Dark Mode
  • day 00 month 0000
सीएम उमर अब्दुल्ला ने कहा, पर्यटक सुरक्षा जिम्मेदारी केंद्र की

सीएम उमर अब्दुल्ला ने कहा, पर्यटक सुरक्षा जिम्मेदारी केंद्र की

 

सीएम उमर अब्दुल्ला ने कहा, " मेजबान होने के नाते पर्यटक की सुरक्षा हमारी जिम्मेदारी थी"

 

Jammu-Kashmir: जम्मू कश्मीर में कल 28 अप्रैल को विधानसभा का स्पेशल सत्र बुलाया गया, जिसका उद्देश्य पहलगाम में निर्दोष 26 लोगों को श्रद्धांजलि देने के लिए था। इस सत्र में सीएम उमर अब्दुल्ला ने कहा कि ऐसा पहली बार हुआ है कि श्रीनगर की जामिया मस्जिद और दूसरी मस्जिदों में जुमे की नमाज से पहले दो मिनट का मौन रखकर पहलगाम हमले में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि दी गई।

 

सीएम उमर अब्दुल्ला ने कहा कि जम्मू कश्मीर पर्यटन हमले के खिलाफ सड़कों पर लोगों का आक्रोश दिखा और लोग प्रदर्शन कर रहे हैं, इंसाफ मांग रहे हैं। इनके आक्रोश उम्मीद जगाता है कि लोगों के सहयोग से आतंकवाद को जड़ से खत्म कर सकते हैं। सीएम उमर अब्दुल्ला ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में पर्यटक सुरक्षा जिम्मेदारी केंद्र सरकार के ऊपर है।

 

सीएम ने कहा "पहलगाम हमले ने हमें झकझोर दिया"

 

जम्मू-कश्मीर विधानसभा में सीएम उमर अब्दुल्ला बयान की अपेक्षा एक मुख्यमंत्री से ही की जाती है। बात सही भी है, जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा की जिम्मेदारी केंद्र की है। मुख्यमंत्री के हाथ में सुरक्षा की जिम्मेदारी नहीं है, लेकिन फिर भी उमर अब्दुल्ला ने जो चिंता पहलगाम हमले के बाद आज विधानसभा के विशेष सत्र में ज़ाहिर की, उसने राष्ट्र के मुद्दे पर भारत की एक मजबूत एकता का ही प्रमाण दिया है। आगे उमर अब्दुल्ला ने कहा कि बेशक उनके हाथ में कुछ नहीं है, लेकिन मेज़बान होने के नाते उनकी ज़िम्मेदारी थी कि जो लोग देश के अलग-अलग हिस्सों से कश्मीर आए, उन्हें सकुशल वापस भेजा जाए, जो ऐसा नहीं हो पाया। विधानसभा में भावुक होकर सीएम उमर अब्दुल्ला ने कहा कि पहलगाम हमला ने हमें अंदर से झकझोर के रख दिया है, मैं क्या जवाब दूं उस नेवी अफसर की विधवा को, उस छोटे बच्चे को जिसने अपने पिता को खून में लथपथ देखा है।

 

उमर ने जताया दुख, मांगी माफी

 

सीएम उमर अब्दुल्ला ने कहा कि 'अतीत में हमने कश्मीरी पंडितों और सिख समुदायों पर आतंकी हमले होते देखे हैं। उसके बाद ऐसा हमला हुआ है। सीएम ने आगे कहा कि मेरे पास पीड़ितों के परिवार के सदस्यों से माफी मांगने के लिए शब्द नहीं हैं, मैं कानून और व्यवस्था का प्रभारी नहीं हूं, लेकिन मैंने पर्यटकों को कश्मीर आने के लिए आमंत्रित किया। उनके मेज़बान के रूप में, उनकी देखभाल करना और उनकी सुरक्षा हमारी जिम्मेदारी है।'

 

अब समय आ गया है बदलाव का

 

विधानसभा में सीएम उमर अब्दुल्ला ने करीब 25 मिनट तक भाषण दिया। हमें सोच-समझकर कदम उठाते हुए कार्रवाई करनी है जिससे लोग अलग-थलग पड़ जाएं, मुझे लगता है कि अब समय आ गया है जब लोग उस दिशा की ओर बढ़ रहे हैं। अब जम्मू में पर्यटन नीति की प्राथमिकता से काम किया जाए।

 

पहलगाम हमले की भरपाई संभव नहीं

 

सीएम उमर अब्दुल्ला ने पहलगाम हमले में मारे गए लोगों के बारे में कहा कि चारों दिशाओं में रह रहे भारत देश को इस कायराना हमले के कारण बहुत बड़ा नुकसान उठाना पड़ा है, जिसकी हम भरपाई नहीं कर सकते। ऐसा हमला जम्मू-कश्मीर में पहला हमला नहीं था, अमरनाथ यात्रा शिविर, डोडा के गांवों, कश्मीरी पंडितों और सिख बस्तियों पर गोलीबारी जैसी कई घटनाएं पहले भी हो चुकी हैं। बैसरन की घटना 21 साल के अंतराल के बाद हुई।

 

जम्मू-कश्मीर में हमलों के पीछे हाशिम मूसा

 

इंटेलिजेंस एजेंसी के मुताबिक पहलगाम हमले का मास्टर माइंड पाकिस्तान का पूर्व SSG कमांडर हाशिम मूसा है। मूसा अभी लश्कर-ए-तैयबा के लिए काम कर रहा है। लश्कर ने ही उसे जम्मू-कश्मीर भेजा था ताकि वह सुरक्षा बलों और गैर-स्थानीय नागरिकों पर हमलों को अंजाम दे सके। मूसा ने गांदरबल के गगनगीर में अक्टूबर 2024 में हमले को अंजाम दिया था। इसमें कई मजदूर और एक स्थानीय डॉक्टर की जान गई थी। बारामूला अटैक भी मूसा ने कराया था, जिसमें 2 आर्मी जवानों और 2 पोर्टर्स की जान गई थी।

 

जम्मू-कश्मीर विधानसभा के विशेष सत्र में सीएम उमर अब्दुल्ला ने कई बातें कही, लेकिन फिर भी कुछ सवालों के जवाब पूरा देश जानना चाहता है कि आखिर पाकिस्तान की सीमा से कई किलोमीटर अंदर तक ये आतंकी कैसे घुस आए? किसने इनकी मदद की और क्यों की? किसने पहलगाम में दहशतगर्दों को इलाके से रूबरू कराया? किसने इनको शरण दी? आतंकियों ने पहलगाम में कभी न भूलने वाला जो जख्म दिया, इसका जवाब हम उन कश्मीरियों से भी मांगते हैं जिनका हाथ पहलगाम हमले में है।

 

 

ऐसी ही जानकारी के लिए विजिट करें- The India Moves

Comment / Reply From

Vote / Poll

क्या राजस्थान मे बेरोजगारी का मुद्दा खत्म हो चुका है ..

View Results
Yes
10%
No
90%

Talk to us?