
नशे की लत कर रही युवाओं को परिवार से दूर
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Geetika
- March 5, 2025
नशे की लत कर रही युवाओं को परिवार से दूर
बदलते समाज का आधुनिक परिवेश कुछ करने की कामना मानसिक तनाव और भी बहुत से ऐसे कारण है जो आज की युवा पीड़ी में नशे की लत को लगातार बढ़ावा दे रही है
मानसिक तनाव और बहुत से शोक ऐसे कारण है जो नशे की प्रचलन को समझ में बढ़ावा दे रहे हैं इसका ज्यादातर शिकार हमारी युवा पीढ़ी हो रही है. नशा करना आज के युवाओं के लिए एक फैशन सा हो गया ह नशे का नकारात्मक प्रभाव न सिर्फ नशा करने वाले व्यक्ति पर पड़ता है बल्कि इसका पूरा खामियां जा उसके परिवार को और समाज को को भी खोखला कर देता है.
शहरी क्षेत्र एवं प्रखंड क्षेत्र में इन दिनों युवाओं की जैसे जरूरत बन गया है नशा नशे की लत में फंस चुके युवा बहुत से मादक पदार्थों का उपयोग करते है इस तरह के मादक पदार्थ जैसे नशे की सिरिंज बहुत सी मेडिकल की दुकानों पर उपलब्ध होती है
इसके अलावा स्कूल कॉलेज के सामने खुली पान चाय की दुकानों पर भी उपलब्ध गुटका गांजा भांग सहित नशीली वस्तुएं जहां से खुलेआम बढ़ावा दिया जाता है इसके अलावा कई बच्चे सनफिक्स के भी आदि हो चुके हैं सनफिक्स और बन फिक्स का उपयोग आज के युवाओं में बहुत ज्यादा तादाद में देखने को मिल रहा है।
जब किसी 20 साल की युवा से पूछा जाता है कि वह इस तरह की नशे का आदि क्यों है तो पूछने पर जवाब मिलता है कि इससे उन्हें आनंद का अनुभव प्राप्त होता है जिसे सुनने से शरीर में अकड़न आ जाती है। दूसरी तरफ पान दुकानदारों पर कोई प्रतिबंध न होने से छोटे बच्चे भी नशीले पदार्थों का उपयोग सरेआम करते हैं. गुटके की बिक्री पर प्रतिबंध है परंतु कुछ दुकानदार इस खुलेआम भेज रहे हैं।
गुटके के प्रयोग से मुंह के कैंसर होने की संभावना है सरकार ने पान गुटका बीड़ी जैसे मादक पदार्थों के ऊपर बहुत से कैंपिंग भी चलाएं पर इन सब चीजों को ना करते हुए आज का युवा लगातार नशे की लत में गिरता होता जा रहा है इसके अलावा सिगरेट पीना अल्कोहल का लगातार सेवन करना यह आजकल के युवा पीढ़ी में बहुत आम बात हो गई है
1} नशा करने के कारण क्या है ?
सबसे बड़ी समस्या है यह है कि मनुष्य नशा करता क्यों है क्या कारण है कि युवाओं में नशे के 10 दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है सामान्यत व्यक्ति नशाताब करता है जब वह डिप्रेशन में रहते हैं फिर अगर उसे किसी बात का दुख हो तो उसको भूलने के लिए भी नशा करता है और नशा मुक्त होने के लिए की व्यक्ति कभी-कभी नशा करता है पर आज की जनरेशन स्वयं को मॉडर्न दिखाने के लिए नशा करती है जो की एक बढ़ती गंभीर समस्या है इसका सबसे बड़ा कारण यह भी देखा जा रहा है। बदलते परिवेश में आज संयुक्त परिवार प्रथा खत्म हो चुकी है। बच्चों के पास बात करने के लिए अपनी परेशानियां साझा करने के लिए कोई नहीं होता क्योंकि बदलते परिवेश के साथ माता-पिता कामकाजी हो चुके हैं। ऐसे में अगर किसी बच्चे को किसी तरह की कोई तकलीफ है। तो वह अपने दुख और अपनी तकलीफ को बुलाने के लिए नशे का सहारा लेता है और धीरे-धीरे वह इस नशे का आदी हो जाता है कभी-कभी नशे की आदत बहुत ज्यादा हो जाती है उसे दिशा में इसे उतारने के लिए क्या उपाय करनी चाहिए।
2} क्या नशा उतारने के कोई उपाय हैं ?
कभी-कभी शराब का नशा इतना ज्यादा हो जाता है कि वह अगले दिन हमारे शरीर और हमारे दिमाग पर भी हावी रहता है तो ऐसे में अगर शराब का नशा ज्यादा हो गया है तो उसे उतारने की क्या उपाय है नीचे आपको कुछ घरेलू उपाय बताई जा रही है जिसे आप अपना हैंगओवर ---नशा उतार सकते हैं
1} नारियल पानी पिए --नारियल पानी नशा उतारने में मदद कर सकता है।
2} नींबू पानी ___नींबू पानी पीने से शराब के नशे को उतारने में मदद मिलती है , इसके अलावा आप अदरक का रस भी ले सकते हैं
3} पुदीने लेकर उसे पीसकर या पुदीने के पत्तों को पानी में भिगोकर पुदीने का पानी पिए यह भी आपके नशे को उतारने में कारगर साबितहोगा
अगर कोई व्यक्ति आपके घर में ही आपके आसपास नशे की लत से जूझ रहा है तो ऐसे व्यक्ति की मदद करें उसे इस नशे की तरफ से बाहर निकालने की कोशिश करें नशे की लत को समझने के बाद आपको किसी प्रियजन की मदद करने के तरीके में कुछ दिशा निर्देशों की आवश्यकता रहेगी ऐसे व्यक्तियों को उचित उपचार के दिशा निर्देश देने चाहिए उनके साथ वक्त बिताये स्वयं को शिक्षित करके उनके प्रति सहानुभूति रखें
यह जानना जरूरी है की व्यसन क्या है? और व्यसन के लक्षण क्या है?
