Dark Mode
  • day 00 month 0000
वाई पूरन कुमार सुसाइड स्कैंडल: DGP समेत 13 अफसरों पर FIR, IPS के ‘अंतिम नोट’ में लगे चौकाने वाले आरोप

वाई पूरन कुमार सुसाइड स्कैंडल: DGP समेत 13 अफसरों पर FIR, IPS के ‘अंतिम नोट’ में लगे चौकाने वाले आरोप

हरियाणा के वरिष्ठ IPS अधिकारी वाई पूरन कुमार सुसाइड मामले में बड़ा एक्शन हुआ है। वाई पूरन कुमार केस में चंडीगढ़ पुलिस ने हरियाणा के DGP शत्रुजीत कपूर, रोहतक SP नरेंद्र बिजारनिया समेत कुल 13 वरिष्ठ अधिकारियों के खिलाफ FIR दर्ज की है। यह FIR IPS अधिकारी की पत्नी की शिकायत और IPS अंतिम नोट में सामने आए गंभीर आरोपों के आधार पर दर्ज की गई है।

 

IPS अंतिम नोट में खुलासे

 

जानकारी के मुताबिक वाई पूरन कुमार सुसाइड के पीछे के कारणों का खुलासा उनके 8 पेज के IPS अंतिम नोट में हुआ। इसमें वरिष्ठ अधिकारियों पर मानसिक प्रताड़ना, जातिगत भेदभाव और उत्पीड़न के गंभीर आरोप लगाए गए। IPS ने लिखा कि लगातार उत्पीड़न और दबाव के कारण वे पूरी तरह टूट चुके थे और मजबूरी में यह दुखद कदम उठाना पड़ा। सुसाइड नोट खुलासा अब जांच की मुख्य आधार बन गया है।

 

FIR दर्ज और जांच प्रक्रिया

 

सूत्रों के मुताबिक, चंडीगढ़ पुलिस ने सेक्टर-11 थाने में FIR नंबर 156 दर्ज की है। FIR BNS की धारा 108 (आत्महत्या के लिए उकसाना) और 3(1)(आर) एससी/एसटी अत्याचार निवारण अधिनियम के तहत दर्ज की गई। वाई पूरन कुमार मामला अब जांच की नजर में है। पुलिस की स्पेशल टीम सुसाइड नोट, डिजिटल रिकॉर्ड, कॉल डिटेल और CCTV फुटेज की जांच कर रही है।

 

वरिष्ठ अधिकारियों पर IPS के आरोप

 

वाई पूरन कुमार केस में IPS ने कुल 13 वरिष्ठ अधिकारियों के नाम सुसाइड नोट में लिखे। इसमें हरियाणा DGP शत्रुजीत कपूर, रोहतक SP नरेंद्र बिजारनिया, मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी, पूर्व मुख्य सचिव टी.वी.एस.एन. प्रसाद और अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल हैं। IPS ने लिखा कि उन्हें लगातार मानसिक प्रताड़ना और जातिगत भेदभाव का सामना करना पड़ा। IPS गंभीर आरोप में यह भी था कि उनके करियर और पोस्टिंग पर अनुचित दबाव डाला गया।

 

पत्नी की शिकायत और पुलिस वसीयत

 

IPS की पत्नी और वरिष्ठ IAS अधिकारी अमनीत पी. कुमार ने FIR दर्ज कराई। उन्होंने कहा कि जब तक आरोपी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होगी, वे IPS का पोस्टमार्टम नहीं करवाएंगी। IPS ने अपनी संपत्ति की पुलिस वसीयत बनाई और पत्नी को भेजी। परिवार की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पुलिस को निर्देश दिए गए।

 

घटना का विवरण

 

वाई पूरन कुमार सुसाइड मंगलवार को चंडीगढ़ के सेक्टर-11 स्थित अपने साउंडप्रूफ बेसमेंट में हुई। IPS ने सर्विस गन से आत्महत्या की। घटनास्थल पर CFSL और फॉरेंसिक टीम ने पूरी वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी की। पुलिस ने सुसाइड नोट, लैपटॉप और मोबाइल रिकॉर्ड जब्त कर जांच शुरू कर दी।

 

प्रशासन और मुख्यमंत्री की प्रतिक्रिया

 

मुख्यमंत्री नायब सैनी ने IPS परिवार से मिलकर जांच की निगरानी की। उन्होंने भरोसा दिलाया कि जांच निष्पक्ष और पारदर्शी होगी। इसके बाद DGP शत्रुजीत कपूर और SP नरेंद्र बिजारनिया के छुट्टी पर भेजे जाने की चर्चा है।

 

परिवार की मांगें

 

  • आईएएस अमनीत पी. कुमार ने चार प्रमुख मांगें रखी हैं:
  • FIR में नामित सभी 13 अधिकारियों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई।
  • आरोपियों का तुरंत निलंबन और गिरफ्तारी।
  • परिवार और बेटियों को स्थायी सुरक्षा।
  • परिवार की गरिमा और अधिकारों की सुरक्षा।
  • पुलिस ने FIR दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।

 

IPS के अंतिम शब्द

 

वाई पूरन कुमार सुसाइड नोट में उन्होंने लिखा: "मैं अब और नहीं सह सकता। जो लोग मुझे इस स्थिति तक लाए, वही मेरी मौत के जिम्मेदार हैं।" IPS ने सुसाइड से एक दिन पहले अपनी पुलिस वसीयत बनाई और पत्नी को भेजी।

 

संक्षेप में

 

वाई पूरन कुमार केस ने हरियाणा पुलिस और प्रशासन में हलचल मचा दी है। FIR के बाद DGP पर FIR और 13 अफसरों पर FIR दर्ज होने के साथ पुलिस जांच में IPS के गंभीर आरोप और अंतिम नोट मुख्य आधार बन गए हैं। वाई पूरन कुमार सुसाइड का यह मामला पूरे देश की निगरानी में है।

 

ऐसी ही जानकारी के लिए विजिट करे: The India Moves

Comment / Reply From
You May Also Like

Vote / Poll

क्या राजस्थान मे बेरोजगारी का मुद्दा खत्म हो चुका है ..

View Results
Yes
11%
No
89%

Talk to us?