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'दैवीय शक्ति ने कहा था', CJI गवई पर जूता उछालने वाले वकील का बड़ा अजीबो-गरीब बयान

'दैवीय शक्ति ने कहा था', CJI गवई पर जूता उछालने वाले वकील का बड़ा अजीबो-गरीब बयान

CJI बीआर गवई (BR Gavai) के सामने कोर्ट में जूता उछालकर फेंकने की कोशिश करने वाले वकील राकेश किशोर को पुलिस ने हिरासत में ले लिया था। जिसके बाद वकील राकेश किशोर ने को अपने किए पर कोई पछतावा नहीं है और वे जेल जाने को तैयार हैं। वकील यह भी दावा किया कि उन्हें एक 'दैवीय शक्ति' ने ऐसा करने के लिए प्रेरित किया था।

 

सुप्रीम कोर्ट में जूता फेंकने की घटना हुई तब हुआ जब CJI बीआर गवई खजुराहो के एक मंदिर में भगवान विष्णु की टूटी हुई मूर्ति की बहाली से संबंधित एक याचिका पर सुनवाई कर रहे थे। तभी वकील राकेश किशोर ने CJI पर जूते उछाल कर फेंके।

 

CJI गवई पर हमला के बाद एक रिपोर्ट के मुताबिक वकील राकेश किशोर ने कहा - ''मुझे अपने इस कृत्य का कोई पछतावा नहीं है। मुझे एक दैवीय शक्ति ने ऐसा करने के लिए कहा था। यह अच्छा होता कि मैं जेल चला गया होता, मेरा परिवार मेरे इस काम से खुश नहीं है। वे समझ नहीं पा रहे हैं। ''


वकील द्वारा सुप्रीम कोर्ट हंगामा करने के बाद जब सुरक्षाकर्मियों ने वकील राकेश किशोर बाहर निकालने की कोशिश की तो बाहर जाते समय उसने 'सनातन का अपमान नहीं सहेगा हिंदुस्तान' का नारा भी लगाया था। जिसके बाद चीफ जस्टिस नेगवई ने कोर्ट में उपस्थित वकीलों से काम जारी रखने को कहा। उन्होंने कहा कि इन चीजों से "मुझे फर्क नहीं पड़ता।" मामले की गंभीरता को देखते हुए तुरंत कार्रवाई की और कोर्ट परिसर में सुरक्षा बढ़ा दी गई है।


सुप्रीम कोर्ट हंगामा पर पुलिस अधिकारियों ने पुष्टि की कि राकेश किशोर के पास कोर्ट में प्रवेश के लिए वैध पहचान पत्र थे,इन पहचान पत्रों के कारण ही उन्हें कोर्ट रूम में प्रवेश मिला था। इस घटना के बाद, बार काउंसिल ऑफ इंडिया ने किशोर की सदस्यता निलंबित कर दी है।

 

ऐसी ही जानकारी के लिए विजिट करे: The India Moves

 
 
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