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पाकिस्तान में बम, भारत में बुलडोज़र!

पाकिस्तान में बम, भारत में बुलडोज़र!

 

क्वेटा में BLA का हमला, भारत में आतंकियों के ठिकाने उड़ाए गए

 

पाकिस्तान के बलूचिस्तान में एक बार फिर धमाका हुआ है — और इस बार कीमत चुकाई है खुद पाकिस्तानी सेना ने। क्वेटा के मार्गट इलाके में शुक्रवार, 25 अप्रैल को एक बड़े आतंकी हमले में सेना के दस जवान मारे गए। हमला इतना खतरनाक था कि सेना का वाहन पूरी तरह तबाह हो गया। इस हमले की जिम्मेदारी बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (BLA) ने ली है।

 

IED धमाका, BLA की खुली चेतावनी

 

BLA के प्रवक्ता जीयंद बलूच ने हमले के बाद बयान जारी कर कहा कि “ये हमला कब्जाधारी पाकिस्तानी सेना के खिलाफ था, और आगे भी ऐसा ही जारी रहेगा।” जीयंद ने यह भी बताया कि हमला रिमोट-कंट्रोल IED के जरिए किया गया था, जिसमें सैन्य वाहन पूरी तरह नष्ट हो गया और सभी 10 सैनिक मारे गए।

पुलिस ने पहले दावा किया था कि फ्रंटियर कांस्टेबुलरी (FC) के 4 जवान मारे गए हैं, लेकिन BLA के आधिकारिक बयान ने मरने वालों की संख्या 10 बताई। मारे गए सैनिकों में सूबेदार शहज़ाद अमीन, नायब सूबेदार अब्बास और सिपाही खुर्रम सलीम जैसे नाम शामिल हैं।

 

BLA: पाकिस्तान की नाक में दम

 

BLA कोई नया संगठन नहीं है। 1970 के दशक में बना ये आतंकी गुट बलूचिस्तान की आजादी के लिए लड़ रहा है। 2000 में इसने फिर से खुद को संगठित किया और उसके बाद से लगातार पाक सेना और सरकारी प्रतिष्ठानों को निशाना बना रहा है।

हाल ही में 11 मार्च को BLA ने क्वेटा से पेशावर जा रही जाफर एक्सप्रेस ट्रेन को माशफाक टनल में हाइजैक कर लिया था। इस ऑपरेशन में BLA की सबसे ख़तरनाक ब्रिगेड – फतेह और मजीद – को लगाया गया था।

 

कम लड़ाके, लेकिन घातक हमले

 

स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी की रिपोर्ट के मुताबिक, BLA के पास अब लगभग 600–1500 के बीच सक्रिय लड़ाके हैं। संख्या में गिरावट के बावजूद उनकी हमले की क्षमता आज भी पाकिस्तान के लिए बड़ा खतरा बनी हुई है।

राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी और गृहमंत्री मोहसिन नकवी ने हमले की निंदा की और मारे गए जवानों को श्रद्धांजलि दी। लेकिन हकीकत ये है कि बलूचिस्तान पाकिस्तान के लिए खुला ज़ख्म बन चुका है।

 

भारत का एक्शन मोड: आतंकियों के घर उड़ाए गए


जहां पाकिस्तान में आतंकी संगठन खुलकर चुनौती दे रहे हैं, वहीं भारत में आतंकी समर्थकों पर अब बुलडोज़र एक्शन शुरू हो चुका है।

22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद सुरक्षा बलों ने पिछले 48 घंटों में छह आतंकवादियों के घरों को IED और विस्फोट से उड़ा दिया। इन आतंकियों के घर किए गए ध्वस्त:

  • आदिल गोजरी (बिजबेहरा)
  • आसिफ शेख (त्राल)
  • एहसान शेख और हारिस अहमद (पुलवामा)
  • शाहिद कुट्टे (शोपियां)
  • ज़ाकिर गनी (कुलगाम)

आदिल हुसैन थोकर का नाम हमले की साजिश में सामने आया है। जानकारी के मुताबिक वह 2018 में पाकिस्तान गया था और वहां लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी कैंप में ट्रेनिंग ली थी। उसका बिजबेहरा स्थित घर बम से उड़ा दिया गया।

पुलिस सूत्रों के अनुसार, हमले में शामिल आतंकवादी आपस में पश्तो भाषा में बात कर रहे थे, जो इस ओर इशारा करता है कि उनमें से कई पाकिस्तान से आए थे।

इस हमले की जिम्मेदारी ली है द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने — जो लश्कर का ही एक मुखौटा संगठन है।

 

दो देशों की कहानी: एक जल रहा, एक साफ़ कर रहा

 


पाकिस्तान में आतंकी संगठन खुली चुनौती दे रहे हैं, और सरकार-सेना के सामने एक के बाद एक हमले हो रहे हैं। वहीं भारत अब हर उस शख्स पर एक्शन ले रहा है जो आतंकियों को पनाह देता है. जहां पाकिस्तान BLA से घबराया हुआ है, वहीं भारत लश्कर और TRF जैसे संगठनों की कमर तोड़ने में जुटा है।

तो सवाल सीधा है: कौन सख्ती से निपट रहा है आतंक से — और कौन खुद आतंक का शिकार बन रहा है?

 

ऐसी ही जानकारी के लिए विजिट करें- The India Moves

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