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आतिशी के खिलाफ अलका लांबा मैदान में, समझें क्या है 'हाथ बदलेगा हालात' की रणनीति

आतिशी के खिलाफ अलका लांबा मैदान में, समझें क्या है 'हाथ बदलेगा हालात' की रणनीति

दिल्ली में जैसे-जैसे सर्दी का सितम बढ़ रहा, वैसे ही सियासी पारा भी चढ़ता नजर आ रहा। दरअसल कांग्रेस ने दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी के खिलाफ शुक्रवार को उम्मीदवार के नाम का ऐलान कर दिया। पार्टी ने अलका लांबा को कालकाजी सीट से टिकट दिया है। कांग्रेस ने कहा कि केंद्रीय चुनाव समिति ने आगामी दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए 51-कालकाजी निर्वाचन क्षेत्र से कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में अलका लांबा की उम्मीदवारी को मंजूरी दे दी है। AAP की पूर्व नेता अलका लांबा फिलहाल अखिल भारतीय महिला कांग्रेस की अध्यक्ष हैं।

 

क्या है कांग्रेस की 'हाथ बदलेगा हालात' की रणनीति


2024 में थे साथ, अब कांटे की टक्कर
2024 के लोकसभा चुनाव में आप और कांग्रेस ने इंडिया गठबंधन के तहत एक साथ दिल्ली की सात सीटों पर दावेदारी की थी। उस समय आप ने 4 सीटों पर उम्मीदवार उतारे तो कांग्रेस ने 3 सीट पर अपने कैंडिडेट दिए। हालांकि, दोनों दलों को कामयाबी नहीं मिली और सभी सात सीटें बीजेपी के पास गई। इसी के बाद से ये कयास लग रहे थे शायद ही दिल्ली चुनाव कांग्रेस-आप साथ लड़ें। अब ऐसा ही देखने को मिल रहा। वहीं कांग्रेस, दिल्ली की अपनी खोई जमीन वापस पाने के लिए जबरदस्त प्लानिंग से आगे बढ़ रही।

 

आतिशी के खिलाफ अलका लांबा
आम आदमी पार्टी के दो दिग्गजों अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया के खिलाफ कांग्रेस ने पहले ही मजबूत कैंडिडेट उतार कर मुकाबले को रोचकर बना दिया था। अब कांग्रेस ने दिल्ली की सीएम आतिशी के खिलाफ कालका जी से अपनी कद्दावर नेता अलका लांबा को टिकट दिया है। पार्टी के इस दांव से स्पष्ट हो गया कि आतिशी के लिए इस बार का मुकाबला आसान नहीं होने वाला है। अभी बीजेपी ने उम्मीदवारों की घोषणा नहीं की है। ऐसे में तय माना जा रहा कि दिल्ली का रण त्रिकोणीय रहेगा।

 

कांग्रेस ने उतारे मजबूत उम्मीदवार
कांग्रेस नेतृत्व ने अब तक 48 उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया है। कांग्रेस की लिस्ट देखें तो पार्टी ने आप के दिग्गज नेताओं के मुकाबले काफी मजबूत कैंडिडेट उतारे हैं। फिर चाहे केजरीवाल की नई दिल्ली सीट हो, जहां कांग्रेस ने पूर्व सीएम शीला दीक्षित के बेटे संदीप दीक्षित को उम्मीदवार बनाया है। या फिर मनीष सिसोदिया की जंगपुरा सीट हो, जहां कांग्रेस ने पूर्व महापौर फरहाद सूरी को टिकट दिया है।

 

क्या सच में 'हाथ बदलेगा हालात'?
अब सवाल ये कि जिस तरह से कांग्रेस कभी अपनी सहयोगी रही आप को टारगेट कर रही, उसका आगामी चुनाव में क्या असर होगा, ये देखना दिलचस्प रहेगा। ऐसा इसलिए क्योंकि अब से चंद महीने पहले ये कहा जा रहा था कि दिल्ली का मुकाबला आप और बीजेपी में ही होगा। हालांकि, अब कांग्रेस ने अपने नारे 'हाथ बदलेगा हालात' पर मानो फोकस बढ़ा दिया है। उन्होंने जिस तरह से निर्णायक एंट्री मारी उससे दिल्ली के सर्द मौसम में सियासी गर्मी एकतरह से बढ़ जरूर गई है।

 

BJP की लिस्ट का इंतजार
दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए BJP ने अभी तक उम्मीदवार की घोषणा नहीं की है। AAP ने सभी 70 सीटों पर और कांग्रेस 48 सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा कर चुकी है। कांग्रेस ने AAP के बड़े चेहरों के खिलाफ अपने मजबूत उम्मीदवार उतारने का फैसला लिया है। कांग्रेस ने नई दिल्ली सीट से अरविंद केजरीवाल के खिलाफ पूर्व सांसद संदीप दीक्षित को चुनावी मैदान में उतारा है। वहीं, जंगपुरा सीट पर पूर्व उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के खिलाफ दिल्ली नगर निगम के पूर्व महापौर फरहाद सूरी को टिकच दिया है।

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