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Chhath Puja at Yamuna River Update : यमुना नदी के घाट पर नहीं कर सकेंगे छठ पूजा, दिल्ली हाईकोर्ट ने खारिज की याचिका

Chhath Puja at Yamuna River Update : यमुना नदी के घाट पर नहीं कर सकेंगे छठ पूजा, दिल्ली हाईकोर्ट ने खारिज की याचिका

Chhath Puja at Yamuna River Update : इन दिनों उत्तर भारत में छठ महापर्व (Chhath Maha Parv) मनाया जा रहा है। नहाय खाय (Nahay Khay) के साथ इस पर्व की शुरुआत हुई थी और आज इसका दूसरा चरण यानि खरना की विधि संपन्न की गई। इसके बाद कल से 36 घंटे का महाव्रत शुरू होगा। इस दौरान विवाहित महिलाएं अपने परिवार और सुहाग की मंगल कामना के लिए निर्जला उपवास करती हैं और 36 घंटे तक पानी में खड़ी रहती हैं। इसलिए इस पर्व को या तो किसी नदी या तालाब के किनारे घाट पर मनाया जाता है। वहीं जिन क्षेत्रों में नदी या तालाब नहीं हैं, वहां अस्थाई तालाब बनाए जाते हैं।

 

दिल्ली हाईकोर्ट ने खारिज की जनहित याचिका

इसी तरह दिल्ली (Delhi) में यमुना नदी (Yamuna River) के घाट पर छठ पूजा करने की अनुमति लेने के लिए दिल्ली हाईकोर्ट (Delhi High Court) में याचिका दायर की गई थी। इस याचिका दिल्ली हाईकोर्ट ने आज खारिज कर दिया और यमुना नदी के घाट पर छठ पूजा की अनुमति देने से इनकार कर दिया। बता दें कोर्ट इस मामले में दायर एक जनहित याचिका (PIL) पर सुनवाई कर रहा था, जिसमें जिसमें यमुना नदी के तट पर छठ उत्सव मनाने पर प्रतिबंध लगाने के सरकार के फैसले को चुनौती दी गई थी।

 

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कोर्ट ने कहा- यमुना नदी की बजाय अन्य स्थानों पर करें पूजा

अदालत ने कहा कि यमुना नदी के किनारे पूजा करने की बजाय अन्य घाटों और निर्धारित स्थानों पर छठ पूजा की जा सकती है। अदालत ने कहा कि यह प्रतिबंध संभवतः यमुना नदी में प्रदूषण के उच्च स्तर को देखते हुए लगाया गया है। साथ ही यह भी चेतावनी दी कि ऐसे जहरीले पानी में नहाने से लोग बीमार पड़ सकते हैं।

 

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दिल्ली सरकार ने छठ पूजा के लिए बनवाए 1 हजार से ज्यादा घाट

बता दें दिल्ली में सरकार की तरफ से बनवाए गए 1 हजार से ज्यादा कृत्रिम घाटों पर टेंट, लाइट्स, साफ-सफाई, सुरक्षा आदि सभी चीजों का इंतजाम किया गया है। साथ ही बहुत से घाटों पर मैथली-भोजपुरी अकादमी ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया है, ताकि श्रद्धालु आस्था के महापर्व छठ पूजा को खुशी, सुकून और उल्लास के साथ मना सकें।

 

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