Dark Mode
  • day 00 month 0000

आज़ादी की लड़ाई में महिलाओं का योगदान, जिसे इतिहास ने कम लिखा | The India Moves

आज़ादी की लड़ाई में महिलाओं का योगदान, जिसे इतिहास ने कम लिखा | The India Moves

15 अगस्त 1947… वह ऐतिहासिक रात, जब भारत ने सदियों की गुलामी की बेड़ियां तोड़कर एक नए सवेरे का स्वागत किया। कल्पना कीजिए, वह क्षण कैसा रहा होगा, जब दिल्ली के लाल किले पर पहली बार तिरंगा लहराया और देशभर में लाखों दिलों में आज़ादी का गर्व और खुशी उमड़ पड़ी। लेकिन यह आज़ादी यूं ही नहीं मिली—इसके पीछे असंख्य बलिदान, संघर्ष और त्याग छुपे हैं। और इस संघर्ष की गाथा सिर्फ पुरुषों तक सीमित नहीं, बल्कि इसमें महिलाओं का भी अद्वितीय योगदान रहा। 

Comment / Reply From

Vote / Poll

क्या राजस्थान मे बेरोजगारी का मुद्दा खत्म हो चुका है ..

View Results
Yes
11%
No
89%

Talk to us?