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आरएसएस-बीजेपी ने अपनी शाखाओं-कार्यालयों में कभी वंदे मातरम् नहीं गाया-मल्लिकार्जुन खड़गे

आरएसएस-बीजेपी ने अपनी शाखाओं-कार्यालयों में कभी वंदे मातरम् नहीं गाया-मल्लिकार्जुन खड़गे

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने शुक्रवार को आरएसएस-बीजेपी पर बड़ा आरोप लगाया। जानकारी के मुताबिक, उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम् को 150 साल पूरे होने के अवसर पर भी आरएसएस-बीजेपी ने अपनी शाखाओं और कार्यालयों में कभी नहीं गाया। जानकारी के मुताबिक, खड़गे ने बताया कि इसके बजाय ये संगठन 'नमस्ते सदा वत्सले' जैसे गीत गाते हैं, जो उनके संगठन का महिमामंडन करते हैं, न कि भारत के राष्ट्रीय गीत का सम्मान।

 

कांग्रेस की परंपरा और गौरव


जानकारी के अनुसार, मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि कांग्रेस पार्टी हमेशा से राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम् और जन गण मन को लेकर गर्व महसूस करती रही है। उन्होंने बताया कि 1896 में कलकत्ता में कांग्रेस अधिवेशन में पहली बार सार्वजनिक रूप से वंदे मातरम् गाया गया। कांग्रेस नेता खड़गे ने जोर देकर कहा कि पार्टी की प्रत्येक सभा और आयोजन में वंदे मातरम् और राष्ट्रीय गीत को श्रद्धा के साथ गाया जाता है, जो भारतीय संस्कृति और देशभक्ति का प्रतीक है।

 

आरएसएस का रवैया


सूत्रों के अनुसार, खड़गे ने आरोप लगाया कि 1925 में स्थापना के बाद से आरएसएस ने अपनी शाखाओं और कार्यालयों में कभी वंदे मातरम् नहीं गाया। उनके ग्रंथों और साहित्य में भी राष्ट्रीय गीत का उल्लेख नहीं मिलता। खड़गे ने कहा कि यह संगठन स्वतंत्रता संग्राम के दौरान अंग्रेजों के साथ खड़ा रहा, और संविधान व राष्ट्रीय ध्वज का अपमान किया।

 

देशभक्ति का प्रतीक वंदे मातरम्


मल्लिकार्जुन खड़गे ने बताया कि वंदे मातरम् केवल गीत नहीं, बल्कि भारतीयों की सामूहिक आत्मा और स्वतंत्रता का नारा है। यह बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय का रचित गीत भारत माता और देशभक्ति का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा राष्ट्रीय गीत को सम्मान दिया और इसे हर सभा और कार्यक्रम में गाया।

 

आरएसएस-बीजेपी की राष्ट्रवाद की छवि पर सवाल


कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि यह विडंबनापूर्ण है कि जो लोग आज खुद को राष्ट्रवाद का संरक्षक बताते हैं, यानी आरएसएस-बीजेपी, उन्होंने कभी अपनी शाखाओं और कार्यालयों में वंदे मातरम् या जन गण मन नहीं गाया। इसके बजाय, वे 'नमस्ते सदा वत्सले' गाते हैं, जो उनके संगठन का महिमामंडन करता है।

 

समारोह और राजनीतिक विवाद


150 साल पूरे होने पर वंदे मातरम् के समारोह के बीच यह बयान सामने आया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नई दिल्ली में समारोह में हिस्सा लिया, जबकि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बिहार में कार्यक्रम किया। इसके बावजूद मल्लिकार्जुन खड़गे ने आरएसएस-बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि ये संगठन राष्ट्रीय गीत के महत्व को नजरअंदाज कर रहे हैं।

 

राष्ट्रीय गीत और कांग्रेस की भूमिका


खड़गे ने बताया कि कांग्रेस ने हमेशा राष्ट्रीय गीत के महत्व को समझा और इसे हर स्तर पर अपनाया। उन्होंने कहा कि वंदे मातरम् भारत की विविधता में एकता का प्रतीक है और कांग्रेस की हर बैठक में इसे श्रद्धा के साथ गाया जाता रहा है। आरएसएस-बीजेपी की तुलना में कांग्रेस की यह परंपरा भारतीय संस्कृति और राष्ट्रभक्ति की सच्ची मिसाल है।

 

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