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'I Love Mohammad' के जवाब में 'आई लव महादेव' के पोस्टर, वाराणसी से लेकर कानपुर तक विवाद

'I Love Mohammad' के जवाब में 'आई लव महादेव' के पोस्टर, वाराणसी से लेकर कानपुर तक विवाद

'I Love Mohammad' को लेकर उत्तर प्रदेश में चल रहे विवाद को लेकर अब वाराणसी (Varanasi) के संतों ने 'I Love Mohammad' से 'I Love Mahadev' का पोस्टर जारी किया है। 'I Love Mohammad' के पोस्टर्स के बीच वाराणसी में I Love Mahadev' के पोस्टर मठों, मंदिरों और सार्वजनिक स्थलों पर लगाए गए।

 

I Love Mohammad पोस्टर विवाद का जवाब में I Love Mahadev पोस्टर को लेकर गुरुवार 25 सितंबर को वाराणसी के अस्सी इलाके में स्थित सुमेरु पीठ के आश्रम से शुरुआत हुई। जहां दर्जनों संतों ने हाथों में  'I Love Mohammad' का पोस्टर लेकर शंखनाद किया और 'हर हर महादेव' का नारा लगाया।

 

I Love Mohammad पोस्टर के जवाब में वाराणसी के जगद्गुरु शंकराचार्य नरेंद्रानंद की अगुवाई में संतों ने मठों मंदिरों में और हाथों में महादेव के पोस्टर्स गलियों और चौराहों पर भी लगाया। संतों ने सार्वजनिक स्थलों पर भी I Love Mahadev पोस्टर लगाकर कहा कि संत समाज सनातन सेना के जरिए कट्टरपंथियों को जवाब देगा। जिसका सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल है।

 

I Love Mohammad पोस्टर विवाद को लेकर सुमेरु पीठ के पीठाधीश्वर स्वामी नरेंद्रानंद ने बयान में कहा कि भारत को नेपाल या बांग्लादेश नहीं बनने दिया जाएगा। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर कोई नहीं माना तो उसे ठोक देंगे। स्वामी नरेंद्रानंद ने आरोप लगाया कि विदेशी फंडिंग के जरिए मौलाना जानबूझकर देश को कमजोर और अस्थिर करने के लिए ऐसी साजिशें रच रहे हैं, जिनका जवाब देना जरूरी है।

 

कहा से शुरू हुआ I Love Mohammad पोस्टर विवाद


यह मामला उत्तर प्रदेश के कानपुर (Kanpur) में बारावफात का त्योहार से शुरू हुआ। कानपुर में बिना अनुमति के निकले इस जुलूस में लोगों ने सड़क किनारे एक टेंट लगाकर उस पर 'आई लव मोहम्मद' का पोस्टर लगा दिया। दूसरे पक्ष ने पुलिस से आपत्ति दर्ज कराई तो पुलिस ने जुलूस में नई प्रथा शुरू ना करने को कहते हुए टेंट हटा दिया। पुलिस के टेंट हटवाने की कार्रवाई से जुलूस में शामिल लोग नाराज भीड़ आगे बढ़ी तो दूसरे पक्ष के कुछ धार्मिक पोस्टर्स को फाड़ने लगी। अचानक बिगड़ते हालात को देखते हुए पुलिस ने लोगों को हटाया और एक FIR दर्ज कर दी। इसमें 9 नामजद और 15 अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया।

 

I Love Mohammad पोस्टर विवाद कानपूर से यूपी के कई शहरों में फैल गया। इसके बाद इसका असर राजस्थान, मध्य प्रदेश, उत्तराखंड, महाराष्ट्र समेत कुछ और राज्यों में दिखाई दिया। कुछ शहरों में तो इस मुद्दे पर प्रदर्शन के दौरान झड़प और हिंसा भी हुई।

 

I Love Mohammad पोस्टर को लेकर जगह-जगह जुलूस के बढ़ते प्रभाव को देखकर काशी के संतों ने इसका जवाब देने का फैसला किया। उन्होंने न केवल पोस्टर जारी कर जगह-जगह लगाकर अपना विरोध प्रदर्शन शुरू किया।

 

ऐसी ही जानकारी के लिए विजिट करें- The India Moves

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