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आखिरी सफर भी साथ: अहमदाबाद प्लेन क्रैश में पति-पत्नी की पहचान एक साथ

आखिरी सफर भी साथ: अहमदाबाद प्लेन क्रैश में पति-पत्नी की पहचान एक साथ

12 जून 2025 को अहमदाबाद टू लंदन जा रही फ्लाइट एक बड़े हादसे का शिकार हो गई। पायलट और क्रू मेंबर्स के साथ फ्लाइट में सवार करीब 241 लोगों की जान चली गई। सिर्फ एक व्यक्ति रमेश कुमार की जान बच गई। हादसे में मारे गए सभी यात्रिओं के डीएनए सैंपल मैच कर परिवार जनों को शव सौंपा जा रहा है है।

 

अहमदाबाद टू लंदन दुर्घटना में अशोक और शोभना पटेल, 1978 से यू.के. में बसे एक दंपत्ति, अहमदाबाद विमान दुर्घटना में दुखद रूप से अपनी जान गंवा बैठे। उनके बेटे, मितेन पटेल, डीएनए परीक्षण के माध्यम से अपने पिता के शव की पहचान करने के लिए लंदन से आए, जिसकी पुष्टि उन्हें फादर्स डे पर मिली।

 

जब मितेन पटेल डीएनए सैंपल मैच होने के बाद अपने पिता के पार्थिव शरीर को वापस ले जाने की तैयारी कर रहे थे, तो भाग्य ने हस्तक्षेप किया। जैसे ही वे जाने वाले थे, दूसरी कॉल आई, 99वां डीएनए मिलान उनकी मां, शोभना पटेल का था।

 

एक मार्मिक मोड़ में, जिस दंपत्ति ने अपना पूरा जीवन एक साथ बिताया, एक साथ फ्लाइट की यात्रा कर रहें थे और उनकी मृत्यु में पहचान भी एक साथ की गई। खास बात यह रही कि डीएनए नमूनों की संख्या 98 और 99 थी। पटेल दम्पति के बेटे मितेन ने भावुक होकर कहा, "मृत्यु में भी, मेरी मां ने मेरे पिता को अकेले घर नहीं लौटने दिया।"

 

मितेन पटेल अब अपने माता-पिता के साथ लंदन लौटते हैं, न केवल नुकसान का बोझ उठाते हुए, बल्कि अपने माता-पिता के शाश्वत साथ के प्रतीक के रूप में है। उनकी वापसी सिर्फ एक शहर की ओर नहीं है, बल्कि अपने माता-पिता के स्मृतियां उनके जीवन में हमेशा साथ रहेगी।

 

 

ऐसी ही जानकारी के लिए विजिट करें- The India Moves

 

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