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जीना है तो मरना सीखो’,पिता को याद करते हुए चिराग का पोस्ट, क्या बिहार सीट शेयरिंग से जुड़ा मामला?

जीना है तो मरना सीखो’,पिता को याद करते हुए चिराग का पोस्ट, क्या बिहार सीट शेयरिंग से जुड़ा मामला?

बिहार राजनीति में बिहार चुनाव 2025 से पहले नया मोड़ आ गया है। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) में सीट बंटवारे की चर्चा अभी तक अटकी हुई है। इस बीच केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने अपने पिता और पूर्व केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान की पुण्यतिथि पर X (पूर्व ट्विटर) पर एक भावुक पोस्ट किया। उन्होंने लिखा, “जुर्म करो मत, जुर्म सहो मत। जीना है तो मरना सीखो, कदम-कदम पर लड़ना सीखो।” इस पोस्ट को बिहार सीट शेयरिंग विवाद से जोड़ा जा रहा है, जिससे राजनीतिक हलकों में चर्चा तेज हो गई है।

 

बिहार सीट शेयरिंग विवाद का मामला

 

सूत्रों के अनुसार, बिहार सीट शेयरिंग में सबसे बड़ा विवाद चिराग पासवान की मांगों को लेकर है। लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान 35 से 40 सीटों पर चुनाव लड़ना चाहते हैं। वहीं भाजपा और जदयू मिलकर उन्हें 25 सीटें देने को तैयार हैं। इस मसले के कारण बिहार राजनीति में गठबंधन को अंतिम रूप नहीं मिल पाया है।

 

चिराग पासवान का राजनीतिक संदेश

 

जानकारी के मुताबिक अपने पोस्ट में चिराग पासवान ने कहा कि वे अपने पिता की राह पर चलते हुए बिहार के हर बिहारी के सपनों को साकार करना चाहते हैं। उन्होंने लिखा, “मैं आपके दिखाए मार्ग और विजन ‘बिहार फ़र्स्ट, बिहारी फ़र्स्ट’ को साकार करने के लिए पूर्ण रूप से प्रतिबद्ध हूं।” इस पोस्ट को बिहार राजनीति में उनके असंतुष्ट होने के संकेत के रूप में देखा जा रहा है।

 

एनडीए बैठक और सीट बंटवारा

 

एनडीए की बैठक में केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने चिराग पासवान से बातचीत की, लेकिन सीटों पर सहमति नहीं बन पाई। भाजपा और जदयू पहले ही 205 सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर चुके हैं। अब बची 38 सीटों को सहयोगी दलों के बीच बांटने पर चर्चा चल रही है। बिहार सीट शेयरिंग विवाद के कारण गठबंधन में हलचल बनी हुई है।

 

बिहार चुनाव 2025 की तैयारियां

 

बिहार चुनाव 2025 के तहत राज्य की 243 विधानसभा सीटों के लिए मतदान दो चरणों में होगा 7 और 11 नवंबर को। पहले चरण में 121 सीटों और दूसरे चरण में 122 सीटों पर वोट डाले जाएंगे। नतीजे 14 नवंबर को घोषित होंगे। इस चुनाव में चिराग पासवान और उनकी पार्टी प्रमुख भूमिका निभाने जा रहे हैं।

 

सीटों के लिए चिराग पासवान की जिद

 

सूत्रों के मुताबिक, भाजपा ने चिराग पासवान को 25 सीटों का ऑफर दिया है, जबकि जीतन राम मांझी को 7 और उपेंद्र कुशवाहा को 6 सीटें देने का फॉर्मूला तय किया गया है। लेकिन चिराग पासवान कम से कम 35 सीटों पर चुनाव लड़ने के लिए अड़े हुए हैं। यही वजह है कि बिहार सीट शेयरिंग पर अंतिम मुहर नहीं लग सकी है।

 

राजनीतिक हलकों में प्रतिक्रिया

 

चिराग पासवान के पोस्ट और सीट मांग को लेकर राजनीतिक गलियारे में चर्चाओं का बाजार गर्म है। विशेषज्ञों का कहना है कि बिहार राजनीति में चिराग की भूमिका इस बार निर्णायक साबित हो सकती है। उनकी मांगें और उनके पिता की विरासत दोनों ही बिहार चुनाव 2025 के समीकरण को प्रभावित कर सकती हैं।

 

 ऐसी ही जानकारी के लिए विजिट करे: The India Moves

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