
गुणकारी पत्तियां – सेहत का पहला कदम
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Manjushree
- April 1, 2025
आप अपनी डाइट में हर्ब्स और पत्तियों (leaves) को भी शामिल कर सकते हैं।
सृष्टि में यदि खाद्य पदार्थों की बात करें, तो ईश्वर ने सबसे पहले पत्तियों (Leaves) का सृजन किया। यह संकेत है कि भोजन की पहली खुराक हरी पत्तियां होनी चाहिए, क्योंकि यही सेहत की नींव रखती हैं। क्या एक आहार में केवल फल और सब्जियां ही शामिल होती हैं? ऐसा नहीं है, आप अपनी डाइट में कुछ हर्ब्स और कुछ पत्तियों को भी शामिल कर सकते हैं। पत्तियां (Leaves) न केवल स्वाद में उन्नति लाती हैं, बल्कि वे शरीर को आवश्यक पोषक तत्व भी प्रदान करती हैं। हम अच्छे स्वास्थ्य के लिए फल और सब्जी खाने पर जोर देते हैं, लेकिन अक्सर यह भूल जाते हैं कि पत्ते भी हमें स्वस्थ रखने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। सही सुना, कुछ पत्ते उतने ही अच्छे हैं, जितने कि कोई फल या ठोस खाद्य पदार्थ।
विशेष लाभकारी पत्तियां और उनके फायदे
तुलसी के पत्ते (Tulsi Leaves)

तुलसी (Tulsi) को एक पूजनीय स्थान प्राप्त है। लेकिन दूसरी ओर, यह आपके स्वास्थ्य के लिए भी बेहद फायदेमंद है। हम सभी तुलसी या तुलसी के पत्तों के चमत्कारिक गुणों से अवगत हैं। ये न केवल प्रतिरक्षा को बढ़ाते हैं, बल्कि इसके अन्य कई स्वास्थ्य लाभ भी हैं:
- यह बैक्टीरिया और वायरस को दूर रखता है।
- हृदय स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है।
- अपच या कब्ज के इलाज में मददगार है।
- तनाव को कम करने में मददगार है।
- वजन कम करने में सहायक।
- संक्रमण व दर्द निवारक।
आप बिस्तर पर जाने से पहले रोजाना एक गिलास तुलसी वाला दूध पी सकते हैं। इसके अलावा, आप हर सुबह तुलसी का काढ़ा बनाकर भी पी सकते हैं।
कड़ी (मीठी नीम) पत्ते (Curry leaves)

मीठी नीम (Curry leaves) प्रमुख रूप से तड़के में उपयोग किए जाते हैं क्योंकि इनमें हल्का लेकिन अद्भुत स्वाद होता है। ये न केवल खाने का स्वाद बढ़ाते हैं, बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी अच्छे होते हैं।
- कड़ी पत्ते (Curry leaves) डायबिटीज में काफी फायदेमंद होते हैं।
- कड़ी पत्ते (Curry leaves) आपकी त्वचा और बालों के स्वास्थ्य को भी बढ़ावा देने में मददगार हैं।
- एक दिन में कम से कम 7-8 करी पत्ते खाने से आप चमकदार बाल और त्वचा पा सकते हैं।
- कड़ी पत्ता हाई बीपी व एनीमिया में भी लाभकारी होता है।
नीम के पत्ते (Neem leaves)

ठीक है, ये कड़वे हैं, लेकिन आप जानते हैं कड़वी चीजें स्वास्थ्य के लिए अच्छी होती हैं। आपको नीम के पत्ते रोज खाने की जरूरत नहीं है, आप सिर्फ 1 या 2 पत्ते ही एक सप्ताह में खा सकते हैं। यही आपके लिए स्वास्थ्यवर्धक हो सकते हैं।
- नीम के पत्ते ब्लड प्यूरीफिकेशन (blood purification) में मदद करते हैं।
- नीम के पत्तों में हाई ब्लड शुगर को कंट्रोल करने के गुण होते हैं।
लेकिन ध्यान दें, नीम के पत्तों की अधिकता पेट की परेशानी का कारण बन सकती है। यदि आवश्यक हो, तो आप कड़वे स्वाद को खत्म करने के लिए पूरे पत्तों के बजाय नीम (Neem) की पत्तियों का पाउडर रख सकते हैं।
बेल पत्र (Bel Patra)

