Dark Mode
  • day 00 month 0000
Republic Day : हर्षोल्लास के साथ मनाया गणतंत्र दिवस, कर्त्तव्य पथ पर दिखी भारत की सामरिक ताकत, पहली बार दिखी प्रलय मिसाइल

Republic Day : हर्षोल्लास के साथ मनाया गणतंत्र दिवस, कर्त्तव्य पथ पर दिखी भारत की सामरिक ताकत, पहली बार दिखी प्रलय मिसाइल

Republic Day : आज देशभर में 76वां गणतंत्र दिवस हर्षोल्लास के साथ और समारोह पूर्वक मनाया जा रहा है। राष्ट्रस्तरीय समारोह देश की राजधानी नई दिल्ली में कर्त्तव्य पथ पर आयोजित किया गया। इस दौरान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्रीय ध्वज फहराकर मार्च पास्ट की सलामी ली। वहीं राष्ट्रीय ध्वज को 21 तोपों की सलामी दी गई। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नेशनल वॉर मेमोरियल पहुंचे और देश की रक्षा में सर्वोच्च बलिदान देने वाले शहीदों को श्रद्धांजलि दी। इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी गणतंत्र दिवस पर आयोजित परेड में शामिल होने कर्त्तव्य पथ पहुंचे।

 

गणतंत्र दिवस पर दिया इंडोनेशिया से मजबूत द्विपक्षीय संबंधों का संदेश

वहीं राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू इंडोनेशिया के राष्ट्रपति और 76वें गणतंत्र दिवस समारोह के मुख्य अतिथि प्रबोवो सुबियांतो के साथ शाही बग्घी में बैठकर कर्तव्य पथ आईं। राष्ट्रपति मुर्मू ने तीसरी बार कर्त्तव्य पथ पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया। इस बार गणतंत्र दिवस की थीम 'स्वर्णिम भारत: विरासत और विकास' रखी गई है। वहीं बता दें 1950 में आयोजित किए गए पहले गणतंत्र दिवस समारोह पर भी इंडोनेशिया के राष्ट्रपति बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए थे। वहीं अबकी बार जब भारतीय गणतंत्र दिवस के 75 साल पूरे हो रहे हैं, इस मौके पर एक बार फिर इंडोनेशिया के मौजूदा राष्ट्रपति मुख्य अतिथि प्रबोवो सुबियांतो बतौर मुख्य अतिथि गणतंत्र दिवस समारोह में शामिल हुए।

 

कला एवं संस्कृति मंत्रालय की सांस्कृतिक प्रस्तुति से शुरू हुआ कार्यक्रम

परेड की शुरुआत केंद्रीय कला एवं संस्कृति मंत्रालय के सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ हुई। इस दौरान 300 आर्टिस्ट ने वाद्य यंत्र बजाते हुए परेड निकाली। फिर इंडोनेशिया के सैन्य जवानों का दस्ता परेड करते हुए कर्तव्य पथ पर गुजरा। भारतीय सेना के जवानों ने भीष्म टैंक, पिनाका मल्टी लॉन्चर रॉकेट सिस्टम के साथ मार्च किया।

 

ये भी पढ़ें- गणतंत्र दिवस पर क्यों दी जाती है 21 तोपों की सलामी, कहां से आई परेड की परंपरा, जानिए सबकुछ

 

अपाचे, राफेल और हरक्युलिस ने दिखाई ताकत

एयरफोर्स के फ्लाईपास्ट में 40 विमानों ने हिस्सा लिया, जिसमें 22 फाइटर जेट, 11 ट्रांसपोर्ट एयरक्रॉफ्ट और 7 हेलिकॉप्टर शामिल हुए। इसके अलावा अपाचे, राफेल और हरक्युलिस ने भी परेड में अपनी ताकत दिखाकर देशवासियों को रोमांचित कर दिया। परेड में 15 राज्यों और 16 मंत्रालयों की झांकियां दिखाई गईं। पहली बार कर्तव्य पथ पर एक साथ 5 हजार कलाकारों ने प्रस्तुति दी।

 

ये भी पढ़ें- नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती आज, एकमात्र ऐसे नेता जिन्हें भारत रत्न देने की घोषणा हुई, लेकिन मिला नहीं

 

कर्त्तव्य पथ पर पहली बार पेश की गई प्रलय मिसाइल

यही नहीं कर्त्तव्य पथ पर पहली बार प्रलय मिसाइल को भी पेश किया गया। इसे भारत में ही आत्मनिर्भर भारत और मेक इन इंडिया अभियान के तहत डीआरडीओ और आरसीआई ने मिलकर विकसित किया है।

Comment / Reply From

Vote / Poll

क्या राजस्थान मे बेरोजगारी का मुद्दा खत्म हो चुका है ..

View Results
Yes
11%
No
89%

Talk to us?