Dark Mode
  • day 00 month 0000
लद्दाख हिंसा: केंद्र सरकार ने सोनम वांगचुक को जिम्मेदार ठहराया, आखिर कौन है सोनम वांगचुक?

लद्दाख हिंसा: केंद्र सरकार ने सोनम वांगचुक को जिम्मेदार ठहराया, आखिर कौन है सोनम वांगचुक?

लेह में हिंसा भड़कने का कारण

 

लेह-लद्दाख के शांत जिले में अचानक लद्दाख हिंसा भड़क गई। बुधवार को बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी युवाओं NDS मेमोरियल ग्राउंड में इकट्ठा हुए। इनमें से कुछ ने बीजेपी कार्यालय और हिल काउंसिल पर पथराव किया और आगजनी की। जानकारी के मुताबिक केंद्र सरकार ने बयान जारी कर कहा कि स्थिति नियंत्रण से बाहर होने पर पुलिस को आत्मरक्षा में गोली चलानी पड़ी, जिसमें कुछ लोगों की मौत हुई। गृह मंत्रालय ने बताया कि यह हिंसा सोनम वांगचुक के नेतृत्व वाले आंदोलन के दौरान हुई, जिसमें लद्दाख को पूर्ण राज्य का दर्जा और संविधान की छठी अनुसूची में शामिल करने की मांग की जा रही थी।

 

केंद्र सरकार ने सोनम वांगचुक पर लगाया आरोप

 

जानकारी के मुताबिक गृह मंत्रालय ने कहा कि सोनम वांगचुक ने ‘अरब स्प्रिंग’ और नेपाल के Gen-Z आंदोलन का हवाला देकर भीड़ को भड़काया। मंत्रालय ने स्पष्ट किया कि सरकार लगातार संवाद में लगी थी। 10 सितंबर को सोनम वांगचुक ने भूख हड़ताल शुरू की, जबकि उनकी मांगें पहले से ही उच्चाधिकार प्राप्त समिति (HPC) में चर्चा का हिस्सा थीं। केंद्र सरकार ने लद्दाख में अनुसूचित जनजाति का आरक्षण 45% से बढ़ाकर 84% किया, परिषदों में महिलाओं को 1/3 आरक्षण दिया और भोटी व पुर्गी भाषाओं को आधिकारिक मान्यता दी।

 

हिंसक प्रदर्शन की घटनाएँ

 

सूत्रों के मुताबिक, 24 सितंबर को सुबह 11:30 बजे, प्रदर्शनकारी युवाओं ने भूख हड़ताल स्थल से निकलकर बीजेपी कार्यालय और सीईसी लेह कार्यालय पर हमला किया। भीड़ ने आगजनी की, पुलिस वाहनों को जलाया और 30 से अधिक सुरक्षाकर्मी घायल हुए। गृह मंत्रालय ने बताया कि स्थिति को काबू में करने के लिए पुलिस को आत्मरक्षा में गोली चलानी पड़ी। हालांकि शाम 4 बजे तक हालात नियंत्रण में आ गए।

 

सोनम वांगचुक कौन हैं?

 

सोनम वांगचुक (जन्म 1 सितंबर 1966, लद्दाख) एक इंजीनियर, नवप्रवर्तक, शिक्षाविद और पर्यावरणविद हैं। उन्होंने शिक्षा और टिकाऊ विकास के क्षेत्र में कई अनोखे योगदान दिए हैं।

  • SECMOL (Students’ Educational and Cultural Movement of Ladakh) के संस्थापक
  • "Ice Stupa" तकनीक के आविष्कारक
  • आमिर खान की फिल्म "3 Idiots" में फुंसुख वांगडू का किरदार उन्हीं से प्रेरित
    सोनम वांगचुक ने लद्दाख में सौर ऊर्जा और प्राकृतिक संसाधनों के उपयोग को बढ़ावा दिया और शिक्षा प्रणाली में सुधार किए।

 

भूख हड़ताल और चार मांगें

 

सोनम वांगचुक ने 10 सितंबर से भूख हड़ताल शुरू की थी। उनकी चार प्रमुख मांगें थीं:

  • लद्दाख को पूर्ण राज्य का दर्जा देना
  • संविधान की छठी अनुसूची में शामिल करना
  • कारगिल और लेह को अलग-अलग लोकसभा क्षेत्र घोषित करना
  • सरकारी नौकरियों में स्थानीय लोगों को प्राथमिकता देना

केंद्र सरकार ने कहा कि ये मांगें उच्चाधिकार प्राप्त समिति के चर्चा का हिस्सा थीं और प्रगति भी हो रही थी। इसके बावजूद हिंसा भड़क गई।

 

Gen-Z आंदोलन का हवाला और भीड़ भड़काना

 

सूत्रों के मुताबिक, गृह मंत्रालय ने आरोप लगाया कि सोनम वांगचुक ने Gen-Z आंदोलन और ‘अरब स्प्रिंग’ का हवाला देकर लोगों को भड़काया। भीड़ ने सरकारी कार्यालयों और पुलिस वाहनों पर हमला किया, आगजनी की और कई लोग घायल हुए। मंत्रालय ने कहा कि सोनम वांगचुक ने अपनी भूख हड़ताल खत्म कर गांव लौट गए और स्थिति को शांत करने के प्रयास नहीं किए।

 

स्थानीय जनजातियों और संवैधानिक सुरक्षा

 

सूत्रों के मुताबिक, केंद्र सरकार ने कहा कि लद्दाख में अनुसूचित जनजातियों के लिए 45% से 84% आरक्षण दिया गया, भोटी और पुर्गी भाषाओं को आधिकारिक दर्जा मिला और 1800 पदों पर भर्ती की प्रक्रिया शुरू हुई। मंत्रालय ने बताया कि हिंसा के लिए राजनीतिक और व्यक्तिगत हित वाले लोग जिम्मेदार थे।

 

सोनम वांगचुक की प्रतिक्रिया

 

सोनम वांगचुक ने कहा कि यह हिंसा युवाओं में हताशा का परिणाम है। उन्होंने हिंसा के बाद अपना भूख हड़ताल खत्म कर शांति बनाए रखने की अपील की। उनका कहना है कि युवाओं को रोजगार नहीं मिल रहा और लद्दाख में लोकतंत्र और संवैधानिक अधिकारों का पूरा पालन नहीं हो रहा।

 

लद्दाख में लागू कर्फ्यू और स्थिति

 

लेह और करगिल में बीएनएसएस की धारा 163 लागू कर दी गई। अब तक 4 लोगों की मौत और 70 लोग घायल हुए हैं। केंद्र सरकार ने कहा कि हिंसा के बावजूद संवाद की प्रक्रिया जारी रहेगी और लद्दाख की मांगों को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है।

 

ऐसी ही जानकारी के लिए विजिट करे: The India Moves

 

Comment / Reply From

Vote / Poll

क्या राजस्थान मे बेरोजगारी का मुद्दा खत्म हो चुका है ..

View Results
Yes
11%
No
89%

Talk to us?