Dark Mode
  • day 00 month 0000
जल्द सुलझेगा टैरिफ विवाद, ट्रंप टैरिफ को लेकर सर्जियो गोर का आया बयान

जल्द सुलझेगा टैरिफ विवाद, ट्रंप टैरिफ को लेकर सर्जियो गोर का आया बयान

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने हाल ही में सर्जियो गोर (Sergio Gor) को भारत में अमेरिकी राजदूत के रूप में नामित किया है। वहीं सर्जियो गोर (Sergio Gor) न केवल व्हाइट हाउस में राष्ट्रपति कार्मिक कार्यालय के निदेशक हैं, बल्कि डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) के बेहद करीबी और भरोसेमंद सहयोगियों में गिने जाते हैं। उनकी यह नियुक्ति भारत-अमेरिका संबंध (India-US Relations) में एक नए और निर्णायक अध्याय की शुरुआत के रूप में देखी जा रही है। वहीं हाल ही में सर्जियो गोर (Sergio Gor) ने ट्रंप और मोदी के रिश्तों को लेकर बड़ा बयान दिया है।

ट्रंप-मोदी पर सर्जियो गोर का बयान


बता दें कि सर्जियो गोर (Sergio Gor) ने अमेरिकी सीनेट समिति के समक्ष यह स्पष्ट किया कि- हाल के दिनों में जो भी ट्रंप टैरिफ (Trump Tariff) को लेकर विवाद सामने आए हैं वे बहुत गहरे नहीं हैं। उनका मानना है कि भारत-अमेरिका संबंध (India-US Relations) मजबूत हैं और आने वाले हफ्तों में यह टैरिफ विवाद सुलझ जाएगा। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के दीर्घकालिक रणनीतिक लक्ष्य समान हैं और यह बात चीन की चुनौती के संदर्भ में और भी प्रासंगिक हो जाती है ।


पीएम मोदी और ट्रंप की मजबूत केमिस्ट्री


डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) और पीएम मोदी (PM Modi) के बीच व्यक्तिगत संबंध भी भारत-अमेरिका संबंध (India-US Relations) को नई ऊंचाई देने में अहम भूमिका निभा रहे हैं। अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने सीनेट पैनल के सामने सर्जियो गोर (Sergio Gor) का परिचय कराते हुए यह बात विशेष रूप से कही कि- जब भी ट्रंप किसी देश की आलोचना करते हैं, तो वह उसके नेता की भी आलोचना करते हैं पर भारत के मामले में ऐसा नहीं है। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि जब ट्रंप भारत की नीतियों पर सवाल उठाते हैं, तब भी वे पीएम मोदी की तारीफ करना नहीं भूलते ।


रूसी तेल और ब्रिक्स पर भारत का समर्थन


डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) और उनकी टीम ने यह भी स्पष्ट किया है कि भारत को रूसी तेल की खरीद पर पुनर्विचार करना होगा। हालांकि इस मुद्दे पर मतभेद हो सकते हैं, सर्जियो गोर (Sergio Gor) ने यह भी रेखांकित किया कि ब्रिक्स जैसे मंचों पर भारत ने अक्सर अमेरिका का समर्थन किया है। यह दर्शाता है कि भारत-अमेरिका संबंध (India-US Relations) सिर्फ व्यापार तक सीमित नहीं, बल्कि वैश्विक रणनीतिक सहयोग की दिशा में भी बढ़ रहे हैं।


ट्रंप टैरिफ और व्यापारिक संबंध


हाल के वर्षों में ट्रंप टैरिफ (Trump Tariff) के चलते दोनों देशों के बीच कुछ व्यापारिक मतभेद सामने आए हैं, लेकिन सर्जियो गोर का मानना है कि यह अस्थायी मुद्दा है। उन्होंने दोहराया कि भारत-अमेरिका संबंध (India-US Relations) की मजबूती के लिए यह जरूरी है कि दोनों देश मिलकर काम करें और अगले कुछ हफ्तों में इन विवादों का समाधान खोजें। इसी के साथ मार्को रुबियो ने अपने संबोधन में इस बात को रेखांकित किया कि 21वीं सदी की कहानी इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में लिखी जाएगी और भारत इस क्षेत्र के केंद्र में है। उन्होंने कहा कि- अमेरिका ने इसीलिए अपनी रणनीति को इस दिशा में मोड़ा है और भारत-अमेरिका संबंध (India-US Relations) इसमें अहम भूमिका निभा रहे हैं।


ऐसी ही जानकारी के लिए विजिट करें- The India Moves

Comment / Reply From
You May Also Like

Vote / Poll

क्या राजस्थान मे बेरोजगारी का मुद्दा खत्म हो चुका है ..

View Results
Yes
11%
No
89%

Talk to us?