
HPV Virus : कोई लक्षण नहीं, फिर भी HPV Virus आपको कर सकता है बहुत बीमार, महिलाओं को जानना बहुत जरूरी
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Neha
- January 25, 2025
HPV Virus : वैसे तो हममें से कोई भी कभी बीमार नहीं होना चाहता, लेकिन इसके बावजूद हम कभी न कभी बीमार हो ही जाते हैं। इसलिए दूसरे शब्दों में कहें तो बीमारियां हमारे जीवन से जुड़ा हुआ एक अहम हिस्सा हैं। इनमें से कई मौसमी बीमारियां होती हैं जैसे खांसी, जुकाम, बुखार, सिरदर्द, जोड़ों का दर्द आदि। इसी तरह कुछ बीमारियां होती हैं जो हमारी जान के लिए खतरा भी बन जाती हैं, या हमारी पूरी लाइफ को इम्पैक्ट करती हैं। इनमें कैंसर, अल्जाइमर जैसी बीमारियां हैं। वहीं कई बीमारियां ऐसी भी होती हैं, जिनमें अगर हम थोड़ी सावधानी बरतें, तो उनसे अपना बचाव कर सकते हैं। इसके अलावा कुछ बीमारियों के वैक्सीन भी मार्केट में अवेलेबल हैं। यानि इन वैक्सीन को लगवाकर भी हम खुद को इन बीमारियों से प्रिवेंट कर सकते हैं। इसी तरह एक बीमारी है HPV Virus।
क्या है HPV ?
आइए सबसे पहले जान लेते हैं कि आखिर ये HPV Virus होता क्या है। तो आपको बता दें कि HPV असल में एक बीमारी न होकर बहुत सारे वायरस का एक समूह है। इसका पूरा नाम ह्यूमन पेपिलोमावायरस वायरस है। यह ठीक HIV की तरह है, जिसकी वजह से AIDS होता है, जो कि खुद भी कई बीमारियों का समूह है और जो जानलेवा है। हालांकि दुनिया के कुछ देशों में एचआईवी का वैक्सीन बनाने का दावा भी किया गया है। चलिए एक बार फिर HPV पर वापस लौटते हैं। ये HPV Virus ज्यादातर लोगों में कोई परेशानी नहीं करते, लेकिन कुछ लोगों में जननांग मस्से या कैंसर का कारण भी बन सकते हैं। बता दें एचपीवी आपकी स्किन को प्रभावित करता है और इसके 100 से ज्यादा प्रकार हैं।

मानव पेपिलोमावायरस (HPV Virus) के लक्षण
HPV Virus को लेकर सबसे बड़ी परेशानी ये है कि आमतौर पर इसके कोई लक्षण दिखाई नहीं देते। यानि आप इस संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं या आने वाले हैं, इसे बिना जांच करवाए पहचान पाना काफी मुश्किल होता है। इसलिए इस वायरस से बचाव ही सबसे बेहतर उपाय है। इसके अलावा आपको यह भी बताना जरूरी है कि अगर आप सैक्सुअली एक्टिव हैं, तो आपको HPV Virus से संक्रमित होने का खतरा हो सकता है।
कैसे फैलता है HPV ?
दरअसल HPV के कई प्रकार हैं। ये खास तौर पर मुंह, गले या आपके इंटीमेट एरिया को प्रभावित करता है। ऐसे में अगर आप अपने इंटीमेट पार्ट्स को गंदे हाथों से छूते भी हैं, तो भी आपके इस वायरस की चपेट में आने का खतरा बना रहता है। वहीं क्योंकि एचपीवी के कोई लक्षण नहीं होते, इसलिए आपको पता भी नहीं चल पाता कि आप इससे संक्रमित हैं या नहीं। ऐसे में HPV Virus कई सालों तक भी आपकी स्किन में रहते हुए ही जिंदा रह सकता है और आपके जरिए आपके पार्टनर को भी संक्रमित कर सकता है। इस वायरस को लेकर इस बात की भी संभावना रहती है कि इसके कोई लक्षण न दिखाई दें और आपको बीमार कर दे। वहीं अगर कोई HPV Virus संक्रमित महिला बच्चे को जन्म दे रही है, तो यह वायरस उस बच्चे को भी अपनी चपेट में ले सकता है।

HPV की जांच कैसे होती है ?
