
सचिन से 'क्रिकेट का भगवान' बनने तक का सफ़र
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Ashish
- January 11, 2025
क्रिकेट के इतिहास में दाएं हाथ का वो बल्लेबाज जिसने 22 गज की पट्टी पर 24 साल तक राज किया। जिसे मास्टर ब्लास्टर, क्रिकेट का भगवान और लिटिल मास्टर जैसे कई नामों से जाना जाता है वो है सचिन रमेश तेंदुलकर। सचिन तेंदुलकर ने 18 दिसंबर 1989 को वनडे और 15 नवंबर 1989 को टेस्ट डेब्यू किया था। उन्होंने दोनों ही डेब्यू पाकिस्तान के खिलाफ और पाकिस्तान में हुए थे। सचिन ने अपने क्रिकेट करियर में सबसे ज्यादा रन बनाने का वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया है। तेंदुलकर के नाम वनडे इंटरनेशनल में 18 हजार 426 रन हैं जबकि टेस्ट में उन्होंने 15 हजार 921 रन बनाए हैं।
बड़े भाई से लेकर पत्नी अंजलि तक सभी ने दिया साथ
सचिन के क्रिकेट का भगवान बनाने के पीछे वैसे तो कई लोगो का हाथ है लेकिन जिन लोगो ने सबसे ज्यादा योगदान दिया है उन में सचिन का उनके बड़े भाई, कोच रमाकांत, पत्नी अंजलि जैसे कई लोगों ने साथ दिया। अगर ये नहीं होते तो सचिन इतना कुछ हासिल नहीं कर पाते। सचिन तेंदुलकर के बड़े भाई अजीत ने 1984 में उन्हें क्रिकेट से परिचित कराया कोच रमाकांत आचरेकर के मार्गदर्शन ने सचिन के करियर को आकार दिया। वहीं, पत्नी अंजलि तेंदुलकर सालों तक सचिन के शानदार करियर को सहारा देने और अपने बच्चों की परवरिश के लिए समर्पित रहीं।
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सचिन के नाम हैं कई रिकॉर्ड
क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर के नाम क्रिकेट के मैदान में कई रिकॉर्ड दर्ज हैं। 24 फरवरी 2010 को सचिन तेंदुलकर वनडे क्रिकेट में दोहरा शतक लगाने वाले दुनिया के पहले बल्लेबाज बने थे। उन्होंने 463 वनडे मैचों में 18426 रन और 200 टेस्ट मैचों में 15921 रन बनाए हैं। उन्होंने अपने वनडे करियर में 49 शतक और 96 अर्धशतक और टेस्ट करियर में 51 शतक और 68 अर्धशतक लगाए हैं। सचिन तेंदुलकर ने अपना 100वां अंतरराष्ट्रीय शतक 16 मार्च 2012 को बांग्लादेश के खिलाफ मीरपुर में लगाया था सचिन ने 200 टेस्ट मैचों में 51 शतक और 463 वनडे मैचों में 49 शतक लगाए हैं।

भारत रत्न सचिन तेंदुलकर
उन्हें वर्ष 1994 में खेलों में उत्कृष्ट योगदान के लिए अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। वर्ष 1997-98 के दौरान सर्वोच्च सम्मान राजीव गांधी खेल रत्न दिया गया था। उन्हें 1999 में पद्म श्री, 2008 में पद्म विभूषण और 2001 में महाराष्ट्र भूषण पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। क्रिकेट के इतिहास में उन्हें दुनिया के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में से एक माना जाता है। वे 2014 में भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न को पाने वाले पहले खिलाड़ी और सबसे कम उम्र के व्यक्ति हैं।
तेंदुलकर 28 शतक चूके
सचिन वनडे क्रिकेट में 18 बार 90 या उससे अधिक रन बनाने के बाद शतक चूक गए। सचिन नर्वसनेस के कारण तीन बार 99 पर आउट हुए। सचिन वनडे में 18 बार और टेस्ट में 10 बार 90 से 99 रन के बीच आउट हुए। अगर सचिन आउट नहीं होते तो 28 और शतक बना सकते थे। सचिन अपने करियर में 128 शतक बना सकते थे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। तेंदुलकर के नाम वनडे क्रिकेट के साथ-साथ टेस्ट क्रिकेट में भी सबसे ज्यादा रन बनाने का वर्ल्ड रिकॉर्ड है।
नवंबर 2013 में लिया संन्यास
सचिन का 24 साल का क्रिकेट करियर किसी सुनहरे दौर से कम नहीं रहा, जिसने उभरते खिलाड़ियों के लिए एक मानक स्थापित किया। तेंदुलकर ने नवंबर 2013 में क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास ले लिया था। वह वनडे और टेस्ट में सबसे ज्यादा मैन ऑफ द मैच और मैन ऑफ द सीरीज अवॉर्ड जीतने वाले खिलाड़ी थे। सचिन तेंदुलकर 200 टेस्ट खेलने वाले दुनिया के इकलौते क्रिकेटर हैं। उनका 100वां शतक एशिया कप में बांग्लादेश के खिलाफ पूरा हुआ था। सचिन ने 2013 में अपना 200वां टेस्ट खेलने के बाद इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास ले लिया था। उनके नाम 34 हजार 347 इंटरनेशनल रन हैं। आपको बता दें कि सचिन ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे ज्यादा शतक यानी 100 शतक लगाने का विश्व रिकॉर्ड भी बनाया है, जिसे अब तक कोई नहीं तोड़ पाया है।
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