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Saif Ali Khan News: UPI पेमेंट से पकड़ा गया सैफ अली खान का हमलावर, पढ़ें पूरी कहानी

Saif Ali Khan News: UPI पेमेंट से पकड़ा गया सैफ अली खान का हमलावर, पढ़ें पूरी कहानी

सैफ अली खान पर हमला करने वाले शख्स को पुलिस ने रविवार सुबह ठाणे से गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी के बाद कोर्ट ने हमलावर को 5 दिन की पुलिस हिरासत में भी दिया है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि पुलिस ने उसे कैसे गिरफ्तार किया? किन चीजों ने पुलिस को आरोपी तक पहुंचाया? दरअसल, उसे पकड़ने में गूगल पे, परांठा और पानी की बोतल जैसी चीजों ने पुलिस की काफी मदद की।

 

गूगल पे, परांठा और पानी की बोतल...

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, गूगल पे के जरिए परांठा और पानी की बोतल के लिए किया गया पेमेंट मुंबई पुलिस के लिए अहम सुराग साबित हुआ, जिसकी बदौलत उन्होंने मोहम्मद शरीफुल इस्लाम (30) को पकड़ लिया। पुलिस को इसी गूगल पे ट्रांजेक्शन से आरोपी का मोबाइल नंबर मिला, जिसे ट्रेस कर वे ठाणे पहुंच गए। वहां और सुराग मिलने के बाद पुलिस ने एक लेबर कैंप के पास घने मैंग्रोव जंगल में तलाश शुरू की।

 

टीवी पर अपनी फोटो देखकर वह डर गया था

बताया जा रहा है कि सर्च ऑपरेशन में करीब 100 पुलिसकर्मी लगे हुए थे। सर्च के दौरान टीम वापस लौटने ही वाली थी कि टॉर्च की रोशनी में जमीन पर सो रहा एक शख्स दिखाई दिया। जैसे ही एक अधिकारी करीब गया, वह व्यक्ति भागने लगा। जिसके बाद पुलिस ने उसे पकड़ लिया। शुरुआती पूछताछ में आरोपी ने बताया कि जब उसने टीवी और यूट्यूब पर अपनी तस्वीरें देखीं, तो वह डर गया और ठाणे भाग गया। उसने बताया कि वह पहले ठाणे में एक बार में काम कर चुका है और उस इलाके से परिचित है।

 

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मोबाइल कवर खरीदा

पुलिस ने पहले बांद्रा रेलवे स्टेशन के सीसीटीवी फुटेज से आरोपी को ट्रैक किया था। इसके बाद उसने दादर स्टेशन के बाहर एक दुकान से मोबाइल कवर खरीदा, लेकिन वहां उसने नकद भुगतान किया। फिर वह कबूतरखाना और वर्ली की ओर चला गया। पुलिस को वर्ली में सेंचुरी मिल के पास एक स्टॉल पर आरोपी का सुराग मिला। सीसीटीवी फुटेज में वह स्टॉल मालिक से दो बार बात करता हुआ दिखाई दिया। पुलिस ने स्टॉल मालिक नवीन एक्का की पहचान की और पता चला कि वह कोलीवाड़ा में रहता है।

 

पुलिस को कैसे मिला मोबाइल नंबर

जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि एक्का जय हिंद मित्र मंडल में रहता था लेकिन घर बंद था। इसके बाद मकान मालिक राजनारायण प्रजापति के बेटे विनोद ने पुलिस को एक्का का मोबाइल नंबर दिया। एक्का से पूछताछ में पता चला कि आरोपी ने पराठे और पानी की बोतल का भुगतान गूगल पे के जरिए किया था। इसी मोबाइल नंबर से पुलिस को ठाणे के कासरवडावली लेबर कैंप में आरोपी का सुराग मिला।

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