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एयर इंडिया हादसे के बाद: जानें बोइंग और एयरबस में क्या है अंतर?

एयर इंडिया हादसे के बाद: जानें बोइंग और एयरबस में क्या है अंतर?

बोइंग बनाम एयरबस: अहम अंतर और पहचान के तरीके

12 जून 2025 को अहमदाबाद से लंदन जा रहा एयर इंडिया का बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर विमान उड़ान भरते ही दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिसमें 241 से अधिक यात्रियों की जान चली गई। इस हादसे के बाद बोइंग विमानों की सुरक्षा को लेकर सवाल उठने लगे हैं। ऐसे में, यह जानना महत्वपूर्ण है कि बोइंग और एयरबस विमानों में क्या अंतर हैं, ताकि आप इन्हें पहचान सकें।


बोइंग और एयरबस में मुख्य अंतर

1. नोज़ (नाक का हिस्सा)


बोइंग: नुकीली और तेज नोज़, जो तीर जैसी दिखती है।

एयरबस: गोल और चपटी नोज़, जिसमें हल्की गोलाई होती है।


2. कॉकपिट की खिड़कियां


बोइंग: नीचे की ओर V-आकार में तिरछी खिड़कियां, जिनका आखिरी कोना नुकीला होता है।

एयरबस: चौकोर खिड़कियां, जिनका आखिरी कोना थोड़ा कटा हुआ होता है।


3. इंजन का आकार और स्थिति


बोइंग: इंजन ऊपर से गोल और नीचे से फ्लैट होते हैं, जो विंग के आगे की ओर लगे होते हैं।

एयरबस: इंजन पूरी तरह से गोल होते हैं और विंग के ठीक नीचे जुड़े होते हैं।


4. टेल (पूंछ) की बनावट


बोइंग: हल्के ढलान के साथ बॉडी से जुड़ी टेल।

एयरबस: सीधे और बिना ढलान के जुड़ी टेल।


5. लैंडिंग गियर (पहियों का ढांचा)


बोइंग: रियर लैंडिंग गियर का कुछ हिस्सा बाहर से दिखाई देता है क्योंकि इसमें कोई कवर नहीं होता।

एयरबस: रियर गियर पूरी तरह से बॉडी के अंदर बंद हो जाते हैं और बाहर से नहीं दिखते।


बोइंग और एयरबस की सुरक्षा और प्रदर्शन


बोइंग और एयरबस दोनों ही विमान निर्माता कंपनियां हैं, जिन्होंने समय-समय पर अपनी तकनीकी और सुरक्षा प्रणालियों में सुधार किया है। हालांकि, बोइंग के 737 मैक्स विमान में MCAS (Maneuvering Characteristics Augmentation System) प्रणाली से जुड़ी समस्याएं सामने आई थीं, जिससे दो दुर्घटनाएं हुईं। इसके बाद, बोइंग ने इस प्रणाली में सुधार किया और विमान को फिर से उड़ान भरने की अनुमति मिली। वहीं, एयरबस ने अपने विमानों में फ्लाई-बाय-वायर तकनीक का उपयोग किया है, जिससे पायलटों को अधिक नियंत्रण और सुरक्षा मिलती है।


बोइंग और एयरबस की पहचान के आसान तरीके


विंडो डिजाइन: बोइंग की कॉकपिट विंडो V-आकार में होती है, जबकि एयरबस की विंडो चौकोर होती है।

नोज़: बोइंग की नोज़ नुकीली होती है, जबकि एयरबस की नोज़ गोल होती है।

इंजन की स्थिति: बोइंग के इंजन विंग के आगे की ओर लगे होते हैं, जबकि एयरबस के इंजन विंग के नीचे जुड़े होते हैं।

लैंडिंग गियर: बोइंग के रियर लैंडिंग गियर का कुछ हिस्सा बाहर से दिखाई देता है, जबकि एयरबस के रियर गियर पूरी तरह से बॉडी के अंदर बंद हो जाते हैं।

 

ऐसी ही जानकारी के लिए विजिट करें- The India Moves

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