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Kosi Parikrama : अयोध्या में चौदह कोसी परिक्रमा संपन्न, लाखों श्रद्धालुओं की उमड़ी भीड़, टूटा रिकॉर्ड

Kosi Parikrama : अयोध्या में चौदह कोसी परिक्रमा संपन्न, लाखों श्रद्धालुओं की उमड़ी भीड़, टूटा रिकॉर्ड

Kosi Parikrama : चौदह कोसी परिक्रमा (Kosi Parikrama) पथ पर लाखों रामभक्तों की जयकारों से वातावरण गूंज उठा । श्रद्धा और भक्ति के साथ इस पवित्र यात्रा पर चलने वाले भक्तों में एक अद्वितीय उत्साह और ऊर्जा का संचार हो रहा था । रामलला की प्राण प्रतिष्ठा (Pran Pratishtha of Ramlala) के बाद यह परिक्रमा और भी विशेष हो गई। जिसमें भक्ति के अनगिनत रूप देखने को मिले। परिक्रमा (Parikrama) मार्ग पर चलने वाले श्रद्धालुओं (devotees) का हर पड़ाव पर स्वागत किया जा रहा था, जहां विभिन्न सामाजिक संस्थाओं (social organizations) द्वारा सेवार्थ शिविर भी लगाए गए थे। अब तक की जानकारी के अनुसार करीब 30 से 35 लाख भक्तों के इस धार्मिक अनुष्ठान में शामिल होने की संभावना जताई जा रही है।

 

चौदह कोसी परिक्रमा ने तोड़ा रिकॉर्ड
रामलला (Ramlala) की प्राण प्रतिष्ठा के बाद इस बार 14 कोसी परिक्रमा (Kosi Parikrama) ने सभी पुराने रिकॉर्ड तोड़ दिए। जैसे-जैसे रात का समय करीब आया, परिक्रमा पथ पर श्रद्धालुओं (devotees) की भीड़ बढ़ती गई। मध्यरात्रि के बाद स्थिति ऐसी हो गई कि परिक्रमा मार्ग पर तिल रखने की भी जगह नहीं बची थी। आस्था का अद्भुत सैलाब उमड़ पड़ा था, और पूरा क्षेत्र जय श्रीराम के जयघोष से गूंज उठा। दो दिन तक रामनगरी में श्रद्धालुओं की अविरल धारा बनी रही।


भारी संख्या में उमड़े श्रद्धालु

 

Kosi Parikrama : अयोध्या में चौदह कोसी परिक्रमा संपन्न, लाखों श्रद्धालुओं की उमड़ी भीड़, टूटा रिकॉर्ड

अयोध्या (Ayodhya) की ऐतिहासिक चौदह कोसी परिक्रमा (Kosi Parikrama) रविवार को सफलता के साथ सम्पन्न हो गई, जिसमें 30 लाख से अधिक श्रद्धालुओं (devotees) के शामिल होने का अनुमान है। अधिकारियों के अनुसार- यह परिक्रमा शुभ मुहूर्त के अनुसार समाप्त हुई और इस बार सभी पुराने रिकॉर्ड टूट गए। अयोध्या के जिलाधिकारी, चंद्र विजय सिंह ने बताया कि इस साल करीब 30 से 35 लाख भक्तों ने परिक्रमा की जो एक अभूतपूर्व संख्या है। इसके साथ ही अयोध्या में पांच हजार से ज्यादा मंदिर हैं, और यहां के हर गली-मोहल्ले में छोटे-बड़े मंदिर फैले हुए हैं। श्रद्धालु इन मंदिरों में रमे हुए हैं, और बड़ी संख्या में भक्त अपने-अपने घराने के मंदिरों में पूजा-अर्चना करने के लिए पहुंचे हैं।

सुरक्षा व्यवस्था को लेकर प्रशासन एक्टिव

सुरक्षा व्यवस्था कड़ी और चाक-चौबंद थी और बड़े अधिकारी स्वयं परिक्रमा की निगरानी कर रहे थे। अनुमान के अनुसार इस बार 35 लाख श्रद्धालुओं (devotees) ने परिक्रमा की, जो एक ऐतिहासिक आंकड़ा है। रामनगरी इस धार्मिक महापर्व के दौरान पूरी तरह श्रद्धा और आस्था से सराबोर रही। अधिकारियों के बताया कि- भगवान श्रीराम की जन्मभूमि अयोध्या में सरयू नदी में पवित्र स्नान के बाद लाखों श्रद्धालुओं ने चौदह कोसी परिक्रमा (Kosi Parikrama) शुरू की। अधिकारियों ने बताया कि- श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की परेशानी से बचाने के लिए रातभर उच्चाधिकारी मेला क्षेत्र में तैनात रहे और पूरी मुस्तैदी से काम करते रहे। अब तक मिली जानकारी के अनुसार अनुमानित तौर पर 30 से 35 लाख श्रद्धालुओं ने इस बार की परिक्रमा में भाग लिया। यह पहला अवसर है जब अयोध्या में प्रभु श्रीरामलला के भव्य मंदिर के साथ-साथ 5,000 से अधिक मंदिरों की परिक्रमा की गई, जिससे इस धार्मिक आयोजन का महत्व और भी बढ़ गया।

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