बेल पत्र (Bel Patra) को भगवान शिव से जोड़ा गया है। ये पत्ते विशेष रूप से प्रार्थना के दौरान भगवान शिव को चढ़ाए जाते हैं। आप इनका उपयोग बड़े पैमाने पर उन लोगों द्वारा देख सकते हैं, जो सोमवार को व्रत या उपवास करते हैं। ये पत्तियां बेल के पेड़ की होती हैं, जिसमें बेल या वुड एपल भी होते हैं, जिसके कई स्वास्थ्य लाभ हैं। आप बेल पत्तों या बेल पत्र का सेवन भी कर सकते हैं, यह आपको निम्नलिखित फायदे देगा:
- रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है।
- ब्लड शुगर को नियंत्रित करता है।
आप इन्हें अपनी डाइट में शामिल करने के लिए या तो 1-2 पत्ते चबाएं या हर दिन बेल पत्तों का पाउडर रोज 1 चम्मच सेवन करें।
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पान के पत्ते (Betel leaves)

पान के पत्ते, ये बेहद ठंडे होते हैं और यह एक ताज़ा स्वाद छोड़ देते हैं। यदि आप सोच रहे हैं कि पान के पत्ते केवल एक पान बनाने के लिए उपयोग होते हैं, तो ऐसा नहीं है। आप इसका कभी भी बिना पान बनाए सेवन कर सकते हैं। इसके आपके लिए कई फायदे हैं:
- इनमें कैल्शियम की मात्रा अधिक होती है।
- यह पाचन स्वास्थ्य के लिए अच्छे हैं।
- पान के पत्ते (Betal leaves) मुंह की बदबू का इलाज करते हैं और खाने के बाद मुंह को ताज़ा करते हैं।
- हर भोजन के बाद आप एक पान का पत्ता खा सकते हैं।
कुछ पत्ते हैं, जिन्हें हम आम तौर पर पवित्र मानते हैं और पूजा जैसे पवित्र कार्यक्रमों में उपयोग करते हैं।
हमारे देवताओं का पूजन भी पत्तियों से किया जाता है। जैसे –
- गणपति जी को दूर्वा
- विष्णु भगवान को तुलसी
- शिव जी को बेलपत्र
यह परंपरा हमें पत्तियों के महत्व को समझाने के लिए बनाई गई है।
पत्तियों के पोषक तत्व (Nutrients of leaves)
क्लोरोफिल: रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है।
खनिज लवण (आयोडिन, कैल्शियम, आयरन): शरीर को ऊर्जा और पोषण देते हैं।
क्षारीय गुण: शरीर की अम्लता को कम करता है।
पत्तियों का सेवन (Consumption of leaves)
पत्तियों को आग पर न चढ़ाएं, क्योंकि इससे उनमें मौजूद पोषक तत्व नष्ट हो सकते हैं। इन्हें कच्चा, जूस या चटनी के रूप में लेना सबसे लाभकारी होता है।
स्वस्थ रहने के लिए पत्तियों का जूस पिएं

सामग्री: धनिया, पोदीना, पालक, मूली के पत्ते, कढ़ी पत्ता, बेलपत्र, तुलसी, दूर्वा, हरा आंवला, खीरा, लौकी, सेब, गाजर, शहद या सेंधा नमक।
विधि: सभी सामग्री को मिक्सी में पीसकर, छानकर पिएं। यह शरीर का शोधन करता है और पोषक तत्वों की पूर्ति करता है।
अन्य रूपों में पत्तियों का सेवन
चटनी: पत्तियों की चटनी दोपहर के भोजन के साथ खाएं।
रोटी में मिलाकर: पालक, धनिया, मेथी, बथुआ को आटे में मिलाकर रोटी बनाएं।
पत्तियों में कैल्शियम (Calcium in leaves)
यदि आप कैल्शियम की कमी से जूझ रहे हैं, तो शाकाहारी पत्तियां जैसे सरसों की पत्तियां, इमली की पत्तियां, शलजम की पत्तियां आपके लिए कैल्शियम की अच्छी खुराक प्रदान कर सकती हैं, जो दूध से कहीं ज्यादा होती हैं।
पत्तियों से रोगों से बचाव (Prevention of diseases from leaves)
पत्तियों का सेवन करने वाले जानवर (हाथी, बकरी, गाय, घोड़ा) स्वस्थ रहते हैं और बिना दुर्गंध के मल त्याग करते हैं।
अन्य जानवर (चूहे, मुर्गियां, सुअर), जो पत्तियों का सेवन नहीं करते, संक्रामक रोग फैलाते हैं।
पत्तियां न केवल हमारे भोजन का हिस्सा होती हैं, बल्कि ये हमारे स्वास्थ्य के लिए भी बेहद महत्वपूर्ण हैं। अगर आप अपनी डाइट में सही पत्तियों को शामिल करते हैं, तो आप अपने शरीर को पोषक तत्वों से भर सकते हैं और स्वस्थ रह सकते हैं।
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