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India-Canada Row : कनाडा में रद्द किया गया दिवाली उत्सव, कनाडा हिंदू फोरम ने की कड़ी निंदा

India-Canada Row : कनाडा में रद्द किया गया दिवाली उत्सव, कनाडा हिंदू फोरम ने की कड़ी निंदा

India-Canada Row : भारत और कनाडा के बीच चल रहे राजनयिक विवाद का असर अब यहां कनाडा में रहने वाले भारतीय मूल के कनाडाई हिंदुओं (Canadian Hindus) पर भी देखने को मिल रहा है। दरअसल हाल ही में अमेरिका के व्हाइट हाउस (Diwali Celebration in White House) में जहां मौजूदा अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन (US President Joe Biden) ने प्रवासी भारतीय समुदाय के साथ दिवाली मनाई, वहीं कनाडा में मनाए जाने वाले दिवाली फेस्टिवल (Diwali Festival in Canada) को रद्द कर दिया है। दरअसल कनाडा के विपक्षी नेता पियरे पोइलीवर और कंजरवेटिव पार्टी की ओर से इस साल के दिवाली उत्सव को रद्द करने का फैसला लिया गया है।

 

दिवाली उत्सव का आयोजन नहीं करना समुदाय के एक बड़े हिस्से का अपमान

इसके बाद कनाडा में बसे हिंदू, सिख, बौद्ध और जैन समुदाय के लोगों में काफी नाराजगी देखी जा रही है। कनाडा हिंदू फोरम ने इस कदम की कड़ी निंदा की है और इसे इसे कनाडा के विविध सांस्कृतिक समुदायों के प्रति असंवेदनशीलता का प्रतीक बताया है। उन्होंने कहा कि दिवाली, जो प्रकाश और एकता का त्योहार है, उसका आयोजन न करना समुदाय के एक बड़े हिस्से की उपेक्षा करना है। वहीं जानकारों का मानना है कि कनाडा में क्योंकि बड़ी संख्या में भारतीय मूल के लोग निवास करते हैं। ऐसे में दिवाली उत्सव रद्द करने के फैसले से कंजरवेटिव पार्टी को आगामी प्रधानमंत्री चुनाव में नुकसान उठाना पड़ सकता है। वहीं कनाडाई सरकार के इस फैसले का असर भारत-कनाडा संबंधों पर भी देखने को मिल सकता है।

 

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कनाडा हिंदू फोरम ने फैसले को बताया राजनीतिक तुष्टिकरण

कनाडा हिंदू फोरम का मानना है कि दिवाली उत्सव रद्द करने का फैसला राजनीतिक तुष्टिकरण का नतीजा है। उन्होंने यह भी कहा कि अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन और अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स जैसे लोगों ने इस पर्व का सम्मान किया है, लेकिन कनाडा के कंजरवेटिव पार्टी के नेता ने समुदायों की भावनाओं को नजरअंदाज किया है। यह फैसला दर्शाता है कि कुछ नेताओं के लिए सांस्कृतिक समारोह और धार्मिक महत्व का स्थान राजनीति के सामने कम है।

 

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