Dark Mode
  • day 00 month 0000
बटाला में गैंगस्टर जग्गू की मां व ASI के बेटे की हत्या

बटाला में गैंगस्टर जग्गू की मां व ASI के बेटे की हत्या

बटाला में गैंगस्टर जग्गू भगवानपुरिया की मां सहित दो की गोली मारकर हत्या


बटाला (गुरदासपुर जिल़ा), 27 जून 2025: गुरुवार रात करीब 9:07 बजे, बटाला के कादिया रोड पर एक खौफनाक घटनाक्रम ने पूरे इलाके को दहलाकर रख दिया। अज्ञात हमलावरों ने एक सफेद स्कॉर्पियो को घेरते हुए अंधाधुंध गोलियां बरसाईं। इसमें कार सवार युवक की मौके पर ही जान चली गई, जबकि एक महिला गंभीर रूप से घायल हो गई थी, जिसे बाद में अमृतसर रेफर किया गया—लेकिन अस्पताल में इलाज के दौरान महिला की भी मौत हो गई.


मरने वालों की पहचान


मृतक युवक करणवीर सिंह पुत्र प्रेम सिंह, निवासी भिखोवाल था, जो पंजाब पुलिस में एएसआई के बेटे थे. दूसरी मृतक महिला हरजीत कौर, उनकी रिश्तेदार बताई जा रही थीं। बाद में पुष्टि हुई कि वह कुख्यात गैंगस्टर जग्गू भगवानपुरिया की मां थीं.


गोलीबारी का तरीका


सीसीटीवी फुटेज में दिख रहा है कि बाइक पर सवार तीन हमलावरों ने अचानक कार पर कई राउंड फायरिंग की और बिना कुछ कहे फरार हो गए. स्थानीय पुलिस ने घटना स्थल को सील कर जांच शुरू कर दी है।


हत्या की जिम्मेदारी — बंबीहा ग्रुप


सोशल मीडिया और वारदात से जुड़े पोस्ट में डेवेंद्र बंबीहा ग्रुप ने हत्या की जिम्मेदारी ली है। वे निशाना बना रहे थे करणवीर सिंह को, क्योंकि वह कथित रूप से जग्गू का “पैसों और हथियारों का बंदोबस्त करने वाला” था; साथ ही यह एहतियात भी जताई गई कि यह कार्रवाई ‘गोरे बरियार’ की हत्या का बदला थी.


पूर्व पृष्ठभूमि


जग्गू भगवानपुरिया का नाम पहले रैकेट, हत्या, लूट और अंतरराष्ट्रीय हथियार-स्पष्ट लेनदेन से जुड़े मामलों में उछला है। इस साल मार्च में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने उन्हें Bathinda जेल से Silchar (असम) स्थानांतरित किया था, और उनके खिलाफ कुल 128 से अधिक आपराधिक फाइलें दर्ज हैं. जग्गू का लॉरेंस बिश्नोई गैंग के साथ पुराना गहरा टकराव भी रहा है.


पुलिस जांच


बटाला पुलिस के डीएसपी (सिटी) परमवीर सिंह ने बताया कि सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचकर शवों को कब्जे में लिया गया; मृतक की पिता की शिकायत पर अज्ञात हमलावरों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है। पुलिस पास की सीसीटीवी फुटेज की छानबीन कर रही है, और क्षेत्रीय नाकों पर सघन तलाशी जारी है.

यह वारदात स्पष्ट रूप से गैंगस्तर पर प्रतिद्वंदिता का हिस्सा है — खासकर जब मकसद सीधे परिवार को निशाना बनाना हो। देहाती इलाक़ों में मल्टी-जनग सेनाओं द्वारा हिंसा बढ़ रही है, जहां बदले की मानसिकता सिर चढ़कर बोल रही है। पुलिस की सक्रिय जांच ही आगे स्थिति स्पष्ट कर पाएगी। यह घटना पंजाब में बढ़ते गैंगवार का एक दिल दहला देने वाला उदाहरण है, जिसमें अब मासूम रिश्तेदारों तक निशाना बन रहे हैं। पुलिस की तत्परता और जाँच ही इस हिंसा को रोकने की दिशा में पहला कदम साबित हो सकती है।

 

ऐसी ही जानकारी के लिए विजिट करें- The India Moves

Comment / Reply From

Vote / Poll

क्या राजस्थान मे बेरोजगारी का मुद्दा खत्म हो चुका है ..

View Results
Yes
10%
No
90%

Talk to us?