
महाकुंभ मेले में किन नियमों का पालन करना है जरूरी, कुंभ शाही स्नान करने से पहले जान लें शुभ मुहूर्त
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Anjali
- January 6, 2025
Maha Kumbh 2025: प्रयागराज महाकुंभ मेले की शुरुआत 13 जनवरी हो रही है। इसका समापन 26 फरवरी को होगा। महाकुंभ मेला पवित्र तीर्थयात्रा है, जो 12 वर्षों में एक बार प्रयागराज संगम पर एकत्र होकर लाखों श्रद्धालु पवित्र स्नान करते हैं। इस वर्ष का महाकुंभ मेला संगम नगरी प्रयागराज में लगने वाला है। मान्यता है कि कुंभ स्नान (Kumbh Snan) करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है और जीवन भर के पापों से मुक्ति मिल जाती है। अनुमान है कि इस साल महाकुंभ मेले में लगभग 40 करोड़ लोग आस्था की डुबकी लगाएंगे। महाकुंभ मेला 45 दिन चलेगा और इस दौरान सबसे महत्वपूर्ण शाही स्नान की तिथियां होती हैं। उत्तर प्रदेश प्रशासन की ओर से मेले को लेकर पूरी तैयारियां की गई हैं। प्रशासन की ओर से मेला क्षेत्र में व्यवस्था को बनाए रखने के लिए कुछ नियम (Kumbh Rules) बनाए गए है। अगर इस बार आप भी शाही स्नान करने जा रहे हैं तो इसस पहले जान लें इसके नियम। ऐसे में आइए जानते हैं शाही स्नान के नियम, शुभ मुहूर्त और शाही स्नान की तिथियां।
मेला क्षेत्र के लिए उत्तर प्रदेश सरकार के नियम
इन चीजों को लेकर न जाएं
उत्तर प्रदेश सरकार के नियम के अनुसार, श्रद्धालुओं को मेला क्षेत्र में कीमती सामान, अनावश्यक भोजन सामग्री और कपड़े ले जाने की मनाही की गई है। मेले में भीड़भाड़ के कारण कीमती सामान के खोने का डर रहता है। अनावश्यक भोजन सामग्री के कारण मेला क्षेत्र में गंदगी फैलने का खतरा रहता है।
नदी में प्रदूषण
मेला क्षेत्र में नदी में पूजन सामग्री फेंकने पर भी सख्त मनाही है। नदी में पूजा के दौरान उपयोग किए गए फूल पत्ती व अन्य सामग्री प्रवाहित करने पर भी रोक लगाई गई है।
रहें भीड़ से दूर
प्रशासन की ओर से ऐसे लोग जो इंफेक्शन वाली बीमारी से पीड़ित हैं उन्हें भीड़भाड़ और मेला क्षेत्र से दूर रहने को कहा गया है।
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प्लास्टिक की थैलियों पर रोक
प्रयाग शहर और मेला क्षेत्र में प्लास्टिक की थैलियों के उपयोग पर रोक लगाई गई है। इसके साथ ही खुले में शौच करने की भी मनाही है।
अनजान लोगों पर न करें भरोसा
सरकार ने श्रद्धालुओं से मेले में अनजान लोगों से सावधान रहने और उन पर भरोसा नहीं करने के लिए सर्तकता बरतने को कहा है। मेले में खो जाने या कोई अन्य परेशानी आने पर प्रशासन की ओर से की गई व्यवस्था से ही मदद लेने की अपील की गई है।
नदी में सीमा के आगे न जाएं
सरकार की ओर से श्रद्धालुओं को नदी में स्नान (Snan) के दौरान तय की गई सीमा से आगे नहीं जाने के नियम का पालन करने के लिए कहा गया है। इसके साथ ही मेले में साथियों को भड़काकर अनावश्यक संघर्ष को बढ़ावा देने की सख्त मनाही है।
नदी में साबुन का उपयोग
प्रशासन की ओर से स्नान के दौरान और कपड़े धोने के लिए किसी भी प्रकार के साबुन या डिटर्जेंट का उपयोग करने की सख्त मनाही है।
नियमों का करें पालन
महाकुंभ मेले में किसी तरह की परेशानी से बचने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से बनाए गए इन नियमों का पालन जरूर करें। ये सभी नियम लोगों की सुविधा के लिए बनाए गए हैं। इनका पालन करने से मेले में सभी को कई तरह की परेशानियों से बचने में मदद मिलेगी।
इन दिनों को होगा शाही
13 जनवरी 2025 को पौष पूर्णिमा का शाही स्नान
14 जनवरी 2025 को मकर संक्रांति का शाही स्नान
29 जनवरी 2025 को मौनी अमावस्या का शाही स्नान
3 फरवरी 2025 को बसंत पंचमी का शाही स्नान
12 फरवरी को माघ पूर्णिमा का शाही स्नान
26 फरवरी को महाशिवरात्रि पर्व का शाही स्नान
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