 25 अरब नेपाली रुपये का नुकसान हुआ। इस पृष्ठभूमि में नेपाल की पहली महिला प्रधानमंत्री सुशीला कार्की को बड़ी चुनौती के बीच सत्ता संभालनी पड़ी है।

 

सुशीला कार्की का सफर

 

विराटनगर में जन्मीं सुशीला कार्की नेपाल की पहली महिला मुख्य न्यायाधीश भी रह चुकी हैं। उन्होंने कानून की पढ़ाई त्रिभुवन यूनिवर्सिटी से और राजनीति विज्ञान में पोस्ट ग्रेजुएशन बीएचयू से किया। अपने करियर में उन्होंने कई ऐतिहासिक फैसले सुनाए। अब उन्हें नेपाल अंतरिम सरकार प्रधानमंत्री के तौर पर देश को संकट से बाहर निकालने की जिम्मेदारी दी गई है।

 

उम्मीदें और चुनौतियाँ

 

नेपाल के लोगों और अंतरराष्ट्रीय समुदाय की नजरें अब नेपाल की पहली महिला प्रधानमंत्री सुशीला कार्की पर हैं। उनसे उम्मीद है कि वह नेपाल नई अंतरिम सरकार को स्थिरता देंगी और भ्रष्टाचार व हिंसा के मुद्दों पर सख्त कदम उठाएंगी। वहीं भारत ने भरोसा जताया है कि भारत ने सुशीला कार्की को बधाई दी और दोनों देशों के रिश्ते और मजबूत होंगे।

 

 

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