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नेपाल में अंतरिम प्रधानमंत्री की रेस में सुशीला कार्की पीछे, कुलमान घिसिंग आगे

नेपाल में अंतरिम प्रधानमंत्री की रेस में सुशीला कार्की पीछे, कुलमान घिसिंग आगे

नेपाल की सियासत में इस समय सबसे बड़ी बहस नेपाल अंतरिम प्रधानमंत्री 2025 को लेकर है। पहले खबरें थीं कि नेपाल की पूर्व चीफ जस्टिस सुशीला कार्की (Sushila Karki) को अंतरिम मुखिया बनाया जा सकता है। लेकिन अब रेस में नया ट्विस्ट आया है। Gen-Z प्रदर्शनकारियों ने देश को बिजली संकट से निकालने वाले इंजीनियर कुलमान घिसिंग (Kulman Ghising) का नाम सबसे आगे कर दिया है। यही वजह है कि अब चर्चा है कि नेपाल PM चुनाव 2025 से पहले अंतरिम सरकार की बागडोर घिसिंग संभाल सकते हैं।

 

कुलमान घिसिंग का नाम क्यों आगे आया?

 

नेपाल अंतरिम प्रधानमंत्री 2025 की चर्चा में अब सभी की नज़रें कुलमान घिसिंग पर टिक गई हैं। गुरुवार को सेना प्रमुख अशोक राज के साथ हुई मुलाकात में Gen-Z प्रतिनिधियों ने साफ कहा कि सुशीला कार्की उम्र और संवैधानिक वजहों से इस पद के लिए उपयुक्त नहीं हैं। उनकी जगह 54 वर्षीय कुलमान घिसिंग आगे बढ़े हैं। घिसिंग ने नेपाल बिजली बोर्ड में रहते हुए लोडशेडिंग खत्म करके अपनी पहचान एक ईमानदार अफसर के रूप में बनाई थी।

 

Gen-Z की मीटिंग में हुआ यूटर्न

 

सूत्रों के मुताबिक, 10 सितंबर को हुई Gen-Z युवाओं की वर्चुअल मीटिंग में पहले सुशीला कार्की का नाम सबसे आगे था। लेकिन गुरुवार को सेना प्रमुख से हुई चर्चा के बाद समीकरण बदल गए और अब कुलमान घिसिंग आगे निकल गए। आंदोलन का नेतृत्व कर रहे युवाओं ने प्रेस रिलीज़ में लिखा कि 70 साल से अधिक उम्र की वजह से सुशीला कार्की Gen-Z का प्रतिनिधित्व नहीं कर सकतीं। यही वजह है कि अब नेपाल अंतरिम प्रधानमंत्री 2025 के लिए कुलमान का नाम सबसे तेजी से उभर रहा है।

 

कुलमान घिसिंग की छवि

 

जमशेदपुर NIT से पढ़ाई करने वाले इंजीनियर कुलमान घिसिंग का नाम नेपाल में बिजली सुधारों के लिए जाना जाता है। जब वे नेपाल ऊर्जा विभाग के प्रमुख बने थे, तब देश में रोजाना 18 घंटे बिजली मिलती थी। घिसिंग ने इसे 24 घंटे कर दिया। इसी काम ने उन्हें लोगों का हीरो बना दिया। पिछले साल KP शर्मा ओली सरकार ने उन्हें समय से पहले हटा दिया था, जिसके बाद नेपाल में जमकर विरोध हुआ। यही कारण है कि आज नेपाल PM चुनाव 2025 से पहले अंतरिम सरकार के लिए कुलमान घिसिंग आगे हैं।

 

सुशीला कार्की क्यों पीछे रहीं?

 

नेपाल की पहली महिला चीफ जस्टिस सुशीला कार्की अपनी ईमानदारी और भ्रष्टाचार विरोधी फैसलों के लिए जानी जाती हैं। शुरुआती दौर में उनका नाम नेपाल अंतरिम प्रधानमंत्री 2025 के लिए सबसे मजबूत माना जा रहा था। लेकिन उनकी उम्र 72 साल है और संविधान के मुताबिक पूर्व जज या चीफ जस्टिस को यह पद नहीं मिल सकता। यही वजह है कि अब नेपाल PM चुनाव 2025 तक के लिए अंतरिम सरकार की रेस में वह पीछे रह गईं और कुलमान घिसिंग आगे निकल आए।

 

सियासत में नया मोड़

 

नेपाल में इस समय तख्तापलट के बाद बड़ी उथल-पुथल है। शुरू में लग रहा था कि सुशीला कार्की सर्वसम्मति से अंतरिम पीएम बनेंगी। लेकिन Gen-Z के दबाव और विपक्षी दलों के रुख बदलने के बाद अब हालात पूरी तरह बदल गए हैं। इस समय पूरा फोकस इस बात पर है कि नेपाल अंतरिम प्रधानमंत्री 2025 कौन बनेगा। ताज़ा समीकरणों में साफ है कि कुलमान घिसिंग आगे निकल चुके हैं और वे ही अंतरिम सरकार का नेतृत्व कर सकते हैं।

 

 

ऐसी ही जानकारी के लिए विजिट करे: The India Moves

 

 

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