Dark Mode
  • day 00 month 0000
खाटू श्याम मेला 2025: जानिए इस बार क्या है खास

खाटू श्याम मेला 2025: जानिए इस बार क्या है खास

मेले की शुरुआत और अनुमानित भीड़

 

हर साल फाल्गुन महीने में राजस्थान के सीकर जिले के खाटू गांव में आयोजित होने वाला खाटू श्याम मेला इस बार 28 फरवरी 2025 से शुरू हो रहा है। यह मेला खाटू श्याम जी के प्रति श्रद्धा और आस्था का प्रतीक है, जिसमें लाखों भक्त दर्शन और सेवा के लिए दूर-दूर से पहुंचते हैं। इस वर्ष मेले में रोज़ाना 8 से 10 लाख श्रद्धालुओं के आने की संभावना है, जिससे यह राजस्थान के सबसे बड़े धार्मिक आयोजनों में से एक बन जाएगा। हर साल की तरह इस बार भी मेले में विशेष पूजा-अर्चना, भजन संध्या और विभिन्न धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा।

 

इस बार क्या है खास?

 

इस वर्ष खाटू श्याम मेला 2025 में कुछ बड़े बदलाव किए गए हैं, जो इसे पहले से भी बेहतर और सुगम बनाएंगे। सबसे बड़ा बदलाव यह है कि VIP पास की सुविधा पूरी तरह से समाप्त कर दी गई है, जिससे अब सभी भक्त बिना किसी भेदभाव के दर्शन कर सकेंगे। प्रशासन ने भक्तों की सुरक्षा और सुविधा को ध्यान में रखते हुए 10,000 से अधिक पुलिसकर्मियों की तैनाती की है, ताकि किसी भी प्रकार की अव्यवस्था न हो। इस बार मेले की डिजिटल सुविधा को भी बढ़ाया गया है, जिससे भक्तजन ऑनलाइन दर्शन और लाइव स्ट्रीमिंग के माध्यम से घर बैठे भी खाटू श्याम जी के दर्शन कर सकते हैं।

 

खाटू श्याम मेला 2025: जानिए इस बार क्या है खास

 

यात्रा से पहले ज़रूरी जानकारी

 

जो भी भक्त खाटू श्याम जी के दर्शन के लिए आ रहे हैं, उन्हें पहले से कुछ आवश्यक जानकारियों को ध्यान में रखना चाहिए। मेले के दौरान 24 घंटे दर्शन की सुविधा उपलब्ध होगी, लेकिन फाल्गुन एकादशी (10 मार्च 2025) को सबसे अधिक भीड़ रहने की संभावना है। प्रशासन ने यातायात और पार्किंग व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए वन-वे ट्रैफिक सिस्टम लागू किया है, जिससे सड़कों पर जाम की समस्या कम होगी। इसके अलावा, सुरक्षा के लिए जगह-जगह सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं और अतिरिक्त पुलिस बल को भी तैनात किया गया है। भक्तों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए मुफ्त भोजन, पानी और मेडिकल कैंप की भी व्यवस्था की गई है, जिससे किसी को भी कोई असुविधा न हो।

 

खाटू श्याम जी का महत्व और आस्था

 

खाटू श्याम जी को कलियुग के भगवान श्रीकृष्ण के अवतार के रूप में पूजा जाता है। मान्यता है कि महाभारत युद्ध के दौरान बर्बरीक ने अपने शीश का दान श्रीकृष्ण को किया था, जिससे प्रसन्न होकर भगवान ने उन्हें वरदान दिया कि कलियुग में वे "श्याम" नाम से पूजे जाएंगे और उनकी भक्ति करने वाले की सभी इच्छाएं पूर्ण होंगी। यही कारण है कि हर साल खाटू श्याम जी के भक्त इस मेले में उमड़ते हैं और श्रद्धा के साथ उनकी पूजा-अर्चना करते हैं।

 

खाटू श्याम मेला 2025 का हिस्सा बनें

 

अगर आप भी इस भव्य मेले का हिस्सा बनना चाहते हैं, तो अपनी यात्रा की योजना पहले से बनाएं और सभी ज़रूरी नियमों का पालन करें। इस धार्मिक आयोजन में शामिल होकर आध्यात्मिक शांति और दिव्य ऊर्जा का अनुभव करें। इस मेले की भव्यता और भक्तों की आस्था इसे और भी विशेष बनाती है।

 

 

 

For more articles visit https://theindiamoves.com/

 

Comment / Reply From

Vote / Poll

क्या राजस्थान मे बेरोजगारी का मुद्दा खत्म हो चुका है ..

View Results
Yes
11%
No
89%

Talk to us?