एचपीवी टेस्टिंग सर्विक्स यानि गर्भाशय ग्रीवा स्क्रीनिंग का हिस्सा है। एचपीवी के लिए आपकी बॉडी से ब्लड सैंपल नहीं लिया जाता, बल्कि गर्भाशय ग्रीवा से कोशिकाओं का एक छोटा सा नमूना लिया जाता है और HPV Virus के लिए परीक्षण किया जाता है। 25 से 64 वर्ष की आयु की सभी महिलाओं और गर्भाशय-ग्रीवा वाले लोगों को स्क्रीनिंग की सुविधा दी जाती है। इससे उन्हें गर्भाशय-ग्रीवा कैंसर से बचाने में मदद मिलती है।
एचपीवी से कैसे करें अपना बचाव ?
आप अपने इंटीमेट पार्ट्स का आपकी स्किन से कभी न कभी इंटरेक्शन तो होता ही है। इसलिए आप खुद को इस वायरस से संक्रमित होने से पूरी तरह तो नहीं बचा सकते। लेकिन कुछ छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखकर आप इसके खतरे को काफी हद तक कम कर सकते हैं। इन्हीं में से एक है कंडोम, जो आपको HPV से बचाने में मदद कर सकता है। लेकिन क्योंकि यह आपके इंटीमेट पार्ट्स और उसके आसपास की स्किन को पूरी तरह कवर नहीं करता है, इसलिए ये आपको HPV Virus से प्रोटेक्शन की पूरी श्योरिटी नहीं देता है। ऐसे में एचपीवी वैक्सीन आपको थोड़ी राहत दे सकती है। लेकिन विशेषज्ञों की मानें तो ये वैक्सीन भी एचपीवी के उन प्रकारों से ही आपको प्रोटेक्ट कर पाने में सक्षम है, जो आपके इंटीमेट पार्ट्स पर मस्से और गर्भाशय ग्रीवा के कैंसर के साथ-साथ कुछ अन्य कैंसर के अधिकांश मामलों का कारण बनते हैं। यानि ये वैक्सीन भी आपको HPV से पूरी तरह प्रोटेक्शन की गारंटी नहीं देती है।
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इन लोगों को नहीं लगवानी चाहिए एचपीवी की वैक्सीन
वहीं जैसे किसी भी अन्य बीमारी की दवाई लेने के लिए कुछ बाउंडेशन्स होती हैं, कुछ ऐसा ही HPV Virus से जुड़ी वैक्सीन को लेकर भी है। इसलिए आपके लिए ये भी जानना जरूरी है कि किन स्थितियों में आपको एचपीवी टीका नहीं लगवाना चाहिए। इसमें सबसे पहले है कि अगर आपको फर्मेंटेड फूड आइटम्स से एलर्जी है, या अगर कोई महिला प्रेगनेंट है, अगर आपको ब्लीडिंग को लेकर कोई परेशानी है और या फिर आप पहले एक बार एंटी-एचपीवी वैक्सीन ले चुके हैं और तब आपको किसी भी एनाफाइलैक्सिस प्रतिक्रिया हुई हो, तो आप एंटी-एचपीवी वैक्सीन न लगवाएं। इसके अलावा भी वैक्सीन लगवाने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
HPV की वजह से ही होता है सर्वाइकल कैंसर, महिलाओं में होने वाले कैंसर में सबसे आम
वहीं भारत में HPV Virus के मामलों की बात करें, तो ये वायरस महिलाओं में होने वाले सर्वाइकल कैंसर (Cervical Cancer) का बड़ा कारण है। यह महिलाओं में होने वाला सबसे आम कैंसर है। उससे भी ज्यादा चिंता की बात यह है कि भारत में सर्वाइकल कैंसर के हर साल करीब 1 लाख 22 हजार 844 मामले दर्ज होते हैं। इनमें से भी 64 हजार 478 महिलाएं इस कैंसर से जूझते हुए ही अपनी जान गंवा देती हैं। एक आंकड़े के मुताबिक आंध्र प्रदेश सर्वाइकल कैंसर के मामलों में देश में दूसरे स्थान पर है, जहां देश के कुल 14% मामले सामने आते हैं। ऐसे में इसके मामलों में कमी लाने के लिए आंध्र प्रदेश सरकार ने एंटी HPV Virus वैक्सीन लगाने का फैसला किया है।
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