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Delhi Air Pollution: दिल्ली में प्रदूषण से लोगों में बढ़ा तनाव, हवा लगातार चौथे दिन 'खराब'

Delhi Air Pollution: दिल्ली में प्रदूषण से लोगों में बढ़ा तनाव, हवा लगातार चौथे दिन 'खराब'

Delhi Air Pollution: अक्टूबर की शुरुआत के साथ दिल्लीवासियों को गर्मी से थोड़ी राहत मिलती है, लेकिन इस समय प्रदूषण की समस्या भी बढ़ जाती है। ठंडी हवाएँ और हवा में बढ़ता धुंधलापन, विशेष रूप से सर्दियों की शुरुआत में, वायु गुणवत्ता को प्रभावित करता है। पिछले चार दिनों से दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 250 से 300 के बीच बना हुआ है, जो 'खराब' श्रेणी में आता है। कई इलाकों का वायु गुणवत्ता सूचकांक 'बेहद खराब' स्तर तक पहुंच चुका है, जबकि अधिकतर क्षेत्रों में 'ऑरेंज अलर्ट' जारी है। दिल्ली का औसत AQI फिलहाल 263 है. द्वारका में AQI 336, आईटीओ पर 188 और IGI एयरपोर्ट पर 273 रिकॉर्ड किया गया है। जहांगीरपुरी, मुण्डका, प्रीत विहार, रोहिणी, शादीपुर, विवेक विहार, और वजीरपुर जैसे इलाकों में AQI 300 के पार बना हुआ है। इन इलाकों की आबोहवा खराब होने से लोगों को गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।

 

वायु प्रदूषण का स्वास्थ्य पर प्रभाव
प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए सरकार ने ‘ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान’ (GRAP) लागू कर दिया है। कई निर्माण कार्यों पर रोक भी लगा दी गई है। दिल्ली सरकार की कवायद के बावजूद, हवा की गुणवत्ता में कोई खास सुधार नजर नहीं आ रहा है। कई इलाकों में धुंध की चादर छाई लोगों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव डाल रही है। प्रदूषण के बढ़ते स्तर के कारण खांसी, जुकाम और सांस की समस्याएं आम हो गई हैं। वायु में मौजूद हानिकारक कण, धूल और रसायन इन स्वास्थ्य समस्याओं का मुख्य कारण बनते हैं। रोकथाम के लिए दिल्ली सरकार ने सड़कों पर पानी का छिड़काव भी शुरू किया है, लेकिन धुंध और प्रदूषण से राहत नहीं आ रही। दिल्ली की हवा लगातार चौथे दिन 'बेहद खराब' श्रेणी में बनी हुई है।


इस बैठक के बाद बताया गया था कि धूल प्रदूषण रोकने के लिए 99 टीमें निर्माण स्थलों का निरीक्षण करेंगी। जिसमें पीडब्ल्यूडी से 200, एमसीडी से 30, एनसीआरटीसी 14 और डीएमआरसी से 80 एंटी स्मॉग गन की तैनाती की जाएगी। इसके अलावा, दिल्ली सरकार ने दिल्ली के लोगों से अपील की है कि वह पटाखे न जलाएं, कहीं पर भी प्रदूषण होता पाएं तो ग्रीन दिल्ली एप पर सूचना दें।

 

कैसे मापी जाती है एयर क्वालिटी?
अगर किसी क्षेत्र का AQI जीरो से 50 के बीच है तो AQI ‘अच्छा’ माना जाता है, 51 से 100 AQI होने पर ‘संतोषजनक’, 101 से 200 के बीच ‘मध्यम’माना जाता है, अगर किसी जगह का AQI 201 से 300 के बीच हो तो उस क्षेत्र का AQI ‘खराब’ माना जाता है. अगर AQI 301 से 400 के बीच हो तो ‘बहुत खराब’ और 401 से 500 के बीच AQI होने पर ‘गंभीर’ श्रेणी में माना जाता है।


राम मनोहर लोहिया अस्पताल की बड़ी पहल
हालात का मुकाबला करने के लिए स्वास्थ्य महकमा भी अलर्ट मोड पर है। राम मनोहर लोहिया अस्पताल में प्रदूषण से प्रभावित मरीजों के लिए अलग केबिन और सुविधाएं मुहैया कराई जा रही हैं। सबसे अधिक परेशानी बच्चों, बुजुर्गों, और सांस संबंधी बीमारियों से पीड़ित लोगों को हो रही है.। दिल्लीवासियों के लिए आने वाले दिन और भी चुनौतीपूर्ण साबित हो सकते हैं, अगर प्रदूषण का स्तर इसी तरह बना रहा।

 

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