अगर आप व्यसन के लक्षण को समझते हैं और आपके किसी भी प्रियजन में व्यसन के लक्षण दिखाई दे रहे हैं तो आप सही समय पर इन् लक्षणों को दूर कर सकते हैं आपके प्रियजन में आप व्यसन के लक्षण को पहचान सकते हैं और आप यह भी समझ सकते हैं कि वह किस दर्द से गुजर रहा है इस बात का भी ख़ास ध्यान रखें की व्यसन के बारे में जांनने से पहले आपको अपने प्रियजन की बीमारी और उनके द्वारा अनुभव की जा रही परेशानियों को आप बेहतर ढंग से समझ पाएं
उनकी मदद ठीक तरह से कर पाएं अपना समर्थन देना यहां यह समझना जरूरी है कि अगर कोई व्यक्ति नशे की लत में फंसा हुआ है तो उसे आप अपना प्यार दीजिए ,अपनापन दीजिए उसके साथ वक्त बताइए, उसे इस बात का एहसास दिलाए कि आपको उनकी परवाह है बहुत बार देखा गया है कि जो नशे के आदी बन जाते हैं ऐसी दशा में इन्सान खुद को अकेला महसूस करता हैं और उस अकेलेपन के चलते उनके नशे की लत बहुत हद तक बढ़ जाती है ऐसी दशा में आप कोशिश करें कि आप अपने प्रिय जन के साथ अधिक से अधिक समय बताएं जिससे कि वह नशे की समस्या से बाहर निकल सके यह जरूरी है।
जो व्यक्ति नशे की समस्या से जूझ रहा है उसकी सेहत का अच्छे से ख्याल रखा रखा जाए किसी और की देखभाल करने से पहले आप खुद का ख्याल रखना शुरू करें जो व्यक्ति नशे की लत से परेशान है वह ऐसे व्यक्ति को डॉक्टर के पास लेकर जाए उसका पूर्ण इलाज इलाज करवा व्यायाम करने की सलाह दें उनके भोजन में सेहतमंद आहार शामिल करें जो उनके शरीर को मजबूती प्रदान करें इसके अलावा कुछ घरेलू उपाय भी हैं जिन्हें उपयोग करके आप नशे की लत से दूर रह सकते हैं।
1} एक गिलास में पानी लेकर दो चम्मच सेब का सिरका , दो चम्मच शहद एक नींबू मिलाकर काम से कम दिन में एक से दो बार इसका सेवन करें अदरक सल्फर की कमी को पूरा करता है ऐसे में इसका सेवन करने से नशा करने का मन नहीं करता 10 ग्राम अदरक के छोटे-छोटे टुकड़े कर ले उस पर सेंधा नमक लगाकर एक चम्मच नींबू का रस मिला ले और फिर अदरक को सुखाने के बाद इसे खाएं इसका सेवन करने से आप नशे की लत से दूर रहेंगे।
2} यहां सवाल यह उठता है कि क्या नशे की लत से निजात पाना इतना आसान है ?आमतौर पर नशा छोड़ने पर रोगी को घबराहट बेचैनी, चिड़चिड़ापन ,गुस्सा आना ,तनाव- थकान ,निर्णय लेने में परेशानी होना, नींद ना आना ,सर दर्द ,शरीर में दर्द भूख न लगना ,धड़कन बढ़ना और ज्यादा पसीना आना जैसी तकलीफ होने लगती है अगर लक्षण कम ना हो रहे हो तो ऐसी स्थिति में आप डॉक्टर की सलाह ले सकते हैं. देश के करीब चार फीसदी लोगों में शराब ,सिगरेट ,अफीम, गांज, भांग ,तंबाकू का नशा करने की बुरी आदत है।
3} समय रहते इन पर काबू पाकर शरीर में होने वाले दुष्प्रभावों से बचा जा सकता है नशा छोड़ने के बाद आपके शरीर में कई तरह के लक्षण दिखाई देते हैं शरीर में बेचैनी, मन अशांत रहना ,नींद ना आना इस तरह के लक्षण दिखाई देते हैं. और इन्हीं के आधार पर दवा दी जाती जिस मनुष्य में शराब सिगरेट की आदत होती है .अगर वो व्यक्ति धूम्रपान बंद कर दे तो 24 से 48 घंटे में बेचैनी और बदन दर्द होना स्वाभाविक है .
धूम्रपान छुड़ाने के लिए निकोटीन से बनी चूइंगम ,इनहेलर देते हैं 6 से 12 माह तक दवाइयां का कोर्स चलता है आयुर्वेद में मेडिटेशन योग प्राणायाम करने की सलाह दी जाती है।
होम्योपैथिक के अनुसार नशे की लत से पाचन तंत्र खराब होता है इसके लिए बहुत ज्यादा मसालेदार चीज खाने पर भी रोक लगा दी जाती है राज्य सरकार और केंद्र सरकार ने बहुत सारे ऐसे संस्थान बनाए हैं जहां पर नशे की लत से निजात मिल सकती है।
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