Dark Mode
  • day 00 month 0000
भारत और अमेरिका के बीच 10 साल के लिए हुई डिफेंस डील,जानिए एजेंडे में क्या क्या शामिल है?

भारत और अमेरिका के बीच 10 साल के लिए हुई डिफेंस डील,जानिए एजेंडे में क्या क्या शामिल है?

भारत-अमेरिका डिफेंस डील 2025 के तहत भारत और अमेरिका ने 10 साल की डिफेंस डील पर हस्ताक्षर किए हैं। यह भारत अमेरिका रक्षा समझौता मलेशिया की राजधानी कुआलालंपुर में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और अमेरिकी डिफेंस सेक्रेटरी पीट हेगसेथ की बैठक के बाद हुआ। इस समझौते की पुष्टि खुद हेगसेथ ने की और कहा कि “India US Defence Deal 2025 अब तक का सबसे बड़ा रक्षा सहयोग है।” समझौते में दोनों देशों ने तकनीकी सहायता, सूचना साझेदारी और हिंद-प्रशांत क्षेत्र में संयुक्त सुरक्षा सहयोग को गहराई देने का संकल्प लिया है।

 

India US Defence Partnership से क्या मिलेगा भारत को फायदा?

 

जानकारी के मुताबिक, यह India US Defence Agreement भारत की रक्षा क्षमता को मजबूत बनाने की दिशा में ऐतिहासिक कदम माना जा रहा है। भारत अमेरिका रक्षा समझौता के तहत दोनों देश एक-दूसरे को अत्याधुनिक सैन्य तकनीक, ड्रोन, और मिसाइल सिस्टम तक पहुंच देंगे। राजनाथ सिंह ने इस मौके को “भारत-अमेरिका संबंधों के नए युग की शुरुआत” बताया। उन्होंने कहा कि “भारत-अमेरिका डिफेंस डील 2025 रक्षा क्षेत्र में ‘मेक इन इंडिया’ और आत्मनिर्भरता को नई ऊंचाई देगी।”

 

मेक इन इंडिया और इंजन डिलीवरी पर चर्चा

 

जानकारी के मुअतबिक, 10 साल की डिफेंस डील के एजेंडे में इंजन डिलीवरी और रक्षा उत्पादन पर भी खास ध्यान दिया गया। बैठक के दौरान F-404 इंजन की डिलीवरी में देरी पर चर्चा हुई, जो भारतीय वायुसेना के तेजस फाइटर जेट के लिए अहम है। India US Defence Deal 2025 के जरिए अब अमेरिका और भारत संयुक्त रूप से हेलीकॉप्टर, ड्रोन और हथियार प्रणालियाँ भारत में बनाएंगे। इससे न सिर्फ “मेक इन इंडिया” को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि अमेरिकी कंपनियों को भारत में निवेश के अवसर भी मिलेंगे।

 

भारत और अमेरिका के बीच 10 साल के लिए हुई डिफेंस डील,जानिए एजेंडे में क्या क्या शामिल है?

 

हिंद-प्रशांत क्षेत्र के लिए बना 10 साल का रोडमैप

 

भारत अमेरिका रक्षा समझौता का सबसे अहम हिस्सा हिंद-प्रशांत महासागर से जुड़ा है। इस India US Defence Partnership के तहत दोनों देश इस क्षेत्र में स्थिरता, स्वतंत्र नौवहन और सुरक्षा बनाए रखने के लिए एक दशक लंबा रोडमैप लागू करेंगे। हेगसेथ ने कहा कि “यह डील सिर्फ दो देशों के बीच सहयोग नहीं, बल्कि पूरे क्षेत्र की स्थिरता के लिए एक साझा दृष्टिकोण है।” India US Defence Deal 2025 से चीन के बढ़ते प्रभाव को संतुलित करने में भी मदद मिलेगी।

 

राजनाथ सिंह ने बताया – “यह नया युग है”

 

डील साइन करने के बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा ,“कुआलालंपुर में पीट हेगसेथ के साथ उपयोगी बैठक हुई। हमने 10 साल की डिफेंस डील पर हस्ताक्षर किए हैं, जो भारत-अमेरिका डिफेंस डील 2025 के तहत हमारे संबंधों को नई दिशा देगी।” उन्होंने कहा कि “यह रूपरेखा India US Defence Agreement के सभी पहलुओं को नीति-निर्देशन प्रदान करेगी और भारत की सुरक्षा नीति को नई ताकत देगी।”

 

 

हिंद-प्रशांत क्षेत्र क्यों है अहम?

 

हिंद-प्रशांत क्षेत्र दुनिया के सबसे आबादी वाले और रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण इलाकों में से एक है। इस क्षेत्र में चार महाद्वीप – एशिया, अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया और अमेरिका – शामिल हैं और यहां विश्व की करीब 60% आबादी रहती है। India US Defence Deal 2025 का मकसद इस क्षेत्र में सहयोग बढ़ाकर चीन के बढ़ते प्रभाव को चुनौती देना है। भारत अमेरिका रक्षा समझौता से दोनों देशों की नौसेनाओं के बीच समन्वय और साझा ऑपरेशन क्षमता में इजाफा होगा।

 

क्षेत्रीय सुरक्षा और रणनीतिक प्रभाव

 

India US Defence Partnership के जरिए दोनों देशों की सेनाएं अब संयुक्त अभ्यास, सूचना साझाकरण और आपसी तकनीकी विकास पर साथ काम करेंगी। रक्षा विशेषज्ञों के अनुसार, यह भारत-अमेरिका डिफेंस डील 2025 हिंद-प्रशांत में शक्ति संतुलन को बनाए रखने के साथ-साथ भारत की रक्षा नीति को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नई पहचान देगी। यह India US Defence Agreement भारत के आत्मनिर्भर रक्षा लक्ष्य को मजबूती देगा और अमेरिका को भी रणनीतिक लाभ पहुंचाएगा।

 

ऐसी ही जानकारी के लिए विजिट करे: The India Moves

Comment / Reply From

Vote / Poll

क्या राजस्थान मे बेरोजगारी का मुद्दा खत्म हो चुका है ..

View Results
Yes
11%
No
89%

Talk to us?