क्या है ट्रेकोमा रोग, जिससे हमेशा के लिए जा सकती है आंखों की रोशनी ?
- Neha Nirala
- October 9, 2024
Health News : भारत में आंखों के लिए रोग के लिए प्रमुखता से जिम्मेदार ट्रेकोमा रोग को खत्म करने में भारत ने बड़ी सफलता हासिल की है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कल मंगलवार को भारत को ट्रेकोमा को अपने देश में पूरी तरह खत्म करने के लिए सम्मानित किया। इस इंफेक्शन की वजह से ऐसा अंधापन हो सकता है जो इररिवर्सिबल है, यानी इस इन्फेक्शन से संक्रमित होने पर आपकी आंखों की रोशनी हमेशा के लिए जा सकती है। ट्रेकोमा फ्री का दर्जा पाने वाला भारत नेपाल और म्यांमार के बाद एशिया का तीसरा देश बन गया है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने दी शुभकामनाएं
इसे लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जगत प्रकाश नड्डा ने भारत के लिए इसे गर्व का क्षण बता हुए सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा कि आज WHO ने भारत में ट्रेकोमा को सार्वजनिक स्वास्थ्य समस्या घोषित कर दिया है। भारत सरकार के निरंतर प्रयास और हस्तक्षेप रंग लाए। भारत ने आज WHO द्वारा ट्रेकोमा को एक सार्वजनिक स्वास्थ्य समस्या के रूप में समाप्त घोषित कर दिया। यह एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। यह नेत्र स्वास्थ्य, रोग की रोकथाम और यूनिवर्सल हेल्थ कवरेज के प्रति देश की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
Moment of pride!. Congratulations to all . Today WHO declares India Trachoma eliminated as a public health problem .
— Jagat Prakash Nadda (@JPNadda) October 8, 2024
Continous efforts and interventions by Government of India paid off!!!. India declared Trachoma eliminated as a public health problem today by WHO. pic.twitter.com/dG1b04qmWd
भारत में अंधेपन का प्रमुख कारण है ट्रेकोमा बता दें ट्रेकोमा आंख में होने वाला एक बहुत पुराना संक्रामक रोग है। आमतौर पर यह इंसान की दोनों आंखों को एकसाथ प्रभावित करता है। वहीं अगर इसका समय पर इलाज नहीं लिया जाए, तो आंखों की रोशनी हमेशा के लिए पूरी तरह से जा सकती है। ऐसे में भारत में यह रोग अंधापन का एक प्रमुख कारण है।
ऐसे फैलता है ट्रेकोमा गंदे पानी के इस्तेमाल से इस रोग का वायरस फैलता है। इसके अलावा ट्रेकोमा संक्रमित त्वचा के संपर्क में आने से और संक्रमित व्यक्ति के तौलिए और कपड़े का इस्तेमाल करने से स्वस्थ व्यक्ति भी बड़ी आसानी से इस संक्रमण की चपेट में आ जाता है। इसलिए अगर आपके आसपास किसी व्यक्ति में इस रोग के लक्षण दिखाई दें, तो विशेष सावधानी बरतनी चाहिए। इसके अलावा रोगी के आसपास घूम रहे मक्खी-मच्छर भी इस रोग के प्रसारक बनते हैं।
ट्रेकोमा के लक्षण इस रोग में पलकों में छोटी गांठें होना, आंखें लाल होना, खुजली होने जैसे लक्षण देखने में आते हैं। इसके साथ ही इस रोग से संक्रामक व्यक्ति को शुरुआत में कम दिखने की समस्या होती है। लेकिन अगर इसका समय पर उपचार न करवाया जाए, तो आपको पूरी तरह नजर आना बंद हो सकता है या आपको रोशनी में देखने में परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
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