
आकाश आनंद की अगुवाई में बसपा की चुनावी तैयारी, 'सर्वजन हिताय यात्रा' बदलेगी बिहार की राजनीति ?
-
Renuka
- September 11, 2025
बिहार की राजनीति (Bihar Politics) इन दिनों नए मोड़ पर खड़ी है। बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Elections) की तारीखों के ऐलान से पहले ही राज्य की सियासी फिजा गर्म हो चुकी है। इसी माहौल में बसपा प्रमुख मायावती (BSP Chief Mayawati) ने एक साहसिक कदम उठाया है जिसमें बिहार (Bihar) में सभी 243 सीटों पर अकेले चुनाव लड़ने का फैसला किया है। इसके साथ ही बसपा पार्टी (Bahujan Samaj Party) की सियासी कमान भतीजे आकाश आनंद (Akash Anand) को सौंपी गई है, जिन्होंने अब 'मिशन बिहार' का नेतृत्व संभाल लिया है। उन्होंने सर्वजन हिताय जागरूक यात्रा (Sarvajan Hitaay Jaagarook Yaatra) की शुरुआत करके बिहार (Bihar) के दलित बहुल इलाकों में बहुजन समाज पार्टी यानी बसपा की राजनीतिक जमीन तैयार करने की कोशिश की है।
बिहार में बसपा का जनाधार
बिहार राजनीति (Bihar Politics) में अब तक बहुजन समाज पार्टी (Bahujan Samaj Party) यानी बसपा का असर सीमित रहा है। कुछ इलाकों में पार्टी ने खाता जरूर खोला है, लेकिन व्यापक जनाधार बनाने में असफल रही है। इसकी मुख्य वजह राज्य में जातीय समीकरणों का जटिल होना और राष्ट्रीय स्तर पर प्रभावी दलों की पकड़ रही है। इस बार जबकि बसपा किसी गठबंधन में शामिल नहीं है, उसका अकेले चुनाव लड़ना चुनौतीपूर्ण हो सकता है। फिर भी बसपा प्रमुख मायावती (BSP Chief Mayawati) ने भरोसा जताया है कि पार्टी का जनाधार बढ़ेगा, खासकर तब जब आकाश आनंद (Akash Anand) जैसे युवा नेता सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं।
सर्वजन हिताय यात्रा की रणनीति
बता दें कि बसपा पार्टी (Bahujan Samaj Party) की सर्वजन हिताय जागरूक यात्रा (Sarvajan Hitaay Jaagarook Yaatra) की शुरुआत कैमूर जिले से हुई है और यह यात्रा 11 दिनों में 13 जिलों से होकर गुजरेगी। इस यात्रा का उद्देश्य बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Elections) से पहले बहुजन समाज पार्टी की उपस्थिति को मजबूत करना है। जानकारी के अनुसार- यह यात्रा जिन जिलों से गुजरेगी उसमें कैमूर, बक्सर, रोहतास, जहानाबाद, छपरा, सीवान, गोपालगंज, बेतिया, मोतिहारी और मुजफ्फरपुर शहर आते है, जो कि वे सभी दलित बहुल क्षेत्र माने जाते हैं और यूपी सीमा से सटे होने के कारण यहां बसपा का कुछ आधार पहले से मौजूद है।
बताया जा रहा है कि आकाश आनंद (Akash Anand) ने इस यात्रा को न केवल सियासी बल्कि वैचारिक अभियान का रूप दिया है। उनका कहना है कि- यह यात्रा डॉ. भीमराव अंबेडकर के सामाजिक न्याय के दृष्टिकोण और संवैधानिक मूल्यों को जन-जन तक पहुंचाने का प्रयास है। यही वैचारिक पृष्ठभूमि बसपा प्रमुख मायावती की राजनीति की भी रीढ़ रही है।
आकाश आनंद बदल पाएंगे बिहार की राजनीति ?
युवा नेता आकाश आनंद (Akash Anand) के कंधों पर अब बड़ी जिम्मेदारी है। यह उनका दूसरा बिहार दौरा है, और इस बार वे केवल भाषण देने नहीं, बल्कि सर्वजन हिताय जागरूक यात्रा (Sarvajan Hitaay Jaagarook Yaatra) के जरिए राज्य के लोगों से सीधा संवाद स्थापित कर रहे हैं। वे दलित समुदाय, पिछड़ों और वंचित वर्गों को पार्टी के पक्ष में संगठित करने की कोशिश में जुटे हैं। लेकिन बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Elections) की जमीन बेहद कठिन मानी जा रही है। हालांकि बसपा प्रमुख मायावती (BSP Chief Mayawati) का यह विश्वास कि आकाश आनंद (Akash Anand) जैसे चेहरे के जरिए पार्टी को युवा और उर्जावान नेतृत्व मिल सकता है, पार्टी कार्यकर्ताओं में जोश भर रहा है।
बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Elections) को ध्यान में रखते हुए आकाश आनंद द्वारा शुरू की गई सर्वजन हिताय जागरूक यात्रा एक निर्णायक पहल है, जो ना केवल बहुजन समाज पार्टी (Bahujan Samaj Party) की वैचारिक दिशा को दोहराती है, बल्कि नए सिरे से पार्टी को खड़ा करने की कोशिश भी करती है।
ऐसी ही जानकारी के लिए विजिट करें - The India Moves
महत्वपूर्ण खबर
Categories
- देश (2105)
- अपराध (147)
- मनोरंजन (344)
- शहर और राज्य (338)
- दुनिया (868)
- खेल (382)
- धर्म - कर्म (643)
- व्यवसाय (182)
- राजनीति (566)
- हेल्थ (188)
- महिला जगत (55)
- राजस्थान (494)
- हरियाणा (61)
- मध्य प्रदेश (57)
- उत्तर प्रदेश (226)
- दिल्ली (259)
- महाराष्ट्र (172)
- बिहार (188)
- टेक्नोलॉजी (190)
- न्यूज़ (82)
- मौसम (108)
- शिक्षा (115)
- नुस्खे (84)
- राशिफल (378)
- वीडियो (1052)
- पंजाब (36)
- ट्रैवल (19)
- अन्य (53)
- जम्मू कश्मीर (84)
- उत्तराखंड (12)
- तेलंगाना (1)
- छत्तीसगढ (5)
- गुजरात (8)
- हिमाचल प्रदेश (1)
- पश्चिम बंगाल (7)
- असम (0)
- केरल (1)
- झारखंड (2)
- ओडिशा (0)
- त्योहार (18)
Vote / Poll
क्या राजस्थान मे बेरोजगारी का मुद्दा खत्म हो चुका है ..