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निशिकांत दुबे के बयान से पल्ला झाड़ती बीजेपी, शेलार बोले- मराठी समाज के योगदान को नजरअंदाज़ नहीं

निशिकांत दुबे के बयान से पल्ला झाड़ती बीजेपी, शेलार बोले- मराठी समाज के योगदान को नजरअंदाज़ नहीं

महाराष्ट्र में भाषा और अस्मिता को लेकर जारी सियासी तनाव एक बार फिर उभरकर सामने आया है। झारखंड से बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे (Nishikant Dubey) द्वारा उद्धव ठाकरे (Uddhav Thakre) को लेकर दिए गए विवादित बयान के बाद राज्य की सियासत में हलचल मच गई है। इस बयान की गूंज महाराष्ट्र विधानसभा के मानसून सत्र तक पहुंच गई, जहां राज्य के सांस्कृतिक कार्य मंत्री आशीष शेलार (Ashish Shelar) ने बिना नाम लिए करारा जवाब दिया।

 

आशीष शेलार ने अपने बयान में स्पष्ट शब्दों में कहा, "मराठी व्यक्ति की काबिलियत और पराक्रम पर कोई सवाल खड़ा न करें।" उन्होंने यह टिप्पणी 30 जून से शुरू हुए विधानसभा सत्र के दौरान की, जो मराठी अस्मिता के समर्थन में एक मजबूत संदेश के रूप में देखी जा रही है।


आशीष शेलार ने मराठी समाज के गौरवशाली इतिहास को याद दिलाते हुए कहा कि मराठी समाज के योगदान को नजरअंदाज़ नहीं किया जा सकता है। देश की पहली नौसेना हो या विश्व की पहली फिल्म निर्माण मराठी समुदाय का योगदान अतुलनीय रहा है। उन्होंने यह भी दोहराया कि बीजेपी मराठी समाज के हितों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है और किसी भी भाषा-भाषी के साथ अन्याय नहीं होने दिया जाएगा।

 

गौरतलब है कि भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने ठाकरे बंधु पर तीखा बयान देते हुए कहा था कि “आप लोग हमारे पैसे से जी रहे हैं। आपके पास खुद के कौन से उद्योग हैं? अगर आप इतने साहसी हैं और हिंदी बोलने वालों को पीटते हैं, तो आपको उर्दू, तमिल और तेलुगु बोलने वालों को भी पीटना चाहिए।” “अगर आप इतने बड़े 'बॉस' हैं, तो महाराष्ट्र से बाहर आइए – बिहार, उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु आइए – 'तुमको पटक पटक के मारेंगे'।” इस बयान के बाद शिवसेना नेता का रवैया कड़ा है। वहीं बीजेपी ने इस पर बयानबाजी से दूरी बना ली है।

 

वहीं उद्धव ठाकरे ने निशिकांत दुबे पर पलटवार करते हुए कहा है कि कुछ लोग लकड़बग्घे की तरह राज्य में शांति और सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने बीजेपी पर 'फूट डालो और राज करो' की नीति पर चलने, राजनीतिक लाभ हासिल करने की कोशिश करने का आरोप लगाया। उद्धव ने कहा कि राजनीति की यह शैली अब अपनी प्रासंगिकता खो चुकी है। मुंबई में हमारी रैली की सफलता से बीजेपी बेचैन है।

 

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