Dark Mode
  • day 00 month 0000
Delhi Election : दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा ने घोषित किए 29 उम्मीदवार, पहली ही लिस्ट में कर दी बड़ी गलती

Delhi Election : दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा ने घोषित किए 29 उम्मीदवार, पहली ही लिस्ट में कर दी बड़ी गलती

Delhi Election : दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए सियासत की जंग तेज होती जा रही है। आम आदमी पार्टी जहां दिल्ली की सभी सीटों पर अपने प्रत्याशियों का पहले ही ऐलान कर चुकी है, वहीं कांग्रेस भी कई सीटों पर अपने उम्मीदवारों को उतार चुकी है। अब इस कड़ी में भाजपा का भी नाम जुड़ गया है। भारतीय जनता पार्टी ने दिल्ली चुनाव के लिए अपने उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी है। पहली सूची में भाजपा ने 29 चेहरों को जगह दी है। इनमें जहां पार्टी ने कुछ सीटों पर पुराने चेहरों को ही रिपीट किया है, वहीं कई सीटों पर कांग्रेस और आम आदमी पार्टी छोड़कर भाजपा में शामिल हुए चेहरों को भी मौका दिया गया है।

 

ये भी पढ़ें- आतिशी के खिलाफ अलका लांबा मैदान में, समझें क्या है 'हाथ बदलेगा हालात' की रणनीति

 

कालकाजी से राजेंद्र बिधूड़ी को उतारा, सीएम आतिशी को देंगे चुनौती

भाजपा ने प्रवेश वर्मा को नई दिल्ली विधानसभा सीट से उतारा है। प्रवेश वर्मा आप के उम्मीदवार और पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे। इसी तरह कालकाजी सीट से आप की तरफ से सीएम आतिशी उम्मीदवार हैं। इस सीट पर भाजपा ने राजेंद्र बिधूड़ी को मैदान में उतारा है।

 

Delhi Election : दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा ने घोषित किए 29 उम्मीदवार, पहली ही लिस्ट में कर दी बड़ी गलती

करोल बाग से दुष्यंत गौतम, महरौली से गजेंद्र यादव पर खेला दांव

करोल बाग से दुष्यंत गौतम, राजौरी गार्डन से मनजिंदर सिंह सिरसा, बिजवासन से कैलाश गहलोत चुनाव लड़ेंगे। वहीं गांधी नगर से अरविंदर सिंह लवली, जनकपुरी से आशीष सूद, मॉडल टाउन से अशोक गोयल, मालवीय नगर सतीश उपाध्याय, महरौली से गजेंद्र यादव जैसे चेहरों को मैदान में उतारा गया है।

 

Delhi Election : दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा ने घोषित किए 29 उम्मीदवार, पहली ही लिस्ट में कर दी बड़ी गलती

पहली ही सूची में मौके से चूकी भाजपा

खास बात ये भी है कि भाजपा महिला मतदाताओं को साधने के लिए तमाम तरह के प्रयास कर रही है। वहीं केंद्र में मोदी सरकार भी नारी शक्ति वंदन अधिनियम के जरिए विधानसभा और लोकसभा में महिलाओं की संख्या बढ़ाने को लेकर अपनी प्रतिबद्धता जाहिर कर चुकी है। इसके बावजूद भाजपा की पहली सूची में सिर्फ 2 महिलाओं को ही मौका दिया गया है। ऐसे में विरोधी पार्टियां इसे मुद्दा बनाकर भाजपा को निशाने पर ले सकती हैं।

Comment / Reply From

Vote / Poll

क्या राजस्थान मे बेरोजगारी का मुद्दा खत्म हो चुका है ..

View Results
Yes
11%
No
89%

Talk to us?