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एमेजॉन में ‘महा-छंटनी’! AI का कहर, 30,000 कर्मचारियों की नौकरी पर लटकी तलवार

एमेजॉन में ‘महा-छंटनी’! AI का कहर, 30,000 कर्मचारियों की नौकरी पर लटकी तलवार

दुनिया की दिग्गज ई-कॉमर्स कंपनी एमेजॉन में महा-छंटनी (Amazon layoffs) का सिलसिला फिर शुरू हो गया है। इस बार AI का कहर इतना बढ़ गया है कि कंपनी अपने करीब 30,000 कॉर्पोरेट कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाने जा रही है। रिपोर्ट के मुताबिक, यह अब तक की सबसे बड़ी Amazon AI layoffs में से एक मानी जा रही है। कंपनी इसे कॉस्ट कटिंग और महामारी के बाद की बैलेंसिंग प्रक्रिया बता रही है, लेकिन असली वजह आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का असर माना जा रहा है।

 

कोरोना के बाद अब एमेजॉन में महा-छंटनी

 

एमेजॉन में महा-छंटनी (Amazon layoffs) की यह लहर ऐसे वक्त में आई है जब कंपनी ने कोविड काल में ‘अंधाधुंध’ भर्ती की थी। उस दौरान ऑनलाइन शॉपिंग की मांग चरम पर थी, इसलिए कंपनी ने बड़े पैमाने पर कर्मचारियों को जोड़ा। लेकिन अब जब बाजार सामान्य हो गया है और मांग में गिरावट आई है, तो खर्चों में कटौती के लिए कंपनी ने AI का सहारा लिया है। यही वजह है कि AI का कहर अब हजारों कर्मचारियों की नौकरी पर पड़ने वाला है। विशेषज्ञों का कहना है कि यह पूरी प्रक्रिया Amazon AI layoffs रणनीति का हिस्सा है।

 

हर 10 में से 1 कॉर्पोरेट कर्मचारी की जाएगी नौकरी

 

एमेजॉन के कुल कर्मचारियों की संख्या करीब 15.5 लाख है, जिनमें लगभग 3.5 लाख कॉर्पोरेट कर्मचारी हैं। इस बार की एमेजॉन में महा-छंटनी (Amazon layoffs) में कंपनी अपने करीब 10% कॉर्पोरेट स्टाफ को निकालने जा रही है। इसका मतलब है कि हर दस में से एक ऑफिस कर्मचारी की नौकरी पर AI का कहर पड़ने वाला है। रिपोर्ट्स के अनुसार, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का असर कंपनी के वर्कफोर्स को नया रूप देने में अहम भूमिका निभा रहा है।

 

किन विभागों पर पड़ेगा सबसे ज्यादा असर?

 

जानकारी के मुताबिक, एमेजॉन में महा-छंटनी का असर कई अहम डिपार्टमेंट्स पर पड़ेगा। इसमें ह्यूमन रिसोर्स (HR), डिवाइस और सर्विसेज (जैसे एलेक्सा टीम) और ऑपरेशंस डिविजन शामिल हैं। कंपनी इन विभागों में AI का इस्तेमाल बढ़ा रही है ताकि काम को ऑटोमेट किया जा सके। यही वजह है कि AI का कहर इन यूनिट्स पर ज्यादा दिखेगा। विश्लेषकों के मुताबिक, यह कदम सीधे Amazon AI layoffs से जुड़ा है।

 

AI और ऑटोमेशन बना नौकरी संकट की वजह

 

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का असर अब टेक कंपनियों में तेजी से दिख रहा है। एमेजॉन के सीईओ एंडी जेसी पहले ही कह चुके हैं कि कंपनी में बढ़ती ब्यूरोक्रेसी को घटाने और काम को ज्यादा फुर्तीला बनाने की जरूरत है। उन्होंने साफ संकेत दिए थे कि भविष्य में AI का बढ़ता इस्तेमाल कई नौकरियों को खत्म कर सकता है। यानी यह साफ है कि AI का कहर सिर्फ एमेजॉन तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि आने वाले वक्त में और Amazon AI layoffs देखने को मिल सकते हैं।

 

2022 के बाद सबसे बड़ी छंटनी

 

साल 2022 के अंत में भी एमेजॉन में महा-छंटनी (Amazon layoffs) की खबर सुर्खियों में रही थी, जब करीब 27,000 कर्मचारियों को निकाला गया था। लेकिन इस बार का कदम उससे भी बड़ा है , क्योंकि कंपनी एक साथ 30,000 कॉर्पोरेट कर्मचारियों को बाहर करने जा रही है। यह कदम कंपनी की AI-आधारित पुनर्गठन नीति (AI restructuring) का हिस्सा बताया जा रहा है, जो कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का असर बढ़ने का सबसे बड़ा उदाहरण है।

 

प्रॉफिट पर फोकस, ग्रोथ पर ब्रेक

 

जानकारी के मुताबिक, विश्लेषकों का मानना है कि एमेजॉन में महा-छंटनी यह दिखाती है कि कंपनी अब ग्रोथ से ज्यादा प्रॉफिट पर ध्यान दे रही है। मौजूदा आर्थिक माहौल और उपभोक्ता खर्च में कमी के बीच, Amazon layoffs का यह फैसला कंपनी के लिए लागत घटाने की दिशा में बड़ा कदम है। हालांकि, इससे हजारों परिवारों पर सीधा AI का कहर टूटने वाला है और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का असर अब रोजगार के बाजार में खुलकर दिख रहा है।

 

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