Dark Mode
  • day 00 month 0000
महाराष्ट्र में फिर बढ़ी सियासी सरगर्मी, उद्धव ठाकरे ने छोड़ा MVA का साथ! क्या अकेले लड़ेंगे ये चुनाव

महाराष्ट्र में फिर बढ़ी सियासी सरगर्मी, उद्धव ठाकरे ने छोड़ा MVA का साथ! क्या अकेले लड़ेंगे ये चुनाव

Uddhav Thackeray in Municipal Elections: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के बाद अब नगर निकाय चुनाव की सियासी सरगर्मी बढ़ गई है। जहां पिछले एक महीने से महायुति में सीएम पद से लेकर मंत्रालय और पोर्टफोलियो पर सस्पेंस बना हुआ था, तो वहीं MVA में भी तकरार की खबरें आ रही हैं। महा विकास अघाड़ी के साथ मिलकर लोकसभा और विधानसभा चुनाव लड़ने वाली उद्धव ठाकरे की शिवसेना (यूबीटी) ने निकाय चुनाव में अपनी अलग सियासी राह पकड़ रही है। ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि ठाकरे परिवार क्या बीएमसी चुनाव में अपने सियासी वजूद को बचाए रखने के लिए एकजुट होगा?


महाराष्ट्र में करीब तीन साल से स्थानीय निकाय चुनाव (Municipal elections) नहीं हो पाए है। सुप्रीम कोर्ट में निकाय चुनाव का मामला विचाराधीन है, लेकिन सभी दलों की नजर 22 जनवरी को अदालत में होने वाली सुनवाई पर लगी हैं। इसी बीच सीएम फडणवीस ने कहा कि हो सकता है इस मामले की सुनवाई 4 जनवरी को हो जाए। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद अगले तीन महीने में स्थानीय निकायों के चुनाव करने की कोशिश सरकार की रहेगी। ऐसे में साफ है कि निकाय चुनाव का सियासी ताना बाना बुना जाने लगा है।

 

उद्धव ने बुलाई 4 दिवसीय बैठक
सूत्रों की मानें तो महाराष्ट्र के निकाय चुनाव में उद्धव ठाकरे अकेले मैदान में उतरने की तैयारी कर रहे हैं। इसके लिए उन्होंने 4 दिवसीय बैठक बुलाई है, जो 26 दिसंबर से 29 दिसंबर तक चलेगी। इस बैठक में शिवसेना (यूबीटी) के कई बड़े पदाधिकारी भी मौजूद रहेंगे। हालांकि इसकी अभी तक कोई औपचारिक घोषणा नहीं की गई है।

 

ठाकरे परिवार की दो मुलाकातें
पिछले एक सप्ताह में ठाकरे परिवार के बीच दो मुलाकातें हो चुकी हैं। पहला मौका था उद्धव ठाकरे की पत्नी रश्मि ठाकरे के भाई श्रीधर माधव पाटनकर के बेटे की शादी का और दूसरा मौका राज ठाकरे के भांजे की शादी का। रश्मि ठाकरे के भाई पाटनकर के बेटे की शादी में उद्धव ठाकरे से लेकर राज ठाकरे और आदित्य ठाकरे तक शामिल हुए थे। इसके बाद रविवार को राज ठाकरे की सगी बहन जैजयवंती देशपांडे के बेटे यश की शादी में उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे एक साथ दिखाई दिए। राज-उद्धव दोनों एक साथ खड़े होकर नवविवाहित जोड़े को आशीर्वाद देते हुए दिखाई दे रहे हैं।

 

हॉट सीटों पर होगी चर्चा
रिपोर्ट्स की मानें तो मुंबई नगरपालिका का चुनाव उद्धव ठाकरे अपने दम पर लड़ने वाले हैं। इसके लिए वो स्थानीय पदाधिकारियों से बातचीत कर रहे हैं। यही वजह है कि आगामी बैठकों में सभी पदाधिकारियों को शामिल होने को कहा गया है। इन बैठकों में निकाय आयोग के चुनाव पर चर्चा होगी। चारों दिन की बैठकों में महाराष्ट्र की हॉट विधानसभा सीटों पर आए नतीजों की समीक्षा की जाएगी, जिसके बाद निकाय चुनाव का फैसला होगा।

 

BMC क्यों है जरूरी?
बता दें कि बृहन्मुंबई नगर निगम (BMC) यानी मुंबई नगरपालिका की कमान अभी शिवसेना (यूबीटी) के हाथों में है। BMC को एशिया की सबसे अमीर महानगरपालिकाओं में गिना जाता है। 2023-24 में BMC का बजट 50,000 करोड़ से भी अधिक था, जो भारत के कई राज्यों के बजट से भी ज्यादा है। यही वजह है कि BMC का चुनाव जीतने के लिए महाराष्ट्र की पार्टियों में होड़ मची है।

 

क्यों दिलचस्प हैं इस बार के चुनाव?
गौरतलब है कि पिछली बार 2017 में BMC के चुनाव देखने को मिले थे। तब शिवसेना का बंटवारा नहीं हुआ था। ऐसे में BMC की 236 सीटों में से शिवसेना को 84, बीजेपी को 82 और कांग्रेस की अगुवाई वाली MVA को 31 सीटें मिली थीं। हालांकि शिवसेना में बंटवारे के बाद BMC की कमान उद्धव ठाकरे के गुट ने संभाल ली और एकनाश शिंदे की शिवसेना ने NDA से हाथ मिला लिया। अब मार्च 2025 में BMC के चुनाव होने वाले हैं। ऐसे में एक बार फिर महायुति और MVA के बीच सीधी टक्कर देखने को मिलेगी।



Comment / Reply From

Vote / Poll

क्या राजस्थान मे बेरोजगारी का मुद्दा खत्म हो चुका है ..

View Results
Yes
11%
No
89%

Talk to us?