
गाजा अस्पताल पर दो बार इजरायली हमला, 20 की मौत, पत्रकार-रेस्क्यूअर भी शिकार
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Chhavi
- August 26, 2025
गाज़ा में युद्ध की आग थमने का नाम नहीं ले रही है। सोमवार को एक बड़ा हादसा तब हुआ जब इज़रायल गाज़ा युद्ध 2025 के बीच खान यूनिस स्थित नासर अस्पताल को निशाना बनाया गया। स्थानीय स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक अस्पताल पर लगातार दो बार हमला हुआ। पहली बार इमारत की ऊपरी मंज़िल पर हमला किया गया, जहाँ कई पत्रकार लाइव रिपोर्टिंग कर रहे थे। इस दौरान रॉयटर्स के पत्रकार हुस्साम अल-मसरी मौके पर ही मारे गए। जब अन्य पत्रकार और रेस्क्यू वर्कर घायल लोगों को बचाने पहुँचे, तभी दूसरी बार हमला हुआ और गाज़ा पत्रकारों की मौत की संख्या बढ़ गई। मरने वालों में एसोसिएटेड प्रेस की विज़ुअल जर्नलिस्ट मरियम अबु डग्गा, अल जज़ीरा और अन्य मीडिया संगठनों के पत्रकार भी शामिल रहे। कुल मिलाकर इस हमले में कम से कम 20 लोगों की जान गई, जिनमें 5 पत्रकार और कई मेडिकल स्टाफ थे। वीडियो फुटेज में साफ दिखा कि पत्रकार और रेस्क्यू वर्कर घायल होने के बावजूद दूसरों की मदद कर रहे थे। यही नहीं, इस हमले ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि युद्ध में भी अस्पताल और मीडिया जैसे सुरक्षित माने जाने वाले स्थान क्यों निशाना बन रहे हैं। गाज़ा अस्पताल में मौतें का यह सिलसिला लगातार दुनिया भर में चिंता और गुस्से की वजह बन रहा है।
इज़रायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने इस हमले को "दुर्भाग्यपूर्ण हादसा" बताया और जांच का आश्वासन दिया, लेकिन अंतरराष्ट्रीय समुदाय इसे अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन मान रहा है। अस्पतालों और पत्रकारों को युद्ध के दौरान भी सुरक्षा का अधिकार है, लेकिन गाज़ा में बढ़ती तबाही ने इन बुनियादी नियमों को सवालों के घेरे में खड़ा कर दिया है। संयुक्त राष्ट्र, ब्रिटेन और फ्रांस समेत कई देशों ने इस हमले की निंदा की है। एसोसिएटेड प्रेस और रॉयटर्स ने इज़रायल से स्पष्टीकरण मांगा है। रिपोर्ट्स के मुताबिक इस युद्ध में अब तक 240 से ज़्यादा पत्रकार मारे जा चुके हैं। सिर्फ गाज़ा पत्रकारों की मौत ही नहीं, बल्कि स्वास्थ्यकर्मियों का भी बड़ा नुकसान हुआ है। संयुक्त राष्ट्र के अनुसार अब तक 1,500 से ज़्यादा मेडिकल वर्कर और 62,000 से अधिक आम नागरिक मारे जा चुके हैं, जिनमें महिलाएं और बच्चे शामिल हैं। नासर अस्पताल पहले भी कई बार हमलों का शिकार बन चुका है और हर बार गाज़ा अस्पताल में मौतें का आंकड़ा और बढ़ जाता है। सच यह है कि इज़रायल गाज़ा युद्ध 2025 अब सिर्फ लड़ाई नहीं, बल्कि एक मानवीय संकट बन चुका है। लोग भूख, इलाज की कमी और लगातार हो रहे हमलों से जूझ रहे हैं। हर तरफ खून, चीखें और तबाही का मंजर है। अस्पतालों में जगह खत्म हो चुकी है, बच्चे भूख से मर रहे हैं और पत्रकार अपनी जान जोखिम में डालकर दुनिया को सच दिखाने की कोशिश कर रहे हैं। इस पूरे हालात ने साफ कर दिया है कि गाज़ा में बढ़ती तबाही सिर्फ युद्ध का हिस्सा नहीं है, बल्कि यह आने वाले समय के लिए भी एक काला अध्याय बनने जा रही है।
ऐसी ही जानकारी के लिए विजिट करें :The India Moves
Frequently Asked Questions
Q1. नासर अस्पताल पर हमला कब और कैसे हुआ?
Ans. सोमवार को दो बार हमला हुआ—पहले पत्रकारों पर, फिर रेस्क्यू वर्कर्स पर।
Q2. इस हमले में कितने लोग मारे गए और कौन-कौन शामिल थे?
Ans. कम से कम 20 लोग मारे गए, जिनमें 5 पत्रकार और कई मेडिकल स्टाफ शामिल थे।
Q3. क्या इज़रायल ने इस हमले की ज़िम्मेदारी ली है?
Ans. प्रधानमंत्री ने इसे “दुर्भाग्यपूर्ण हादसा” बताया और जांच का आश्वासन दिया।
Q4. अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने इस हमले पर क्या प्रतिक्रिया दी?
Ans. संयुक्त राष्ट्र, ब्रिटेन, फ्रांस समेत कई देशों ने इसकी कड़ी निंदा की है।
Q5. गाज़ा युद्ध में अब तक कितने पत्रकार और नागरिक मारे जा चुके हैं?
Ans. रिपोर्ट्स के अनुसार 240+ पत्रकार, 1,500+ मेडिकल वर्कर और 62,000+ नागरिक मारे गए हैं।
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