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Banke Bihariji 23 November Darshan : बांके बिहारी जी के आज के दर्शन, मार्गशीर्ष माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि

Banke Bihariji 23 November Darshan : बांके बिहारी जी के आज के दर्शन, मार्गशीर्ष माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि

Banke Bihariji 23 November Darshan : बांके बिहारी जी के आज के दर्शन। 23 नवंबर 2024 को मार्गशीर्ष माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि है। इस तिथि पर मघा नक्षत्र और ऐन्द्र योग का संयोग रहेगा। दिन के शुभ मुहूर्त की बात करें तो शनिवार को अभिजीत सुबह 11:46 से 12:28 मिनट तक रहेगा। राहुकाल सुबह 09:29 से 10:48 मिनट तक रहेगा। चंद्रमा सिंह राशि में मौजूद रहेंगे। आज शनिवार का दिन है। यह दिन पूर्ण रूप से भगवान हनुमान और शनि देव को समर्पित है। ऐसा कहा जाता कि जो भक्त इस दिन भाव के साथ पूजा-पाठ करते हैं, उन्हें धन, सुख और सौभाग्य की प्राप्ति होती है। साथ ही जीवन में शुभता आती है।

 

पंचांग- 23 नवंबर 2024

ऋतु - शरद
चन्द्र राशि - सिंह
सूर्योदय और सूर्यास्त का समय
सूर्योदय - सुबह 06 बजकर 47 मिनट पर
सूर्यास्त - शाम 05 बजकर 20 मिनट पर
चन्द्रोदय - मध्य रात्रि 12 बजकर 42 मिनट पर
चन्द्रास्त - दोपहर 01 बजकर 13 मिनट पर

 

शुभ मुहूर्त

गुरु पुष्य योग - सुबह 06 बजकर 49 मिनट से दोपहर 03 बजकर 35 मिनट तक
अमृत सिद्धि योग - सुबह 06 बजकर 49 मिनट से दोपहर 03 बजकर 35 मिनट तक
सर्वार्थ सिद्धि योग - सुबह 06 बजकर 49 मिनट से दोपहर 03 बजकर 35 मिनट तक
ब्रह्म मुहूर्त - सुबह 05 बजकर 02 मिनट से 05 बजकर 55 मिनट तक
विजय मुहूर्त - दोपहर 01 बजकर 53 मिनट से 02 बजकर 35 मिनट तक
गोधूलि मुहूर्त - शाम 05 बजकर 25 मिनट से 05 बजकर 52 मिनट तक
निशिता मुहूर्त - रात्रि 11 बजकर 41 मिनट से 12 बजकर 34 मिनट तक।

 

अशुभ समय

राहु काल - सुबह 09 बजकर 31 मिनट से 10 बजकर 49 मिनट तक
गुलिक काल - सुबह 06 बजकर 49 मिनट से 08 बजकर 13 मिनट तक।
दिशा शूल - पूर्व

 

ताराबल

अश्विनी, भरणी, कृत्तिका, मृगशिरा, पुनर्वसु, आश्लेषा, मघा, पूर्वा फाल्गुनी, उत्तरा फाल्गुनी, चित्रा, विशाखा, ज्येष्ठा, मूल, पूर्वाषाढ़ा, उत्तराषाढ़ा, धनिष्ठा, पूर्वाभाद्रपद, रेवती

 

चन्द्रबल

मिथुन, सिंह, तुला, वृश्चिक, कुंभ, मीन।

 

क्यों खास है बांके बिहारी मंदिर?

बांके बिहारी मंदिर, वृंदावन में स्थित एक प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है, जो भगवान श्री कृष्ण के एक विशेष स्वरूप को समर्पित है। 1864 में स्थापित, यह मंदिर अपनी अद्वितीय मूर्ति और भक्ति के वातावरण के लिए जाना जाता है। भक्तों के लिए यहां आने का अनुभव दिव्य होता है, जहां कीर्तन, भजन और विशेष पूजा विधियां उन्हें आध्यात्मिक शांति और ऊर्जा प्रदान करती हैं। इस मंदिर का ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व भी है, जो कृष्ण भक्ति की गहराई को दर्शाता है, और यह स्थान हर साल हजारों भक्तों को आकर्षित करता है।

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