Dark Mode
  • day 00 month 0000
अयोध्या राम मंदिर में तैयार हुई 200 मीटर लंबी टनल, श्रद्धालुओं की परिक्रमा अब और आसान

अयोध्या राम मंदिर में तैयार हुई 200 मीटर लंबी टनल, श्रद्धालुओं की परिक्रमा अब और आसान

अयोध्या में Ayodhya Ram Mandir का भव्य निर्माण तेजी से आगे बढ़ रहा है और श्रद्धालुओं की सुविधाओं पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। इसी कड़ी में मंदिर परिसर में एक विशेष अयोध्या राम मंदिर टनल का निर्माण किया गया है, जो भक्तों को सीधे निकास द्वार तक पहुंचाने का मार्ग प्रदान करेगी। यह पहल अयोध्या मंदिर विकास की दिशा में एक बड़ा कदम मानी जा रही है।

 

सिंह द्वार से सीधे निकास द्वार तक का मार्ग

राम मंदिर में सिंह द्वार से प्रवेश करने पर पूरब दिशा में परकोटे पर एक मुख्य द्वार बनाया गया है। इसी द्वार के पास 200 मीटर लंबी अयोध्या राम मंदिर टनल का निर्माण किया गया है। इस टनल से होकर श्रद्धालु सीधे मंदिर से निकलकर बाहर आ सकेंगे। यह टनल न केवल भीड़ प्रबंधन के लिए अहम है, बल्कि यह भक्तों के लिए सुरक्षित और व्यवस्थित राम मंदिर यात्रा मार्ग भी तैयार करती है।

 

एक लाख श्रद्धालु कर सकेंगे परिक्रमा

इंजीनियरों के अनुसार, इस टनल और परिक्रमा पथ की डिजाइन इतनी व्यापक है कि एक साथ लगभग एक लाख श्रद्धालु इसमें चलकर परिक्रमा पूरी कर सकेंगे। भूमिगत बने इस मार्ग की चौड़ाई 20 फीट है और यह परकोटे की सतह से 16 फीट गहराई में बनाया गया है। 14 फीट चौड़ा रास्ता श्रद्धालुओं के लिए है जबकि छह फीट जगह वेंटिलेशन के लिए छोड़ी गई है। यह व्यवस्था दर्शाती है कि अयोध्या मंदिर विकास में सुरक्षा और सुविधा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी गई है।

 

800 मीटर लंबे परिक्रमा पथ से जुड़ाव

यह टनल सीधे 800 मीटर लंबे परिक्रमा पथ से जुड़ती है। इससे भक्त बिना किसी भीड़भाड़ के आसानी से परिक्रमा कर सकेंगे। Ayodhya Ram Mandir देश का पहला ऐसा मंदिर बन गया है, जहां मुख्य द्वार से नीचे बने मार्ग से होकर श्रद्धालु सीधे निकास द्वार तक पहुंच सकते हैं। इस पहल को लेकर स्थानीय प्रशासन और मंदिर ट्रस्ट का मानना है कि इससे आने वाले वर्षों में लाखों श्रद्धालुओं को सुगमता मिलेगी और राम मंदिर यात्रा मार्ग और भी सुरक्षित हो जाएगा।

 

सुरंग का निर्माण और डिज़ाइन

यह सुरंग 2.7 टन वजनी नक्काशीदार पत्थरों से बनाई गई है। दीवारों पर की गई सजावट मंदिर की थीम और प्राचीन शिल्प से मेल खाती है। श्रद्धालु जब इस टनल से गुजरेंगे तो उन्हें भक्ति और अध्यात्म का अनूठा अनुभव मिलेगा। इस प्रकार का निर्माण अयोध्या मंदिर विकास की भव्यता और तकनीकी दृष्टिकोण दोनों को दर्शाता है।

 

श्रद्धालुओं के लिए सुविधाओं पर जोर

मंदिर ट्रस्ट के अनुसार, रामलला के दर्शन के बाद लाखों भक्तों की परिक्रमा को सरल बनाने के लिए यह टनल अत्यंत महत्वपूर्ण है। इससे न केवल भीड़ नियंत्रण आसान होगा, बल्कि श्रद्धालु सुरक्षित वातावरण में अपनी भक्ति यात्रा पूरी कर पाएंगे। यह कहना गलत नहीं होगा कि अयोध्या राम मंदिर टनल, राम मंदिर यात्रा मार्ग और Ayodhya Ram Mandir के साथ जुड़ा यह निर्माण भविष्य में तीर्थयात्रियों के लिए एक ऐतिहासिक सुविधा सिद्ध होगा।

 

यह भी पढ़ें - Shardiya Navratri 2025 कैसे होगी घट स्थापना? जानें सही विधि और शुभ मुहूर्त

 

ऐसी ही जानकारी के लिए विजिट करें: The India Moves

 

Frequently Asked Questions

 

Q1. अयोध्या राम मंदिर टनल कितनी लंबी है?
Ans. अयोध्या राम मंदिर टनल 200 मीटर लंबी है और इसे श्रद्धालुओं की सुविधा व सुरक्षित निकास के लिए बनाया गया है।

 

Q2. इस टनल से कितने श्रद्धालु एक साथ परिक्रमा कर सकेंगे?
Ans. इस टनल और परिक्रमा पथ से एक बार में लगभग एक लाख श्रद्धालु सुरक्षित रूप से परिक्रमा कर सकेंगे।

 

Q3. अयोध्या मंदिर विकास के तहत यह टनल कहाँ बनाई गई है?
Ans. यह टनल सिंह द्वार के पास पूरब दिशा में परकोटे के नीचे बनाई गई है, जो सीधे निकास द्वार और परिक्रमा पथ से जुड़ती है।

 

Q4. राम मंदिर यात्रा मार्ग में इस टनल की खासियत क्या है?
Ans. टनल 16 फीट गहराई पर बनी है, जिसकी चौड़ाई 20 फीट है। इसमें 14 फीट रास्ता और 6 फीट वेंटिलेशन की जगह दी गई है।

 

Q5. Ayodhya Ram Mandir में इस टनल का निर्माण किससे किया गया है?
Ans. यह टनल 2.7 टन वजनी नक्काशीदार पत्थरों से बनाई गई है और इसकी दीवारों पर सजावट मंदिर की शिल्पकला से मेल खाती है।

Comment / Reply From

Vote / Poll

क्या राजस्थान मे बेरोजगारी का मुद्दा खत्म हो चुका है ..

View Results
Yes
11%
No
89%

Talk to us?